Authors
An Electronics & Communication engineer by training, Arjun switched to journalism to follow his passion. After completing a diploma in Broadcast Journalism at the India Today Media Institute, he has been debunking mis/disinformation for over three years. His areas of interest are politics and social media. Before joining Newschecker, he was working with the India Today Fact Check team.
सोशल मीडिया पर एक तस्वीर के जरिए दावा किया जा रहा है कि एनडीए (NDA) की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) ने नागपुर स्थित आरएसएस (RSS) मुख्यालय का दौरा किया और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात की. तस्वीर में मोहन भागवत, एक महिला के साथ भारत माता की तस्वीर के आगे हाथ जोड़े खड़े नजर आ रहे हैं.
इस तस्वीर को मशहूर वकील और एक्टिविस्ट प्रशांत भूषण ने ट्वीट किया है. भूषण ने तस्वीर के साथ कैप्शन में लिखा है, “बीजेपी की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने नागपुर स्थित आरएसएस मुख्यालय में मोहन भागवत से मुलाकात की. क्या इसमें कोई शक है कि मुर्मू सिर्फ एक रबर स्टांप होंगी और स्वतंत्र रूप से काम नहीं कर पाएंगी?” इस तस्वीर को कई और भी लोगों ने शेयर करते हुए द्रौपदी मुर्मू पर सवाल खड़े किए हैं.
भारत के राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 18 जुलाई को होने हैं. इसके लिए सत्ताधारी बीजेपी की अगुआई वाले एनडीए गठबंधन ने द्रौपदी मुर्मू को अपना उम्मीदवार बनाया है. मूल रूप से ओडिशा की रहने वाली मुर्मू आदिवासी समुदाय से आती हैं. अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत में मुर्मू ओडिशा में बीजेपी की विधायक रही हैं. ओडिशा में बीजू जनता दल और बीजेपी के गठबंधन वाली सरकार में उन्हें मंत्री पद भी मिला था. इसके बाद साल 2015 में उन्हें झारखंड का राज्यपाल बनाया गया था. संख्याबल के हिसाब से मुर्मू के राष्ट्रपति बनने की संभावना काफी ज्यादा है.
Fact Check/Verification
तस्वीर को गूगल लेंस की मदद से खोजने पर हमें “द प्रिंट” की एक खबर मिली. यह खबर 11 मार्च, 2022 को अहमदाबाद में शुरू हुई आरएसएस की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा को लेकर प्रकाशित की गई थी. हमें इस खबर में वायरल तस्वीर से मिलती-जुलती एक तस्वीर मिली, जिसमें मोहन भागवत के साथ कोई महिला नहीं बल्कि आरएसएस महासचिव दत्तात्रेय होसबोले मौजूद हैं. ध्यान से देखने पर यह साफ हो जाता है कि इस तस्वीर के साथ छेड़छाड़ करके वायरल तस्वीर को बनाया गया है.
एडिटिंग सॉफ्टवेयर की मदद से पहले मूल तस्वीर को फ्लिप किया गया और फिर उसमें दत्तात्रेय होसबोले की जगह द्रौपदी मुर्मू की तस्वीर को जोड़ दिया गया है. मूल तस्वीर को आरएसएस के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से भी इसी साल मार्च महीने में शेयर किया गया था.
थोड़ा और खोजने पर हमें यह भी पता चल गया कि वायरल तस्वीर में नजर आ रही महिला द्रौपदी मुर्मू ही हैं. दरअसल, दिसंबर 2020 में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने तत्कालीन झारखंड राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की थी. सोरेन ने इस मुलाकात की एक फोटो ट्वीट की थी. इसी फोटो में से मुर्मू वाला हिस्सा उठाकर वायरल तस्वीर में जोड़ दिया गया है.
इसके साथ ही हमें ऐसी कोई खबर भी नहीं मिली, जिसमें द्रौपदी मुर्मू और मोहन भागवत की हालिया मुलाकात का जिक्र हो. अगर ऐसा हुआ होता तो इस पर खबरें जरूर छपतीं.
Conclusion
इस तरह हमारी पड़ताल में यह स्पष्ट हो जाता है कि मोहन भागवत और द्रौपदी मुर्मू को एक साथ दिखाती ये तस्वीर फर्जी है. दो अलग-अलग तस्वीरों की मदद से इसे बनाया गया है.
Result: Altered Photo
Our Sources
Report of “The Print” published on March 11, 2022
Tweet of Jharkhand CM Hemant Soren, posted on December 29, 2020
शुभम सिंह के इनपुट्स के साथ
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An Electronics & Communication engineer by training, Arjun switched to journalism to follow his passion. After completing a diploma in Broadcast Journalism at the India Today Media Institute, he has been debunking mis/disinformation for over three years. His areas of interest are politics and social media. Before joining Newschecker, he was working with the India Today Fact Check team.