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Fact Check: ऋषिकेश में राफ्टिंग के दौरान हुए झगड़े का वीडियो फर्जी सांप्रदायिक दावे के साथ वायरल

Authors

JP Tripathi

Claim
ऋषिकेश में मुस्लिम राफ्टिंग वाले ने हिंदुओं की पिटाई की.

Fact
नहीं, गिरफ्तार किए गए सभी लोग हिंदू हैं.

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कई लोग एक दूसरे पर रिवर राफ्टिंग में प्रयोग होने वाले पैडल से हमला करते हुए दिख रहे हैं. वीडियो को सांप्रदायिक दावे से शेयर करते हुए यह कहा जा रहा है कि ऋषिकेश में मुस्लिम राफ्टिंग वाले ने हिंदुओं की पिटाई की.

हालांकि, हमने अपनी जांच में पाया कि वायरल दावा फर्जी है. उत्तराखंड की टिहरी गढ़वाल पुलिस ने इस मामले में जिन तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है. उनमें से कोई भी मुस्लिम नहीं है.

वायरल वीडियो करीब 1 मिनट का है, जिसमें कुछ लोग एक नदी के किनारे रिवर राफ्टिंग वाले पैडल से एक दूसरे पर हमला करते हुए दिख रहे हैं. इस दौरान बैकग्राउंड से एक आवाज भी सुनाई दे रही है, जिसमें कहा जा रहा है “राफ्टिंग के चक्कर में हुई लड़ाई”. इसके अलावा वीडियो में लोकेशन के तौर पर ऋषिकेश भी लिखा हुआ है.

इस वीडियो को वायरल दावे वाले कैप्शन के साथ शेयर किया गया है, जिसमें लिखा हुआ है “ऋषिकेश:- जेहादी हिंदुओ के हर पवित्र पर्यटन स्थल पर पहुंच रहे हैं, और वहां का सारा व्यापार खुद कर रहे है, हिन्दूओ की तबीयत से ठुकाई करते हुए वहां के मुस्लिम नाव राफ्टिंग वाले. हिन्दूओ को बहुत बहुत बधाई, हम दो हमारे दो पालन करने के लिए”.

Courtesy: X/OmDewal2

Fact Check/Verification

Newschecker ने वायरल दावे की पड़ताल के लिए सबसे पहले संबंधित कीवर्ड की मदद से गूगल सर्च किया. इस दौरान हमें 7 जून को ईटीवी भारत की वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट में एक वीडियो भी मौजूद था. जिसमें वायरल वीडियो वाले दृश्य भी शामिल थे. इसके अलावा, वीडियो में ऋषिकेश स्थित मुनि की रेती थाने की पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए तीन व्यक्तियों के दृश्य भी मौजूद थे.

Courtesy: ETV

रिपोर्ट में दी गई जानकारी के अनुसार, बीते दिनों ऋषिकेश में राफ्टिंग क्षेत्र मुनि की रेती-कौड़ियाला ईको टूरिज्म जोन में राफ्टिंग गाइड द्वारा पर्यटकों की पिटाई का वीडियो सामने आया था. हालांकि इस मामले में कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई थी. लेकिन पुलिस ने वीडियो का स्वतः संज्ञान लेते हुए मामले की जांच शुरू की. जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था और साथ ही पुलिस ने घटना में शामिल सभी राफ्टिंग कंपनियों के लाइसेंस निरस्त करने के लिए जिलाधिकारी को रिपोर्ट भेजने की बात भी कही थी.

इसी दौरान हमें एबीपी लाइव की वेबसाइट पर भी इससे जुड़ी रिपोर्ट मिली, जो 8 जून 2024 को प्रकाशित की गई थी. इस रिपोर्ट में भी इस मामले में गिरफ्तार किए गए तीन लोगों की तस्वीर मौजूद थी. इसके अलावा रिपोर्ट में वही सब जानकारी दी गई थी, जो ऊपर मौजूद है. हालांकि दोनों ही रिपोर्ट में गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों के नाम का ज़िक्र नहीं था.

Courtesy: ABP LIVE

उत्तराखंड पुलिस का X अकाउंट खंगालने पर हमें 7 जून 2024 को किया गया ट्वीट मिला. इस ट्वीट में गिरफ्तार किए दो व्यक्तियों के नाम मौजूद थे. उत्तराखंड पुलिस ने अपने ट्वीट में लिखा था, “सोशल मीडिया पर राफ्टिंग गाइड व पर्यटकों के बीच मारपीट संबंधी प्रसारित हो रहे वीडियो का संज्ञान लेकर टिहरी गढ़वाल पुलिस ने घटना में संलिप्त तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. घटना में प्रकाश में आए अन्य व्यक्तियों की तलाश एवं जानकारी की जा रही है. राफ्टिंग कम्पनी एडवेंचर कंपनी ऋषि गंगा तथा पेडलर हिमालय एवं उनके गाइडों कमलेश राजभर तथा गंगा त्यागी के लाइसेंस निरस्तीकरण हेतु जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल को रिपोर्ट प्रेषित की जा रही है.    

Courtesy: X/uttarakhandcops

जांच में हमें उत्तराखंड पुलिस के इंस्टाग्राम अकाउंट से भी 7 जून 2024 को किया गया एक पोस्ट मिला, जिसमें इस मामले में गिरफ्तार किए गए तीनों अभियुक्तों के नाम मौजूद थे. टिहरी गढ़वाल पुलिस ने इस मामले में 1.) आशीष जोशी पुत्र राकेश चंद्र जोशी 2.) कमलेश राजभर पुत्र श्री रामदयाल 3.) गंगा त्यागी पुत्र श्री सोमपाल त्यागी को गिरफ्तार किया था.

Courtesy: IG/uttarakhandpolice

हमने अपनी जांच में मुनि की रेती पुलिस स्टेशन से भी संपर्क किया. उन्होंने भी वायरल दावे का खंडन करते हुए कहा कि “इस घटना में कोई भी सांप्रदायिक एंगल नहीं है और गिरफ्तार किए गए तीनों व्यक्ति हिंदू हैं”.

Conclusion

हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से यह साफ़ है कि ऋषिकेश में राफ्टिंग के दौरान हुए झगड़े का वीडियो फर्जी सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है. 

Result- False

Our Sources
Article Published by ETV Bharat on 7th June 2024
Article Published by ABP Live on 8th June 2024
Tweet by Uttrakhand police on 7th June 2024
Instagram Post by Uttrakhand police on 7th June 2024
Telephonic conversation with muni ki reti police station

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