Authors
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.
सोशल मीडिया पर एक मंदिर का वीडियो खूब वायरल हो रहा है। वीडियो में मंदिर के चमकते सुनहरे गलियारों को देखा जा सकता है जहां अभी मरम्मत का काम चल रहा है। वीडियो में हिन्दू देवी-देवताओं की मूर्तियों के साथ मंदिर के गलियारों में सैकड़ों जलते हुए दियों को भी देखा जा सकता है। वीडियो शेयर करने वाले यूज़र ने दावा किया है कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरू होने से पहले भूमि पूजन के लिए यह पंडाल/मंडप बनवाया गया है।
ट्वीट का आर्काइव लिंक यहाँ देखें।
उक्त वीडियो को सोशल मीडिया पर कई अन्य यूज़र्स ने भी शेयर किया है।
Fact check / Verification
उच्चतम न्यायालय द्वारा राम मंदिर पर दिए गए आदेशानुसार केंद्र सरकार और यूपी की योगी सरकार ने अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरू करने के लिए 5 अगस्त की तारीख सुनिश्चित की है। इस बीच सोशल मीडिया पर एक चमकते मंदिर पंडाल का वीडियो शेयर किया जा रहा। कोरोना काल के दौरान वायरल हो रहे मंदिर के इस वीडियो में दिख रहे लोगों ने अपने मुँह पर मास्क नहीं लगाया है।
बारीकी से देखने से हमें लगा कि यह वीडियो पुराना हो सकता है। वीडियो की सत्यता जानने के लिए हमने अपनी पड़ताल आरम्भ की। इस दौरान हमने वीडियो को Invid टूल की मदद से कुछ कीफ्रेम्स में तोड़कर गूगल पर खोजना शुरू किया। लेकिन हमें वीडियो से संबंधित कोई उचित परिणाम नही मिले।
इसके बाद हमने वीडियो की जांच के लिए ट्विटर पर वीडियो को खंगाला। जहां हमें वायरल वीडियो पर एक ट्वीट प्राप्त हुआ।
ट्वीट में एक यूट्यूब लिंक अपलोड कर यह जानकारी दी गयी है कि यह वीडियो 6 माह पुराना है तथा वायरल वीडियो अयोध्या का नहीं बल्कि हैदराबाद का है। इसके बाद हमने ट्वीट में दिए गए यूट्यूब लिंक को क्लिक किया। जहां हमने पाया कि प्राप्त वीडियो का दृश्य वायरल वीडियो से हूबहू मेल खाता है।
Comparison, वायरल वीडियो / यूट्यूब वीडियो
उक्त वीडियो यूट्यूब पर जनवरी साल 2020 में अपलोड किया गया है। साथ ही वीडियो के उल्लेख में बताया गया है कि यह वीडियो हैदराबाद स्थित ‘श्री रंगनाथन स्वामी मंदिर’ का है।
यूट्यूब पर दी गयी जानकारी की पुष्टि के लिए हमने गूगल पर ‘श्री रंगनाथन स्वामी का मंदिर‘ के नाम से खोजा। इस दौरान हमें Just dial की वेबसाइट पर मंदिर की कुछ तस्वीरें मिली। इन तस्वीरों की झलक हमें यूट्यूब पर मिले वीडियो में भी देखने को मिली थी।
अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन के लिए की जा रही तैयारियों की जानकारी के लिए इस लेख को पढ़ा जा सकता है।
Conclusion:
हमारी पड़ताल में यह साबित हुआ कि वायरल वीडियो अयोध्या के राम मंदिर का नहीं बल्कि हैदराबाद के ‘श्री रंगनाथन स्वामी के मंदिर ‘ का है साथ ही वीडियो हाल का नहीं बल्कि 6 माह पुराना है।
Result- Misleading
Our Sources
https://www.youtube.com/watch?v=Mt_YG5HBY_0
https://twitter.com/mayurkasale/status/1289760267207761924
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A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.