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Claim:
असम के डिटेंशन सेंटर की फिलहाल यह हालत है। यह वीडियो हर किसी के पास तक पहुंचनी चाहिए क्योंकि जो लोग आज आवाज़ नहीं उठाएंगे कल उन लोगों का भी यही हाल होगा।
Verification:
व्हाट्सएप्प पर हमारे एक पाठक ने हमें एक वायरल वीडियो खंगालने के लिए भेजा था। यह वीडियो एक जेल की है और वायरल वीडियो में पुलिसकर्मी कुछ लोगों को डंडे से पीटते हुए नज़र आ रहे है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि यह असम के डिटेंशन सेंटर की है। यह वीडियो हर किसी के पास तक पहुंचनी चाहिए क्योंकि जो लोग आज आवाज़ नहीं उठाएंगे कल उन लोगों का भी यही हाल होगा।
कुछ कीवर्ड्स और टूल्स की मदद से वायरल हो रही वीडियो को खंगाला। पड़ताल के दौरान हमें Asia Times का लेख मिला जो कि 17 जनवरी, 2019 यानि 1 साल पुराना है। लेख से हमने जाना कि श्रीलंका में कैदियों के अधिकारों के उल्लंघन के बारे में बहस को नवीनीकृत करते हुए, जेल अधिकारियों द्वारा प्रताड़ित कैदियों के एक समूह का वीडियो है। जेल अधिकारी कैदियों को डंडे से पीटते हुए घुटनों के बल बैठकर जेल यार्ड के चक्कर लगाने को मजबूर कर रहे हैं। साथ ही रिमांड कस्टडी में कैदियों को गंभीर हिंसा का सामना भी करना पड़ा था। यह सीसीटीवी फुटेज नई जेल की है जो कि Island South, Angunakolapelessa में है।
YouTube खंगालने पर हमें सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो मिला। जो कि Colombo Telegraph नाम के चैनल ने 16 जनवरी, 2019 को अपलोड किया था।
Asia Times | Beating of inmates caught on Sri Lankan jail cameras | Article
Leaked video footage of a group of unarmed inmates being beaten with batons by prison officials has surfaced, renewing the debate about violations of prisoners’ rights in Sri Lanka. Footage from closed-circuit television (CCTV) cameras in a new prison in the island’s south called Angunakolapelessa was filmed late last year, when the country had a constitutional crisis and lacked an active government.
हमारी पड़ताल में हमने सोशल मीडिया पर वायरल हो रही वीडियो को श्रीलंका के जेल का पाया है। लोगों को भ्रमित करने के लिए 1 साल पुराने वीडियो को असम के डिटेंशन सेंटर का बताकर वायरल किया जा रहा है।
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