Authors
A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.
सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर कर यह दावा किया गया कि राजस्थान के करौली में हिन्दुओं की बाइक रैली पर जिस मस्जिद से पथराव हुआ था वहां भगवा झंडा फहराया गया.
राजस्थान के करौली में सांप्रदायिक हिंसा के बाद आगजनी के शिकार तथा घायलों के परिजन अभी भी सदमे में हैं. स्थानीय पुलिस के अनुसार, क्षेत्र में शांति बनी हुई है तथा पुलिस दोषियों पर कार्रवाई कर रही है. हालांकि इसके बाद भी सोशल मीडिया पर करौली में दो संप्रदायों के बीच हिंसा के नाम पर कई तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रहे हैं. Newschecker ने करौली में सांप्रदायिक हिंसा से जुड़ी कई भ्रामक खबरों का फैक्ट चेक किया है, जिन्हे यहां पढ़ा जा सकता है.
इसी क्रम में कई सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा एक तस्वीर शेयर कर यह दावा किया गया कि राजस्थान के करौली में हिन्दुओं की बाइक रैली पर जिस मस्जिद से पथराव हुआ था वहां भगवा झंडा फहराया गया.
Fact Check/Verification
राजस्थान के करौली में हिन्दुओं की बाइक रैली पर जिस मस्जिद से पथराव हुआ था वहां भगवा झंडा फहराने के दावे के साथ शेयर की जा रही इस तस्वीर की पड़ताल के लिए हमने वायरल तस्वीर को क्रॉप करके गूगल पर ढूंढा. इस प्रक्रिया में हमें यह जानकारी मिली कि वायरल तस्वीर पिछले कई वर्षों से इंटरनेट पर मौजूद है.
On The Go Tours नामक वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के अनुसार वायरल तस्वीर राजस्थान के करौली स्थित कैला माता मंदिर की है.
वायरल तस्वीर Alamy नामक वेबसाइट पर भी मौजूद है. वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के अनुसार, तस्वीर 26 अक्टूबर, 2011 को ली गई थी.
उपरोक्त लिंक्स को देखने पर हमें यह जानकारी मिली कि चूंकि वायरल तस्वीर पिछले कई वर्षों से इंटरनेट पर मौजूद है इसलिए यह हाल ही में राजस्थान के करौली में हुई सांप्रदायिक हिंसा से संबंधित नहीं है. इसके साथ ही हमें यह भी जानकारी प्राप्त हुई कि वायरल तस्वीर कैला माता के मंदिर से संबंधित है. कुछ अन्य कीवर्ड्स की सहायता से सर्च करने पर हमें तस्वीर Adobe तथा Shutterstock नामक वेबसाइट्स पर भी प्राप्त हुई. बता दें कि Shutterstock नामक वेबसाइट पर वायरल तस्वीर का ज़ूम्ड वर्जन फ्री में डाउनलोड के लिए उपलब्ध है.
उपरोक्त जानकारी की सहायता से हमने ‘Kaila Devi Temple’ कीवर्ड्स को गूगल पर ढूंढा. इस प्रक्रिया में हमें मंदिर का भ्रमण करने गए यूजर्स द्वारा प्रकाशित तथा गूगल मैप्स के डेटाबेसमें में मौजूद ऐसी तस्वीरें प्राप्त हुई जो कि वायरल तस्वीर से मिलती जुलती हैं.
वायरल तस्वीर को लेकर दैनिक भास्कर द्वारा प्रकाशित एक लेख में संस्था ने कैला माता मंदिर की प्रशासक समिति तथा बजरंग दल की स्थानीय इकाई दोनों से बात की है. दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, “कैला देवी मंदिर के एक अधिकारी ने इस बात की पुष्टि की कि ये फोटो कैला देवी मंदिर की ही है, हालांकि ये काफी पुरानी फोटो है । वहीं बजरंग दल के जिला संयोजक ने बताया की मस्जिद में झंडा फहराने की बात बस एक अफवाह है। 2 अप्रैल की घटना के बाद पुलिस ने पूरे इलाके में कर्फ्यू लग दिया था। फिर हम कैसे मस्जिद में भगवा झंडा फहराएंगे।”
Conclusion
इस प्रकार हमारी पड़ताल में यह बात साफ हो जाती है कि राजस्थान के करौली में हिन्दुओं की बाइक रैली पर जिस मस्जिद से पथराव हुआ था वहां भगवा झंडा फहराने के नाम पर शेयर किया जा रहा यह दावा भ्रामक है. असल में वायरल तस्वीर साल 2011 से ही इंटरनेट पर मौजूद है.
Result: False Context
Our Sources
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A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.