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Fact Check: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के युवावस्था की नहीं हैं वायरल तस्वीरें

Authors

Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

Claim
यह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के युवावस्था की तस्वीरें हैं।
Fact
कोलाज में सिर्फ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की युवावस्था की ही तस्वीर सही है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, पीएम नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की तस्वीर इस कोलाज में नहीं हैं।

सोशल मीडिया पर चार तस्वीरों का एक कोलाज वायरल है। दावा किया जा रहा है कि इनमें दिखने वाले लोग राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, पीएम नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे हैं।

यह दावा हमें अपनी WhatsApp Tip Line (9999499044) पर भी प्राप्त हुआ है।

चार तस्वीरों के इस कोलाज के साथ लिखा गया है कि ‘चार तस्वीरों को देखिये आश्चर्य होता है! कर्मों और भाग्य का खेल भी गजब है।‘ साथ ही बताया गया है कि पहली तस्वीर प्रधानमंत्री मोदी की है, जिसमें वे फर्श पर झाड़ू लगाते हुए दिख रहे हैं। दूसरी तस्वीर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की बताया गया है। तीसरी तस्वीर को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का बताया गया है, जिसमें वे पूजा करते दिख रहे हैं। चौथी तस्वीर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री की बतायी गयी है, जहाँ वे एक ऑटो रिक्शा के साथ में खड़े हैं।

Courtesy: Whatsapp User

Fact Check/Verification

सबसे पहले हमने नरेंद्र मोदी द्वारा फर्श पर झाड़ू लगाते दिखाई गयी तस्वीर का सच जानने के लिए इसे गूगल रिवर्स सर्च किया। इस प्रक्रिया में हमें ‘द वायर’ द्वारा 27 मई 2017 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली, जिसमें वायरल तस्वीर से मिलती जुलती एक तस्वीर को प्रकाशित किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, यह तस्वीर जून 1946 को एसोसिएटेड प्रेस द्वारा ली गयी थी। इस तस्वीर को एसोसिएटेड प्रेस द्वारा तब “भारत के ‘अछूतों’ में से एक के पास झाड़ू है, जिसका उपयोग वह सड़कों, आंगनों और घरों को साफ़ करने के लिए करता है” कैप्शन के साथ जारी किया गया था।

शंका होने पर हमने एसोसिएटेड प्रेस द्वारा प्रकाशित और वायरल पोस्ट में दी गयी तस्वीर का मिलान करने पर पाया कि वायरल हुई तस्वीर एडिटेड है, जिसे एसोसिएटेड प्रेस द्वारा प्रकाशित तस्वीर को एडिट करके बनाया गया है। एसोसिएटेड प्रेस द्वारा ली गयी तस्वीर 1946 में प्रकाशित हुई थी वहीं, प्रधानमंत्री मोदी का जन्म 17 सितंबर 1950 को हुआ था।

पड़ताल में आगे बढ़ते हुए हमने द्रौपदी मुर्मू का बताकर शेयर की गई तस्वीर को गूगल रिवर्स सर्च किया। इस दौरान हमें 23 जुलाई 2023 को News18 द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट मिली, जहाँ बताया गया है कि तस्वीर में दिख रही महिला सुकुमार टुडू हैं। सुकुमार टुडू का राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से सिर्फ इतना ताल्लुक है कि वे ओडिशा के उपरबेड़ा नामक उस गांव के अस्पताल में सफाई कर्मचारी का काम करती हैं, जहां राष्ट्रपति मुर्मू का जन्म हुआ था। रिपोर्ट में बताया गया है कि द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति चुने जाने पर सुकुमार टुडू को गर्व है कि उनके समाज से कोई देश के सर्वोच्च स्थान तक पहुंचा है।

Courtesy: News 18

कोलाज में अगली तस्वीर एकनाथ शिंदे की बतायी गयी है। 26 जुलाई, 2022 को हमने इस दावे का फैक्ट चेक किया था, जिसे आप यहाँ पढ़ सकते हैं। जांच में हमने पाया था कि वायरल तस्वीर में दिख रहे शख्स का नाम बाबा कांबले है। 24 जुलाई, 2022 को मराठी अखबार लोकमत में प्रकाशित एक रिपोर्ट में वायरल तस्वीर को प्रदर्शित करते हुए बाबा कांबले के जीवन और उपलब्धि के बारे में विस्तार से बताया गया है। तस्वीर में दिख रहे व्यक्ति के बाबा कांबले होने की पुष्टि सकाळ और शबनम न्यूज़ द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट में भी की गयी है।

Courtesy: Lokmat

जांच के अंतिम चरण में हमने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बताकर शेयर की गयी तस्वीर की जांच की। इस प्रक्रिया में हमें अमर उजाला द्वारा 8 अगस्त 2020 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट में योगी आदित्यनाथ के जीवन की 30 अनदेखी तस्वीरें प्रदर्शित की गयी हैं। इसी क्रम में वायरल तस्वीर को असल में उनकी युवा स्थिति के दिनों का बताया गया है। तस्वीर के साथ लिखा गया है कि यह तस्वीर 15 फरवरी 1995 की है जब वे पंत दीक्षा पूरी कर रहे थे।

Courtesy: Amar Ujala

Conclusion

अपनी जांच से हम इस निष्कर्ष पर पहुँचते हैं कि कोलाज में दिखाई गयी चार तस्वीरों में से सिर्फ योगी आदित्यनाथ की तस्वीर ही सही है। बाकी की तीन तस्वीरें अलग-अलग लोगों की हैं, जिन्हें गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।


Result: Partly False

Our Sources
Report published by The Wire.
Report published by News 18.
Report published by Lokmat.
Report published by Amar Ujala.

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