Authors
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.
सोशल मीडिया पर पीएम के नाम से एक पत्र वायरल हो रहा है, पत्र में प्रधानमंत्री ने भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और बिहार यूनिट की उनकी टीम को हालिया बिहार चुनाव प्रचार के लिए बधाई दी है। साथ ही पत्र में आगे पीएम मोदी ने बिहार में मुख्यमंत्री पद के लिए गिरिराज सिंह को चुनने के लिए आग्रह किया है।
WhatsApp फॉरवर्ड
Fact check / Verification
बिहार में आज विधानसभा चुनाव के परिणाम आने वाले हैं। बीतते हर एक मिनट पर सोशल मीडिया में बिहार चुनाव से संबंधित उलटफेर देखने को मिल रहे हैं।। ऐसे में भ्रामक खबरों के शेयर होने की संभावनाएं काफी बढ़ जाती है।
इसी बीच Newschecker.in के एक पाठक ने हमारे WhatsApp नंबर पर प्रधानमंत्री द्वारा लिखा हुआ एक वायरल पत्र हमें भेजकर उसमें लिखी बातों की प्रमाणिकता जांचने को कहा। वायरल पत्र का सत्यापन करने के लिए हमने अपनी पड़ताल आरम्भ की।
इस दौरान वायरल पत्र पर गौर करने पर हमने जाना कि उक्त पत्र से मेल खाता एक और पत्र पूर्व में भी वायरल हो चुका है, जिसकी पड़ताल newschecker.in पहले ही कर चुका है। उक्त पड़ताल को नीचे दिए गए लिंक में पढ़ा जा सकता है।
इसके बाद हमने दोनों ही पत्रों की आपस में तुलना की। इस दौरान हमने दोनों ही पत्रों में लिखावट के साथ-साथ कई शब्दों में भी समानताएं नजर आयीं इसके साथ ही हमने पाया कि दोनों ही पत्रों में पीएम मोदी के एक जैसे ही दस्तख़त किये गए हैं।
वायरल पत्र की सत्यता जानने के लिए हमने गूगल पर पीएम मोदी द्वारा लिखे गए कुछ आधिकारिक पत्रों को खोजना शुरू किया। इस दौरान हमें सबसे पहले newskarnatak.com नामक वेबसाइट पर पीएम मोदी का एक पत्र मिला। जहाँ उन्होंने जन्मदिन पर कर्नाटक निवासी नागेंद्र सुरेश शेट द्वारा मिली शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद दिया है।
इसके साथ ही हमें ddinews.gov.in की वेबसाइट पर भी पीएम द्वारा लिखा गया एक आधिकारिक पत्र प्राप्त हुआ। प्राप्त पत्र में पीएम मोदी ने क्रिकेटर सुरेश रैना को रिटायरमेंट लेने पर पत्र लिखा था।
उपरोक्त प्राप्त दोनों आधिकारिक पत्रों पर गौर करने पर हमने पाया कि दोनों पत्रों में दिनांक लिखने वाले कॉलम का ढंग और प्रधानमंत्री के दस्तख़त वायरल पत्र से काफी अलग हैं।
तुलना वायरल पत्र / पीएम मोदी आधिकारिक पत्र
दस्खत की तुलना
Conclusion
वायरल पत्र की पड़ताल के दौरान मिले तथ्यों से पता चला कि वायरल पत्र फोटोशॉप्ड है। प्रधानमंत्री ने 05 नवंबर साल 2020 को ऐसा कोई पत्र भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को नहीं लिखा, जहां उन्होंने गिरिराज सिंह को बिहार का सीएम बनाने की बात की हो।
Result- Fabricated
Our Sources
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A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.