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वायरल हुई देश के 9 राष्ट्रीयकृत बैंकों के स्थाई रूप से बंद होने की अफवाह, यहां पढ़ें पूरी पड़ताल

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After completing his post-graduation, Yash worked with some of the most renowned newspapers such as like Lokmat, Dainik Bhaskar & Navbharat for the past 6 years. To make sure that no incorrect news reaches people and to maintain peace and harmony in society, he chose to become a fact-checker.

Claim
 
आरबीआई 9 बैंकों को जल्द ही स्थायी रुप से बंद करने वाला है। अगर आपका अकाउंट इन बैंकों में है तो तुरंत पैसे निकालें, यह सुप्रीम कोर्ट का आदेश है। 
 
Verification-
 
व्हाट्सएप्प पर बैंकों को लेकर एक मैसेज वायरल हो रहा है। इस मैसेज में बताया गया है कि देशभर के 9 बैंक जल्द ही बंद होने वाले हैं। अगर इन बैंकों में आपका पैसा फंसा हुआ है तो तुंरत निकाल लें। इस बारे में सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है। 
 
हमारे एक पाठक ने इस वायरल मैसेज की पड़ताल के लिए newschecker टीम को व्हाट्सएप किया था।
 
 
 
मैसेज मे लिखा है कि, कारपोरेशन बैंक, यूको बैंक, आईडीबीआई, बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र, आंध्रा बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक, सैंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया, देना बैंक और यूनाइटेड बैंक ऑफ़ इंडिया यह 9 बैंक आरबीआई द्वारा जल्द ही स्थायी रुप से बंद किए जाने वाले है। अगर आपका इनमे से किसी बैंक में अकाउंट है तो अपने पैसे सुरक्षित रखें। सुप्रीम कोर्ट ने इस बारे में आदेश दिया है। 
 
वायरल मैसेज की पड़ताल करने के लिए हमनें गूगल में कुछ कीवर्ड्स की मदद से खोज की। लेकिन आरबीई द्वारा बैंको को स्थायी रुप से बंद करने को लेकर कोई न्यूज नहीं मिली। साथ ही आरबीआई द्वारा इस बारे में जारी की गई जानकारी भी प्राप्त नहीं हुई। इसके बाद हमनें वायरल मैसेज में से कुछ शब्दों के आधार पर गूगल में खोज की तो फर्स्ट पोस्ट में प्रकाशित खबर मिली। इस खबर में लिखा है कि 9 बैंको के स्थायी रुप से बंद होने की खबर अफवाह है। 
 
इस खबर में आगे लिखा है कि जिन 9 बैंकों की बात हो रही है उनमें से कुछ बैंक भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के निर्देशन में Prompt Corrective Action (PCA) से गुजर रहे हैं। यह एक सामान्य प्रक्रिया है जब किसी विशेष बैंक में खराब ऋण वितरण की स्थिति एक निश्चित स्तर को पार करती है और पूंजी अनुपात कमजोर हो जाता है तब आरबीआई ऐसे बैंकों पर कुछ प्रतिबंध लगाता है। इससे वे बैंक आगे बड़े ऋण आवंटन के जोखिम नहीं ले सकते।
 
इस कार्रवाई से आम बैंक खाताधारकों पर कोई असर नहीं पड़ता। 
 
इस बारे में रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया (आरबीआई) ने उस समय एक प्रेस विज्ञप्ति भी जारी की थी। जिसमें यही जानकारी दी गई थी। इसे आरबीआई की वेबसाइट पर भी देखा जा सकता है।
 
 
प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के प्रमोट करेक्टिव एक्शन (पीसीए) फ्रेमवर्क के बारे में सोशल मीडिया के साथ-साथ मीडिया में गलत मैसेज वायरल हो रहे हैं। पीसीए फ्रेमवर्क का उद्देश्य आम जनता के बैंक व्यवहारों पर बाधा डालना नहीं है।
 
सोशल मीडिया में खबर वायरल होने के बाद IDBI बैंक ने अपने ग्राहकों को सन्देश भेजकर इस तरह की अफवाहों से बचने की सलाह दी है। साथ ही बैंक की मजबूत आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए ग्राहकों से संयम बनाये रखने की बात कही है।
 
 
 
इससे साफ होता है कि दो साल पहले आरबीआई के कामकाज को लेकर गलत जानकारी के साथ अफवाह फैलाई गई थी जो अभी भी वायरल हो रही है। देशभर के 9 सरकारी बैंकों को स्थायी रुप से बंद करने का निर्णय न तो सरकार ने लिया है और न ही सुप्रीम कोर्ट ने इस बारे में आदेश दिया है। 
 
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Result- False

Authors

After completing his post-graduation, Yash worked with some of the most renowned newspapers such as like Lokmat, Dainik Bhaskar & Navbharat for the past 6 years. To make sure that no incorrect news reaches people and to maintain peace and harmony in society, he chose to become a fact-checker.

Yash Kshirsagar
After completing his post-graduation, Yash worked with some of the most renowned newspapers such as like Lokmat, Dainik Bhaskar & Navbharat for the past 6 years. To make sure that no incorrect news reaches people and to maintain peace and harmony in society, he chose to become a fact-checker.

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