Authors
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.
केंद्र सरकार द्वारा नए कृषि कानून लागू किए जाने के बाद से पंजाब, हरियाणा सहित कई अन्य राज्यों के किसानों ने इस बिल को लेकर विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है। जिसके बाद से सोशल मीडिया पर किसान आंदोलन को लेकर तरह-तरह की तस्वीरें व खबरें खूब वायरल हो रही हैं। ऐसे में कई पुरानी तस्वीरों के माध्यम से फेक न्यूज़ भी फैलाई जा रही है।
इसी दौरान सोशल मीडिया पर एक महिला की तस्वीर वायरल हुई। तस्वीर शेयर करने वाले यूज़र का दावा है कि तस्वीर में दिख रही महिला हाथरस रेप पीड़िता की नकली भाभी हैं, जिन्होंने अब हाल के किसान आंदोलन का मोर्चा संभाला है।
वायरल पोस्ट का आर्काइव लिंक यहाँ देखें।
वायरल तस्वीर को सोशल मीडिया पर कई अन्य यूज़र्स ने भी शेयर किया है।
Fact check / Verification
केंद्र द्वारा लागू नए कृषि कानून को वापस लेने और फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी की मांग को लेकर पंजाब, हरियाणा सहित कई अन्य राज्यों के किसानों ने 26 नवंबर को हजारों की संख्या में दिल्ली कूच करने का ऐलान किया था। लेकिन दिल्ली पुलिस और हरियाणा पुलिस ने किसानों को दिल्ली की सीमाओं पर ही रोक लिया।
जिसके बाद किसानों ने सीमा पर ही धरने पर बैठने का फैसला लिया। किसानों के प्रदर्शन का आज छठा दिन है। ऐसे में किसानों के इस विरोध प्रदर्शन से दिल्ली व देश की सियासी तपिश बढ़ती ही जा रही है। सभी राजनीतिक दाल अपनी-अपनी रोटियां सेकने में लगे हुए हैं।
सोशल मीडिया पर भी इस आंदोलन को खूब तूल मिल रही है। ऐसे में कई तरह की भ्रामक खबरों को भी बढ़ावा मिल रहा है। इसी बीच ट्वीटर के कुछ यूज़र्स ने एक महिला की तस्वीर शेयर कर उसे हाथरस रेप पीड़िता की भाभी नकली बताया है।
इसके पूर्व भी हाथरस रेप पीड़िता की भाभी को लेकर एक भ्रामक खबर वायरल हो हुई थी। जिसकी पड़ताल हमारी टीम द्वारा की जा चुकी है। पड़ताल के लिंक को यहाँ देखें।
हाथरस रेप पीड़िता की भाभी को लेकर हाल ही में वायरल हो रहे दावे के गलत होने की आशंका हुई। जिसके बाद हमने अपनी पड़ताल आरम्भ की। पड़ताल के दौरान सबसे पहले वायरल दावे की सत्यता जानने के लिए वायरल महिला की तस्वीर को रिवर्स इमेज टूल के माध्यम से खोजना शुरू किया।
इस दौरान हमें वायरल वायरल तस्वीर फेसबुक पर BKU (BKU-Bharti Kisan Union Ekta Ugrahan) द्वारा 10 फरवरी साल 2019 को किए गए एक पोस्ट में मिली। हालांकि पोस्ट में तस्वीर की कोई जानकारी नहीं दी गई थी, लेकिन यह साफ़ हो गया कि वायरल तस्वीर हाल की नहीं बल्कि कई महीने पुरानी है।
इसके बाद हमने BKU द्वारा फेसबुक पर फरवरी साल 2019 को किए गए अन्य पोस्ट्स को भी खंगालना शुरू किया। इस दौरान हमें BKU द्वारा 17 फरवरी को किया गया एक पोस्ट मिला। जहां BKU संगठन द्वारा CAA NCR और NPR के खिलाफ किये गए विरोध प्रदर्शन की जानकारी दी गयी है।
इस दौरान हमें पता चला कि BKU संगठन द्वारा फरवरी साल 2019 में CAA, NRC और NPR के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था। लेकिन यहाँ हमें वायरल तस्वीर की कोई उचित जानकारी नहीं मिल पाई। पड़ताल के दौरान हमारी नजर वायरल तस्वीर के बैकग्राउंड में दिख रहे कुछ बोर्ड्स पर लिखे नामों पर पड़ी।
जहां हमें सबसे पहले (PANACHE EXHIBITION PVT.LTD) का नाम दिखा। हमने इस नाम को गूगल मैप पर खोजना शुरू किया। इस दौरान गूगल पर मिले परिणामों से पता चला कि PANACHE EXHIBITION PVT.LTD दिल्ली के कालिंदी कुंज में स्थित है।
इसके साथ ही हमने कालिंदी कुंज स्थित Peter England के शोरूम को भी गूगल अर्थ टूल पर खोजा। इस दौरान हमें गूगल अर्थ पर एक तस्वीर मिली, जो वायरल तस्वीर के बैकराउंड से मेल खाती है।
वायरल तस्वीर और प्राप्त तस्वीर की तुलना
दोनों तस्वीरों की तुलना करने पर हमने पाया कि वायरल तस्वीर दिल्ली के कालिंदी कुंज की है। जहां फरवरी साल 2019 में CAA और NRC के खिलाफ सबसे जोरों से विरोध प्रदर्शन हुआ था।
Conclusion
वायरल तस्वीर की पड़ताल के दौरान उपरोक्त मिले तथ्यों से पता चला कि वायरल तस्वीर ना तो हाल के किसान आंदोलन की है और ना ही तस्वीर में दिख रही महिला का संबंध हाथरस रेप पीड़िता से है। इससे पूर्व भी हाथरस रेप पीड़िता की भाभी को लेकर कई भ्रामक दावे वायरल हो चुके हैं। जिनका फैक्ट चेक newschecker टीम द्वारा किया जा चुका है।
Result -False
Our sources
https://www.facebook.com/bkuektaugrahan/photos/a.275916659594151/798205770698568
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A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.