Authors
सोशल मीडिया पर एक वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया गया है कि भारतीय सेना के दो जवानों ने एक गर्भवती महिला की मदद की।
वीडियो में एक गर्भवती महिला अपने बैग के साथ सीढ़ियां चढ़ने की कोशिश कर रही है लेकिन दर्द के कारण वो सीढ़ी नहीं चढ़ पाती है। महिला वहां से आने जाने वाले लोगों से मदद मांगती नज़र आती है, लेकिन कोई भी व्यक्ति उसकी मदद नहीं करता है। कुछ समय के बाद वहां पर भारतीय सेना की वर्दी में दो जवान आते हैं और महिला की मदद करते हैं।
एक सोशल मीडिया यूजर ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा कि ‘हमारे देश के सेना के जवान देश की सरहद की रक्षा करना ही नहीं जानते बल्कि इंसानियत कैसे निभाई जाती है यह भी जानते हैं। जहां एक और सिविल आदमी इस गर्भवती महिला को देखकर मदद किए बिना सीधे गुजर रहे हैं। तो वहीं सेना के दो जवानों की जब नज़र इस महिला पर पड़ी तो इसकी हालत देखकर उन्होंने किस तरह से इस महिला की मदद की। आप खुद इस वीडियो में देखिए। मेरा दावा है आपका सिर भी इन जवानों के सम्मान के लिए झुक जाएगा।’
उपरोक्त फेसबुक पोस्ट को यहां देखा जा सकता है।
उपरोक्त फेसबुक पोस्ट को यहां देखा जा सकता है।
उपरोक्त फेसबुक पोस्ट को यहां देखा जा सकता है।
उपरोक्त फेसबुक पोस्ट को यहां देखा जा सकता है।
Crowdtangle टूल की सहायता से किये गए एक विश्लेषण के अनुसार, इस वीडियो को पिछले तीन दिनों में फेसबुक पर कुल 27 बार पोस्ट किया गया है, जहां कुल 1245 इंटरैक्शन (रिएक्शन, कमेंट, शेयर) हैं।
उपरोक्त दावे को ट्विटर पर भी शेयर किया गया है।
उपरोक्त ट्वीट के आर्काइव को यहां देखा जा सकता है।
19 जनवरी 2020 को navbharattimes.indiatimes.com द्वारा प्रकाशित एक लेख के मुताबिक, भारतीय सेना ने कश्मीर में बर्फबारी के चलते सड़क मार्ग से संपर्क टूटने के बाद बीमार गर्भवती महिला को एयरलिफ्ट कर उसकी जान बचाई थी।
11 जनवरी 2021 को indiatv. com द्वारा प्रकाशित एक लेख के मुताबिक, जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा स्थित करालपुरा में भारतीय सेना के जवानों ने बर्फबारी में फंसी गर्भवती महिला की जान बचाने के लिए महिला को कंधे पर उठाकर दो किलोमीटर तक बर्फ में पैदल चले थे। उसके बाद महिला को करालपुरा अस्पताल ले जाया गया जहां महिला ने बच्चे को जन्म दिया।
1 जून 2021 को livehindustan.in द्वारा प्रकाशित एक लेख के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में सेना के एक जवान ने गर्भवती महिला को प्लेट्लेट्स देकर उसकी जान बचाई। इसी बीच दावा किया जा रहा है कि भारतीय सेना के दो जवानों ने एक गर्भवती महिला की मदद की।
Fact Check/Verification
भारतीय सेना के दो जवानों ने एक गर्भवती महिला की मदद की, दावे के साथ वायरल हो रहे वीडियो का सच जानने के लिए हमने इसे invid टूल की मदद से कुछ की-फ्रेम्स में बदला। इसके बाद एक की-फ्रेम के साथ गूगल रिवर्स सर्च किया। लेकिन हमें इस वीडियो से संबंधित कोई भी रिपोर्ट नहीं मिली।
इसके बाद हमने कुछ अन्य कीवर्ड्स के साथ फेसबुक पर खोजना शुरू किया। इस दौरान हमें एक फेसबुक पोस्ट प्राप्त हुआ। इस फेसबुक पोस्ट में 3 मिनट 23 सेकंड का एक वीडियो शेयर किया गया था। यह वही वीडियो है जो अभी वायरल है। जब हमने इसे पूरा देखा तो पाया कि यह जागरूकता के उद्देश्य से बनाया गया एक वीडियो है।
पोस्ट के डिस्क्रिप्शन में लिखा है, ‘Thank you for watching, please be aware that this page features scripted dramas and parodies as well. These short films are for entertainment and educational purposes only!’
जिसका हिंदी अनुवाद है, ‘वीडियो को देखने के लिए धन्यवाद, कृपया ध्यान रखें कि यह पेज स्क्रिप्टेड ड्रामा और पैरोडी वीडियो भी शेयर करता है। यह छोटी सी फिल्म केवल मनोरंजन और शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है!’
प्राप्त वीडियो में 3 मिनट 21 सेकंड पर हमने एक डिस्क्लेमर लिखा पाया, जिसमें लिखा गया है,- ‘This reel like video footage is published only for the purpose of educating the public by making them understand how the real world situations will be. During this video making, we have taken real incidents and picturised (them) to educate the public.’
जिसका हिंदी अनुवाद है- ‘यह रील लाइफ वीडियो फुटेज केवल जनता को शिक्षित करने के उद्देश्य से प्रकाशित किया गया है, ताकि उन्हें यह समझाया जा सके कि वास्तविक दुनिया की स्थिति कैसी होगी। इस वीडियो को बनाते हुए हमने वास्तविक घटनाओं को लिया है और जनता को शिक्षित करने के लिए इसको बनाया है।’
न्यूज़चेकर ने वीडियो अपलोड करने वाली एक्टर से संपर्क किया, लेकिन हमें अभी तक कोई जवाब नहीं मिला। जवाब मिलने पर हम उसे अपने लेख में शामिल करेंगे।
Conclusion
इस तरह हमारी पड़ताल में यह साफ़ हो गया कि भारतीय सेना के दो जवानों ने एक गर्भवती महिला की मदद की’ दावे के साथ शेयर किया जा रहा वीडियो जागरूकता के लिए बनाया गया है। इसका वास्तविक घटना से कोई सम्बंध नहीं है।
Result: Misleading
Our Sources
Self Analysis
किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044 या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in