Authors
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.
सोशल मीडिया पर बीजेपी के वरिष्ठ प्रवक्ता संबित पात्रा की एक तस्वीर वायरल हो रही है। तस्वीर में पात्रा को एक सड़क किनारे बने फुटपाथ पर बैठकर एक गरीब परिवार के साथ खाना खाते हुए देखा जा सकता है। तस्वीर शेयर करने वाले यूज़र ने संबित पात्रा पर तंज कसने के लिए यह तस्वीर अपलोड की है। यूज़र ने बीजेपी पर कटाक्ष करते हुए लिखा है कि संबित को खाना बनाकर खिलाने वाला परिवार उज्वला गैस योजना का लाभ ले रहा है।
वायरल पोस्ट का आर्काइव लिंक यहाँ देखें।
Fact check / Verification
सोशल मीडिया पर बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा की वायरल तस्वीर को देखने पर हमें इसके फोटोशॉप्ड होने की आशंका हुई। जिसके बाद वायरल तस्वीर पर हमने पड़ताल आरम्भ की। पड़ताल के दौरान सबसे पहले वायरल तस्वीर को गूगल पर रिवर्स इमेज टूल के माध्यम से खोजना शुरू किया।
खोज के दौरान हमने जाना कि उक्त तस्वीर साल 2019 में खूब वायरल थी। यहाँ भी वायरल तस्वीर के माध्यम से बीजेपी पर कटाक्ष किया गया था। इस दौरान वायरल तस्वीर को ट्विटर पर साल 2019 में सैकड़ों यूज़र्स ने शेयर किया था।
वायरल तस्वीर की सटीक जानकारी प्राप्त करने के लिए हमने गूगल पर बारीकी से खोजना शुरू किया। इस दौरान हमें वायरल तस्वीर The indian express की वेबसाइट पर 31 मई साल 2015 को छपे एक लेख में मिली।
लेख के मुताबिक यह तस्वीर मुंबई के फुटपाथ पर रहने वाली एक गरीब परिवार की है। दोनों ही तस्वीरों की तुलना करने पर हमने जाना कि बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा असली तस्वीर में नजर नहीं आ रहे हैं।
इसके बाद हमने वायरल तस्वीर में इस्तेमाल हुई संबित पात्रा की तस्वीर को खोजना शुरू किया। खोज के दौरान हमें ट्विटर पर संबित पात्रा द्वारा साल 2019 में किया गया एक पोस्ट मिला। जहां उन्होंने कुछ तस्वीरें किसी अन्य भाषा के कैप्शन के साथ अपलोड की है। ट्रांसलेशन की सहायता से हमने जाना कि संबित ओडिसा की पीपली विधानसभा के भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ खाना खा रहे हैं।
इन्हीं तस्वीरों में से एक तस्वीर को क्रॉप कर वायरल तस्वीर फोटोशॉप्ड करके बनाई गई है।
वायरल और प्राप्त तस्वीर की तुलना।
Conclusion
वायरल तस्वीर की पड़ताल के दौरान हमें उपरोक्त मिले तथ्यों से पता चला कि वायरल तस्वीर फोटोशॉप्ड है। दो तस्वीरों का इस्तेमाल कर वायरल फोटोशॉप्ड तस्वीर बनाई गई है। इसमें एक तस्वीर मुंबई के फुटपाथ पर रहने वाले एक गरीब परिवार की है तो वहीं दूसरी संबित पात्रा की तस्वीर ओडिसा की पीपली विधानसभा में एक भोज के दौरान की है।
Result-Fabricated
Our Sources
https://twitter.com/sambitswaraj/status/1112317289653657602
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A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.