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सोशल मीडिया में झूठे दावे के साथ शेयर हो रहा पूर्व सैन्य अधिकारी जी डी बख्शी का पुराना वीडियो

Authors

A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

Claim
कारगिल युद्ध और उस समय सैन्य अधिकारी रहे मेजर जनरल जीडी बख्शी का एक वीडियो क्लिप तेजी से सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है।
Verification-
केंद्र सरकार द्वारा आर्टिकल 370 को हटाने के बाद से सोशल मीडिया पर कश्मीर सम्बंधित तरह-तरह के सन्देश वायरल हो रहे हैं। ऐसे ही एक सन्देश में मेजर जनरल (रिटायर्ड) जीडी बक्शी के एक इंटरव्यू का वीडियो पोस्ट कर दावा किया गया है कि साल 1990-91 में कारगिल युद्ध में जनरल को नवाज शरीफ का शुक्र गुजार होना चाहिए क्योंकि उसने ही भारतीय फ़ौज की जान बचाई वरना आज कश्मीर आजाद होता।
हमने संदेश की सत्यता जानने के लिए गूगल पर खोजा जहां सबसे पहले इकोनॉमिक्स टाइम्स का एक लेख प्राप्त हुआ।
लेख में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री परवेश मुसर्रफ के बयान का जिक्र किया था बयान के मुताबिक नवाज़ शरीफ ने कारगिल युद्ध में पाकिस्तान आर्मी की बुरी हालत होने पर अपनी सेना को वापिस बुला लिया था।
जिसके लिए परवेश मुशर्रफ ने नवाज शरीफ को गद्दार करार दिया। वायरल पोस्ट के वीडियो कि पुष्टि के लिए हमने वीडियो को गूगल पर खोजा जिस दौरान हमें यूट्यूब पर इंडियन सेंट्रल का वह लिंक प्राप्त हुआ जहां जी.डी बक्शी अपना वायरल वीडियो वाला किस्सा सुना रहे थे।
यूट्यूब पर यह वीडियो साल 2015 के सितम्बर में पोस्ट किया गया था। वायरल पोस्ट में वीडियो का कुछ हिस्सा ही दिखा गया है। यूट्यूब वाले वीडियो में जी डी बख्शी ने अपना पूरा अनुभव बयां किया है कि किस तरह पाकिस्तानियों को कारगिल छोड़कर भागना पड़ा।
हमारी पड़ताल में वायरल पोस्ट भ्रामक साबित होता है।
Tools Used 
  • Google Search
  • InVID Search
Result
Misleading

Authors

A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

Nupendra Singh
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

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