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मृत सैनिकों का शव लेने के लिए पाक सेना द्वारा सफ़ेद झण्डा दिखाये जाने का क्लिप भारत का बताकर किया गया शेयर

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Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

Claim: #IndianArmy Waving White flag to get its soldiers back Pakistan Army Zindabad

Hindi Translation:

भारतीय सेना ने अपने जवान वापस लेने के लिए सफ़ेद झंडा दिखाया। 

Investigation:

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमे यह दावा किया जा रहा है कि भारतीय सेना ने अपने मरे हुए सैनिक वापस लेने के लिए पाकिस्तानी सेना को श्वेत ध्वज दिखाया.

Investigation

भारत-पकिस्तान के बिगड़े संबंधो के बाद फेक न्यूज़ की बाढ़ सी आ गई है। इसी क्रम में  सेना को लेकर शेयर की गई इस पोस्ट पर हमें शक हुआ। कुछ कीवर्ड्स के साथ गूगल सर्च शुरू किया। इस दौरान हमने दावे में मौजूद कीवर्ड्स “#IndianArmy Waving White flag to get its soldiers back 

Pakistan Army Zindabad” की सहायता से गूगल सर्च किया।

गूगल द्वारा सुझाये गए सर्च परिणाम

हमने भारतीय सेना द्वारा सफ़ेद झंडा फहराने के संदर्भ में गूगल सर्च किया लेकिन हमें जो परिणाम मिलें वो पाकिस्तानी सेना द्वारा सफ़ेद झंडा फहराने वाले थे। ऐसा इसलिए है क्योंकि आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस की सहायता से गूगल आपकी गतिविधियों के अनुसार एक पैटर्न के अनुरूप परिणाम दिखाता है।

हमने पूर्व में भी इस विषय पर पड़ताल की थी इसीलिए गूगल के पास इस संबंध में हमारी पूर्व गतिविधि का एक रिकॉर्ड है।  मूलतः आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस की सहायता से गूगल एक यूजर द्वारा इंटरनेट पर की गई गतिविधियों को मॉनिटर करता है और उसके आधार पर ही यूजर को उसकी सर्च के परिणाम नज़र आते हैं।

इसमें SEO का भी एक बड़ा रोल होता है। यह जानकारी देने के पीछे हमारा मकसद आपको यह बताना है कि कैसे आप गूगल पर किसी चीज की जानकारी के लिए गूगल सर्च करते हैं और अगर आपकी सर्च क्वेरी किसी उत्पाद से संबंधित है तो थोड़े ही देर में आपके सोशल मीडिया में आप उसी चीज का ऐड यानि विज्ञापन देखने लगते हैं।

ऐसे ही दावे पर पूर्व में हमारे द्वारा की गई पड़ताल

इसी तरह का एक दावा पूर्व में भी एक ट्विटर यूजर द्वारा वायरल किया जा रहा था जिसकी पड़ताल के बाद हमने यूजर को पाकिस्तानी सेना द्वारा भारतीय सेना को सफ़ेद झंडा दिखाकर हार स्वीकार करने के दावे का सच बताया था।

भारतीय सेना द्वारा सफ़ेद झंडा दिखाए जाने का सच

अगर गूगल द्वारा दर्शाये गए परिणामों की बात करें तो हमें दावे में मौजूद वीडियो मीडिया द्वारा प्रकाशित आर्टिकल्स में भी मिला। मसलन India Today का यह वीडियो “पाकिस्तानी सेना ने सीजफायर के उल्लंघन के बाद मारे गए अपने 2 सैनिकों की लाश वापस लेने के लिए सफ़ेद झंडा दिखाया” शीर्षक के साथ प्रकाशित हुआ है। वहीं Economic Times का यह वीडियो भी कुछ इस तरह के ही शीर्षक के साथ प्रकाशित किया गया है। इन मीडिया संस्थानों द्वारा प्रकाशित वीडियो में यह देखा जा सकता है कि पाकिस्तानी सेना अपने जवानों की लाश वापस लेने के लिए सफ़ेद झंडा दिखा रही है।

इस बारे में अधिक जानकारी के लिए आप Times Of India द्वारा यूट्यूब पर अपलोड किया यह वीडियो भी देख सकते हैं।

पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता द्वारा ट्वीट के बाद भारतीय सेना द्वारा सफ़ेद झंडा दिखाने का वीडियो हुआ वायरल

दरअसल पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ़ ग़फ़ूर ने ट्वीट कर यह बताया था कि भारतीय सेना अपने घायल और मृत जवानों को वापस लेने में जूझ रही है तथा भारतीय सेना ने सफ़ेद झंडा दिखा दिया है।

सफ़ेद झंडा दिखाने के पीछे कारण

अब यह तो साबित हो चुका था कि भारतीय सेना ने सफ़ेद झंडा नहीं दिखाया बल्कि पाकिस्तान की सेना ने अपने दो मृत सैनिकों के शव वापस लेने के लिए सफ़ेद झंडा दिखाया था। अब हमने यह जानने का प्रयास किया कि सफ़ेद झंडा क्यों दिखाया जाता है और इसको दिखाने के क्या मायने हैं? असल में सफ़ेद झंडा आत्मसमर्पण या सुलह के माध्यम से शांति स्थापित करने का प्रतीक है और जब भी किसी देश की सेना दूसरे देश की सेना को सफ़ेद झंडा दिखाती है तो यह युद्धविराम या उक्त सेना द्वारा आत्मसमर्पण के प्रतीक के रूप में देखा जाता है। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए विकिपीडिया पर मौजूद यह लेख पढ़ा जा सकता है।

हमारी पड़ताल में यह सिद्ध हो गया कि भारतीय सेना ने सफ़ेद झंडा नहीं दिखाया बल्कि पाकिस्तानी सेना ने अपने दो मृत जवानों के शव वापस लेने के लिए सफ़ेद झंडा दिखाया था।

Tools Used:

  • Google Search
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  • Invid

Result: False

Authors

Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

JP Tripathi
Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

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