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पीएम मोदी द्वारा नेता जी सुभाष चंद्र बोस के ड्राइवर का पैर छूने की वर्षों पुरानी तस्वीर फिर से हुई वायरल

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Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

23 जनवरी 2021 को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेता जी के ड्राइवर निजामुद्दीन को ढूंढकर उन्हें सम्मानित किया।

सोशल मीडिया पर यह तस्वीर इस आशय के साथ वायरल है कि देश के पीएम नरेंद्र मोदी ने नेता जी के सहयोगी रहे आजाद हिन्द फ़ौज के कर्नल और उनके ड्राइवर निजामुद्दीन को सम्मानित किया। दावा किया गया है कि वे मुफलिसी का जीवन जी रहे थे। दावे का आर्काइव यहाँ देखा जा सकता है। इस दावे को ट्विटर पर तेजी से शेयर किया गया है।

Fact Check/Vaerification

प्रधानमंत्री द्वारा नेता जी सुभाष चंद्र बोस के ड्राइवर और सहयोगी रहे आजाद हिन्द फ़ौज के कर्नल निजामुद्दीन को सम्मानित करने की तस्वीर वायरल है। दावा किया गया है कि बीते 23 जनवरी को पीएम ने उन्हें सम्मानित किया है। दावे की पड़ताल के लिए सबसे पहले हमने गूगल रिवर्स की मदद से सर्च किया। इस दौरान हमें कुछ मीडिया संस्थानों द्वारा कई वर्ष पूर्व प्रकाशित की गई रिपोर्ट्स प्राप्त हुई। रिपोर्ट्स के मुताबिक़ पीएम नरेंद्र मोदी ने बनारस यात्रा के दौरान कर्नल निजामुद्दीन को सम्मानित किया था और पैर छुए थे।

तस्वीर का सच जानने के लिए की गई पड़ताल के दौरान हमें अमर उजाला का एक लेख प्राप्त हुआ। लेख के मुताबिक तस्वीर में दिख रहे व्यक्ति निजामुद्दीन ही हैं जिनका पैर पीएम मोदी ने छुआ था।

बारीकी से खोजने के दौरान हमें India news का एक वीडियो दिखाई दिया। इस वीडियों में साफ़ देखा जा सकता है कि मोदी ने कर्नल निजामुद्दीन को शॉल भेंट की और फिर उनके पैरों में झुककर आशीर्वाद प्राप्त किया। बताते चलें कि कर्नल निजामुद्दीन यूपी के आजमगढ़ में पैदा हुए थे और आजाद हिन्द फ़ौज के वफादार सिपाही थे। वे नेताजी के ड्राइवर और फ़ौज के कर्नल भी हुआ करते थे। करीब 7 साल पुराना यह वीडियो पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी का है।

खोज के दौरान पीएम मोदी द्वारा किया गया एक ट्वीट प्राप्त हुआ। यह ट्वीट उनके हैंडल से साल 2017 में किया गया था। ट्वीट में पीएम मोदी ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है। इसका मतलब यह हुआ कि वायरल तस्वीर के साथ किया गया दावा फर्जी है। कर्नल निजामुद्दीन का निधन साल 2017 में ही हो चुका है।

गौरतलब है कि साल 2019 में भी यह तस्वीर अलग दावे के साथ सोशल मीडिया में वायरल हो गई थी। उस समय भी हमारी टीम ने वायरल तस्वीर का फैक्ट चेक किया था।

Conclusion

हमारे द्वारा की गई पड़ताल में यह साफ़ हो चुका है कि तस्वीर में दिख रहे व्यक्ति का इंतकाल हो चुका है। नरेंद्र मोदी उनके निधन पर शोक भी जता चुके हैं। इस तरह यह बात साफ़ हो जाती है कि सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही यह तस्वीर हालिया दिनों की नहीं बल्कि काफी पुरानी है।

Result- Misleading

Sources

India News-https://www.youtube.com/watch?v=OLRwQcNmAeE

Amar Ujala-https://www.amarujala.com/news-archives/india-news-archives/modi-touched-colonel-nizamuddin-feets-in-varanasi

Narendra Modi Tweet-https://twitter.com/narendramodi/status/828806048819589120

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Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

JP Tripathi
Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

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