Authors
A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर यह दावा किया गया कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों के दौरान चुनाव कार्य के लिए नियुक्त अधिकारी ही फर्जी वोट डालने लगे.
अगर आप सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं तो अमेरिकी चुनावों का जिक्र कभी ना कभी आपके भी टाइमलाइन से जरूर गुजरा होगा. वैश्विक दृष्टिकोण से सबसे अहम अमेरिकी चुनावों का जिक्र काफी स्वाभाविक है और इतने बड़े पैमाने पर इन चुनावों की चर्चा के बीच फेक न्यूज़ का होना भी उतना ही स्वाभाविक है. इसी क्रम में सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया गया जहाँ एक पोलिंग बूथ के अंदर पोलिंग अधिकारियों को स्वयं वोट डालते हुए देखा जा सकता है. वीडियो के साथ यह दावा किया गया कि जब पोलिंग अधिकारी खुद ही फर्जीवाड़े में संलिप्त हों तो ऐसे में मौजूदा राष्ट्रपति Donald Trump का सुप्रीम कोर्ट जाना स्वाभाविक है. इस दावे को कई ट्विटर तथा फेसबुक यूजर्स ने भी शेयर है.
Fact Check/Verification
वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले वीडियो को कुछ की-फ्रेम्स में बांटा तथा एक की-फ्रेम की सहायता से गूगल सर्च किया. गूगल सर्च से प्राप्त परिणामों को देखने पर हमें यह जानकारी मिली कि वायरल वीडियो पिछले कई वर्षो से इंटरनेट पर मौजूद है. की-फ्रेम को गूगल पर सर्च करने पर डिफ़ॉल्ट कीवर्ड्स से हमें यह भी जानकारी मिली कि यह वीडियो रूस से संबंधित है तथा सर्च परिणामों से भी हमारे इस विश्लेषण की पुष्टि हो गई.
गूगल सर्च के परिणामों में सबसे ऊपर आये एक यूट्यूब लिंक को खोलने पर हमें यह जानकारी मिली कि यह वीडियो रूस का है तथा इसे साल 2018 के मार्च महीने में पहली बार इंटरनेट पर अपलोड किया गया था.
The Washington Post में वीडियो को लेकर प्रकाशित एक लेख में यह जानकारी दी गई है कि यह वीडियो 2018 में रूस में हुए राष्ट्रपति चुनावों के दौरान शूट किया गया था जहां कई जगहों पर मतदान में फर्जीवाड़े की खबरें आई थी. गौरतलब है कि रूस के तत्कालीन राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन इस चुनाव में फिर से राष्ट्रपति चुन लिए गए थे और वह अभी तक अपने पद पर बने हुए हैं.
इसके बाद हमें वायरल वीडियो को लेकर प्रकाशित कई अन्य मीडिया रिपोर्ट्स भी मिली जो उपरोक्त रिपोर्ट्स और यूट्यूब वीडियो में दी गई जानकारी का समर्थन करते हैं.
इस प्रकार हमारी पड़ताल में यह बात साफ़ हो जाती है कि वायरल वीडियो अमेरिका में हाल ही में हुए राष्ट्रपति चुनावों से संबंधित नहीं है बल्कि यह वीडियो रूस में 2018 में हुए राष्ट्रपति चुनावों के दौरान शूट किया गया था.
Result: Misplaced Context
Sources:
The Washington Post: https://www.washingtonpost.com/news/worldviews/wp/2018/03/19/videos-online-show-blatant-ballot-stuffing-in-russia/
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A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.