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सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो बहुत तेज़ी से वायरल हो रही है। वीडियो में सड़क पर बहुत सारा पानी भरा हुआ है। ऐसे में बहते हुए पानी में एक ट्रैफिक सिग्नल को तैरते हुए देखा जा सकता है। वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि इतिहास में पहली बार सिग्नल सड़क पार कर रहा है। इस वीडियो को हैदराबाद में हो रही तेज़ बारिश से जोड़कर शेयर किया जा रहा है।
वायरल पोस्ट के आर्काइव वर्ज़न को यहां, यहां और यहां देखा जा सकता है।
नीचे देखा जा सकता है कि वायरल वीडियो को ट्विटर पर अलग-अलग यूज़र्स द्वारा शेयर किया जा रहा है।
नीचे देखा जा सकता है कि वायरल वीडियो को फेसबुक पर अलग-अलग यूज़र्स द्वारा शेयर किया जा रहा है।
Fact Check/Verification
हैदराबाद में हो रही बारिश के नाम से वायरल हो रही वीडियो की सत्यता जानने के लिए हमने पड़ताल शुरू किया। InVID की मदद से मिले कीफ्रेम्स को Yandex Search करने पर हमें कुछ परिणाम मिले।
पड़ताल के दौरान हमें 11 मई, 2018 को CGTN (China Global Television Network) के आधिकारिक YouTube चैनल पर अपलोड की गई एक वीडियो मिली।
वीडियो के डिस्क्रिप्शन में लिखा हुआ है कि “चीन में वॉकिंग ट्रैफिक लाइट सड़क पर आ गई और बाढ़ के कारण बह गई।” CGTN के मुताबिक यह वीडियो दक्षिणी चीन के गुआंशी जुआंग स्वायत्त क्षेत्र के युलिन शहर (Yulin City of South China’s Guangxi Zhuang Autonomous Region) में शूट किया गया है। इस भारी बारिश के कारण 70 हजार लोग प्रभावित हुए थे।
अधिक खोजने पर हमें चीनी मीडिया China Daily द्वारा प्रकाशित की गई एक मीडिया रिपोर्ट मिली। इसके मुताबिक 2 साल पहले यानि 2018 में गुआंशी में भारी बारिश हुई थी जिसके कारण 70 हजार लोग प्रभावित हुए थे।
पड़ताल के दौरान हमें चीनी वीडियो स्ट्रीमिंग साइट Tencent Video पर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही वीडियो मिली। यह वीडियो सितंबर, 2018 में अपलोड की गई थी।
देखा जा सकता है कि इस वीडियो के 31 सेकंड से 39 सेकंड वाला भाग काटकर वायरल किया जा रहा है।
पड़ताल के दौरान हमेंChina Plus South Africa के आधिकारिक पेज पर शेयर की गई एक फेसबुक पोस्ट मिली। यह वीडियो 13 जून, 2018 को पोस्ट की गई थी। यहां इस वीडियो को चीन के गुआंशी का बताया गया है।
ट्विटर खंगालने पर हमें People’s Daily China के आधिकारिक हैंडल से किया गया एक ट्वीट मिला। देखा जा सकता है कि वायरल वीडियो को यहां ट्वीट किया गया था।
नीचे तस्वीर में देखा जा सकता है कि वीडियो में दुकानों के साइनबोर्ड और स्कूटी पर लगे स्टिकर मंदारिन भाषा (Mandarin) में है।
पिछले साल सितंबर, 2019 में भी इस वीडियो को मुंबई का बताकर शेयर किया जा रहा था। यहां पर देखा जा सकता है कि हमारी टीम ने इस वीडियो को पहले भी डिंबक किया हुआ है।
Conclusion
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रही वीडियो का बारीकी से अध्ययन करने पर हमने पाया कि इस वीडियो का हैदराबाद से कोई लेना-देना नहीं है। असल में यह वीडियो साल 2018 में चीन के यूलिन शहर में शूट की गई थी।
Result: False
Our Sources
YouTube https://www.youtube.com/watch?v=2s6Rn28uhXM&feature=emb_title
China Daily https://www.chinadaily.com.cn/a/201805/11/WS5af46e33a3105cdcf651d37e.html
Twitter https://twitter.com/PDChina/status/1007098460888154113
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