Authors
Believing in the notion of 'live and let live’, Preeti feels it's important to counter and check misinformation and prevent people from falling for propaganda, hoaxes, and fake information. She holds a Master’s degree in Mass Communication from Guru Jambeshawar University and has been a journalist & producer for 10 years.
फेक खबरों और जानकारियों के खिलाफ लड़ रहे यूरोपियन यूनियन के NGO, EU DisinfoLab ने बड़ा खुलासा किया है। NGO के मुताबिक दुनियाभर में फैली लगभग 265 फर्जी स्थानीय मीडिया कंपनियां भारत के लिए काम कर रही हैं।
आपस में जुड़े हैं इन मीडिया कंपनियों के तार
अक्टूबर में यूरोपियन संघ की डिसइनफॉर्मेशन टास्क फोर्स ने बताया कि खुद को यूरोप संसद की मैगज़ीन बताने वाले EP Today ने अपनी वेबसाइट पर रशिया टुडे और वॉइस ऑफ अमेरिका की कई खबरें प्रकाशित की हैं। प्रकाशित किए गए इन तमाम लेखों और संपादकीय में केवल पाकिस्तान के अल्पसंख्यकों और भारत से जुड़े मामले ही थे।
2/14 Here, you can see that content from BOTH Russia Today and Voice of America was syndicated to increase the web visibility of EP Today and their Facebook page #contentsyndication pic.twitter.com/VfYEZP4VJz — EU DisinfoLab
Tweet
(@DisinfoEU) October 9, 2019
EU DisinfoLab ने अपनी पड़ताल में पाया कि EP Today को भारत के कुछ लोग चला रहे हैं।
10/14 It is interesting to note that Srivastava Group’s office is located at Square de Meus in Brussels, which is close to the European Parliament. And it seems as though they share the same office address as EP Today. pic.twitter.com/HnfnaNgej7 — EU DisinfoLab
Tweet
(@DisinfoEU) October 9, 2019
11/14 Meanwhile, we searched to find out which servers these domains are hosted on, and found that both https://t.co/Kqaz5FUerg and https://t.co/nyll4VNwHU were hosted on the same server https://t.co/ihD9IbIjsb.
Tweet
Another significant one here is https://t.co/odiHngS7S1. pic.twitter
(@DisinfoEU) October 9, 2019
11/14 Looking back at https://t.co/IRLgD2oddB’s website, we searched for its IP history using the https://t.co/A3PF5YxV2R service, and we found that https://t.co/gDKZ37ptkh was previously hosted on the same server as the https://t.co/PLxP3Y7Hr8. pic.twitter.com/aJanAIvltm — EU Di
Tweet
(@DisinfoEU) October 9, 2019
यूरोपियन संघ के प्रतिनिधि मंडल और श्रीवास्तव ग्रुप का कनेक्शन
श्रीवास्तव ग्रुप से जुड़ा ये IP एडरेस भारत के भी ऑनलाइन मीडिया New Delhi Times और NGO IINS से जुड़ा है। IINS वहीं संस्था है जिसने पिछले दिनों भारत आए यूरोपियन संघ के प्रतिनिधि मंडल का खर्चा उठाया था। इस पर Newschecker ने भी कई तथ्य सामने रखे थे। इस दौरान हमें भी EP Today, मादी शर्मा और श्रीवास्तव ग्रुप के तार आपस में जुड़े होने का शक हुआ था।
मादी शर्मा वहीं हैं जिन्होंने इस प्रतिनिधि मंडल को भारत आने और प्रधानमंत्री मोदी से मिलने का न्योता भेजा था। मादी शर्मा जो खुद को एक इंटरनेशनल बिज़नेस ब्रोकर बताती हैं, इन मीडिया कंपनियों के लिए भारत के पक्ष में लेख लिखती रही हैं।
IINS का दफ्तर दिल्ली के सफदरजंग एनक्लेव में स्थित है, इसी पते पर कई अन्य कंपनियां भी रजिस्टर्ड हैं
किसका है श्रीवास्तव ग्रुप ?
कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक इस ग्रुप के संस्थापक डॉ. जीएन श्रीवास्तव हैं जिनका 1999 में देहांत हो गया था। कंपनी की चेयरपर्सन प्रमिला श्रीवास्तव हैं और अंकित श्रीवास्तव और नेहा श्रीवास्तव कंपनी के वाइस चेयरपर्सन हैं। श्रीवास्तव ग्रुप माइनिंग से लेकर हेल्थकेयर जैसे कई क्षेत्रों में ट्रेडिंग का काम करती है। हालांकि कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय से मिली जानकारी के मुताबिक कंपनी 2018 में ही MCA में शामिल हुई है।
वहीं कंपनी के बारे में जानकारी जुटाने के बाद पता चला कि इसके मौजूदा डायरेक्टर अंकित श्रीवास्तव और नेहा श्रीवास्तव हैं।
कौन हैं अंकित श्रीवास्तव?
जीनीवा से BBA करने वाले अंकित श्रीवास्तव कई कंपनियों के डायरेक्टर और फाउंडर हैं। जिसकी जानकारी उनके LinkedIn प्रोफाइल पर भी मौजूद हैं।
नेहा शर्मा इन कंपनियों की हैं डायरेक्टर
EU DisinfoLab की जांच आगे बताती है कि जिनिवा का एक ऑनलाइन अख़बार ‘timesofgeneva.com’ भी EP Today जैसे ही लेख छाप रहा है जो कश्मीर पर पाकिस्तान के रवैये की आलोचना करते हैं।
You’ve now heard of EP Today, but have you ever heard of Times of Geneva? This, and many more “news outlets”, are part of a worldwide network of influence managed by the same group of people and organisations. But first, let’s explain how we got here. (1/8) pic.twitter.com/0dGUel
Tweet
(@DisinfoEU) November 7, 2019
EP Today और timesofgeneva के आपस में जुड़े लिंक की जांच करते हुए EU DisinfoLab 4newsagency.com तक जा पहुंचा। 4newsagency.com, चार न्यूज़ एजेंसियों (स्विटजरलैंड, बेलजियम, थाईलैंड, अबु धाबी) के साथ मिलकर काम करती है। जिनकी टीमें 100 से ज्यादा देशों में मौजूद है। यहां भी EP Today और timesofgeneva जैसे ही लेख पाए गए।
इन सभी सबूतों की मदद से EU DisinfoLab ने 65 देशों के लगभग 265 मीडिया कंपनियों के बारे में पता लगाया जो लगभग एक ही तरह के लेख और ख़बरें छाप रहे हैं जो कि भारत के हित में हैं। इस पूरे मामले में EU DisinfoLab की पड़ताल जारी है और जल्द मामले में कई और खुलासे किए जा सकते हैं।
(किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in)
Authors
Believing in the notion of 'live and let live’, Preeti feels it's important to counter and check misinformation and prevent people from falling for propaganda, hoaxes, and fake information. She holds a Master’s degree in Mass Communication from Guru Jambeshawar University and has been a journalist & producer for 10 years.