Authors
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.
चीन में इन दिनों भीषण बाढ़ आई हुई है। स्थिति इतनी गंभीर है कि सेना द्वारा राहत बचाव कार्य किया जा रहा है। चीन के अखबार ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, अबतक 12 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं और 1.60 लाख लोगों को बचाया गया है।
इसी को लेकर सोशल मीडिया पर बाढ़ का एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में बाढ़ जैसा दृश्य दिख रहा है। जहां कई हेलिकॉप्टर, प्लेन और सैकड़ों गाड़ियों को पानी के साथ बहते हुए देखा जा सकता है।
दावे के मुताबिक, यह वीडियो चीन में आयी बाढ़ का है। वीडियो को इंटरनेट पर शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा जा रहा है कि ‘यह चीन का एयरपोर्ट है, ईश्वर का प्रकोप जारी है, जैसी करनी वैसा फल आज नहीं तो निश्चय कल।’
वायरल दावे का आर्काइव लिंक यहाँ देखें।
Fact Check / Verification
क्या वायरल हो रहा वीडियो चीन में आई मौजूदा बाढ़ का है? इसका सच जानने के लिए, हमने पड़ताल शुरू की। सबसे पहले InVid टूल की मदद से वीडियो के कुछ कीफ्रेम्स बनाए, फिर एक कीफ्रेम को गूगल पर ढूँढना शुरू किया।
इस दौरान हमें The Atlantic नामक वेबसाइट पर 09 मई साल 2011 को प्रकाशित एक लेख में वायरल वीडियो के कुछ स्क्रीनशॉट्स मिले। लेख के मुताबिक, यह वीडियो जापान के सेंडाई हवाई अड्डे का है, जब मार्च साल 2011 में उत्तरपूर्वी जापान में सुनामी और भूकंप आया था। इस घटना में 15000 लोगों के मरने तथा 10,000 लोगों के गायब होने की खबर थी।
वायरल वीडियो की पुष्टि के लिए, हमने कुछ कीवर्ड्स की मदद से गूगल पर दोबारा खोजना शुरू किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो Wall Street Journal की वेबसाइट पर 29 मार्च साल 2011 को प्रकाशित एक लेख में मिला।
वायरल वीडियो की जानकारी देते हुए इसे जापान के सेंडाइ हवाई अड्डे का बताया गया है। लेख के मुताबिक, यह वीडियो साल 2011 का है, जब उत्तरपूर्वी जापान में सुनामी और भूकंप आया था।
Conclusion
पड़ताल के दौरान उपरोक्त मिले तथ्यों से पता चला कि इस वीडियो का चीन से कोई संबंध नहीं है। वायरल वीडियो साल 2011 में जापान में आयी सुनामी के दौरान का है।
Result- Misleading
Our Sources
https://www.theatlantic.com/photo/2011/05/japan-earthquake-two-months-later/100062/
किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044 या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in
Authors
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.