Authors
A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.
सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर कर यह दावा किया गया कि आम आदमी पार्टी की गुजरात इकाई ने एक होर्डिंग लगाकर पूजा-पाठ छोड़कर नमाज पढ़ने की अपील की है.
अक्सर चुनावों के दौरान सोशल मीडिया पर फेक न्यूज़ और गलत जानकारियों की आवृति में वृद्धि देखी जाती है. गुजरात में 2022 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी समेत अन्य राजनैतिक दल गुजरात विधानसभा चुनावों में अपना परचम लहराने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं. एक तरफ जहां पार्टी कार्यकर्ता जमीन पर रैलियों, जनसंपर्क तथा सामाजिक आयोजनों के माध्यम से मतदाताओं से अपनी पार्टी को जीत दिलाने की अपील कर रहें हैं, तो वहीं लगभग सभी प्रमुख दलों ने अपने सोशल मीडिया चैनल्स पर भी गतिविधि बढ़ा दी है.
इसी क्रम में, भाजपा समर्थक सोशल मीडिया यूजर्स ने एक तस्वीर शेयर कर यह दावा किया कि आम आदमी पार्टी की गुजरात इकाई ने एक होर्डिंग लगवाकर जनता से यह अपील की है कि लोग हिन्दू रीति-रिवाजों का पालन ना कर नमाज पढ़ें.
आम आदमी पार्टी द्वारा हिन्दू रीति-रिवाजों का पालन ना कर नमाज पढ़ने की अपील के दावे के साथ वायरल हो रही यह तस्वीर फेसबुक यूजर्स द्वारा भी तेजी से शेयर की जा रही है.
Fact Check/Verification
वायरल दावे की पड़ताल के लिए, हमने सबसे पहले तस्वीर को गूगल पर ढूंढा. लेकिन इस प्रक्रिया में हमें कोई ऐसी जानकारी नहीं मिली, जिससे इस बात की पुष्टि होती हो कि आम आदमी पार्टी की गुजरात इकाई ने एक होर्डिंग लगवाकर हिन्दू रीति-रिवाजों का पालन ना कर नमाज पढ़ने की अपील की है.
इसके बाद हमने रेणुका जैन नामक ट्विटर यूजर द्वारा शेयर किये गए ट्वीट के जवाब में आम आदमी पार्टी के वालंटियर्स द्वारा शेयर किये गए कुछ ट्वीट्स मिले. बता दें कि आम आदमी पार्टी के वालंटियर्स के मुताबिक, वायरल तस्वीर एडिटेड है. कई आम आदमी पार्टी वालंटियर्स ने तस्वीर का कथित सही वर्जन भी शेयर किया है.
इसके बाद हमने अपनी गुजराती टीम की सहायता से कुछ गुजराती कीवर्ड्स को ट्विटर तथा फेसबुक पर ढूंढा. इस प्रक्रिया में हमें वायरल तस्वीर में दिख रही होर्डिंग से मिलते जुलते अन्य होर्डिंग्स की तस्वीरें प्राप्त हुईं. बता दें कि हमारी पड़ताल में प्राप्त किसी भी तस्वीर में दिख रहे होर्डिंग में हिन्दू रीति-रिवाजों को छोड़कर नमाज पढ़ने की अपील नहीं की गई है.
आम आदमी पार्टी की गुजरात इकाई ने वायरल तस्वीर को बताया फर्जी
इसके बाद हमें आम आदमी पार्टी की गुजरात इकाई के आधिकारिक ट्विटर हैंडल द्वारा शेयर किया गया एक ट्वीट प्राप्त हुआ, जिसमें हिन्दू रीति-रिवाजों का पालन ना कर नमाज पढ़ने की अपील करने के लिए लगाए गए होर्डिंग की वायरल तस्वीर को एडिटेड बताया गया है.
इसके बाद हमने वायरल तस्वीर तथा असल तस्वीर के बीच तुलनात्मक विश्लेषण किया. जहां हमें यह जानकारी मिली कि वायरल तस्वीर के साथ छेड़छाड़ की गई है. असल तस्वीर में ‘હવે બદલાશે ગુજરાત’ (अब गुजरात बदलेगा) लिखा है. जिसे एडिट कर ‘નમાજ પઢશે ગુજરાત’ (अब गुजरात नमाज पढ़ेगा) कर दिया गया है तथा असल तस्वीर में अरविन्द केजरीवाल तथा आम आदमी पार्टी के गुजरात अध्यक्ष गोपाल इटालिया की तस्वीर के बगल में खाली जगह में ‘ભાગવત સપ્તાહ અને સત્યનારાયણની કથા જેવી ફાલતુ પ્રવૃત્તિ છોડો’ (भागवत सप्ताह तथा सत्यनारायण कथा की प्रवृति छोड़ो) लिख दिया गया है.
Conclusion
इस तरह हमारी पड़ताल में यह बात साफ हो जाती है कि आम आदमी पार्टी की गुजरात इकाई ने होर्डिंग लगवाकर जनता से यह अपील नहीं की है कि वे हिन्दू रीति-रिवाजों का पालन ना कर नमाज पढ़ें. सोशल मीडिया पर वायरल हो रही होर्डिंग की यह तस्वीर एडिटेड है. असल तस्वीर में किसी भी धर्म को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की गई है.
इस फैक्ट-चेक रिपोर्ट को गुजराती भाषा में भी पढ़ा जा सकता है.
Result: Misleading/Manipulated Media
Our Sources
Analysis
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A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.