Friday, December 5, 2025

AI/Deepfake

बुर्किना फासो के राष्ट्रपति का भारत के साथ ट्रेड डील की घोषणा दिखाने वाला यह वीडियो डीपफ़ेक है

Written By Salman, Edited By JP Tripathi
Sep 8, 2025
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Claim

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बुर्किना फासो के राष्ट्रपति इब्राहिम ट्रोरे ने भारत के साथ 14 बिलियन अमेरिकी डॉलर के अनाज समझौते की घोषणा की.

Fact

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वायरल वीडियो डीपफ़ेक है. भारत और बुर्किना फ़ासो के बीच ऐसा कोई व्यापारिक समझौता नहीं हुआ है.

सोशल मीडिया पर एक वीडियो के जरिए दावा किया गया है कि बुर्किना फासो के राष्ट्रपति इब्राहिम ट्रोरे ने भारत के साथ 14 अरब अमेरिकी डॉलर के अनाज समझौते की घोषणा की है.

वायरल वीडियो में इब्राहिम ट्रोरे भारत की तारीफ करते और अमेरिका समेत अन्य पश्चिमी देशों की आलोचना करते दिखते हैं. वे बताते हैं कि पश्चिमी देश समझौतों में शोषण करते रहे, किसानों की मेहनत का फायदा उठाते रहे और मशीनें व रसायन महंगे बेचते रहे. इसके उलट, भारत ने उनके साथ बराबरी का व्यवहार किया, तकनीक, सिंचाई और भंडारण जैसी मदद दी और सही भुगतान किया, और भारत ने दबाव डालने की बजाय साझेदारी और भरोसा दिखाया.

हालांकि, हमारी जांच में सामने आया कि वायरल वीडियो असल में डीपफ़ेक है और इसे एआई की मदद से बनाया गया है.

एक्स पर जितेन्द्र प्रताप सिंह नामक यूज़र ने वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, “भारत अपने लिए नए-नए मार्केट बना रहा है. यह बुर्किना फासो के राष्ट्रपति इब्राहिम ट्रेरेरे हैं इन्होंने भारत के साथ 14 अरब डॉलर का अनाज खरीदने का डील किया है. आप खुद सुनिए यह भारत के बारे में क्या बता रहे हैं.” पोस्ट का आर्काइव यहां देखें.

Courtesy: X/jpsin1

इसी दावे के साथ यह वीडियो एक्स, फ़ेसबुक और यूट्यूब पर भी शेयर किया गया है. इन पोस्ट्स के आर्काइव यहां, यहां, यहां, यहां, यहां, और यहां देखे जा सकते हैं.

Fact Check/Verification

हमने वायरल वीडियो में किए गए दावे की जांच के लिए गूगल पर कीवर्ड्स से सर्च किया, लेकिन इस बारे में हमें कोई विश्वसनीय न्यूज़ रिपोर्ट या आधिकारिक प्रेस रिलीज़ नहीं मिली. विदेश मंत्रालय की वेबसाइट पर भी इस तरह की किसी डील का ज़िक्र नहीं है. आम तौर पर भारत और दूसरे देशों के बीच होने वाले व्यापार समझौतों की जानकारी सरकार प्रेस रिलीज़ के ज़रिये देती है.

हमें दोनों देशों के बीच संबंधों को लेकर विदेश मंत्रालय की सबसे हालिया प्रेस ब्रीफिंग 25 मार्च 2025 की मिली. इस प्रेस ब्रीफिंग के मुताबिक़, भारत बुर्किना फासो से सोना, कॉटन, काजू और सोयाबीन आयात करता है, और उसे फार्मास्यूटिकल उत्पाद, वाहन और उनके स्पेयर पार्ट्स, लोहे और इस्पात के सामान, मशीनरी और यांत्रिक उपकरण, रबर और रबर से बने उत्पाद आदि निर्यात करता है.

जांच के दौरान हमें द प्रिंट की एक रिपोर्ट मिली, जिसमें वायरल वीडियो के संबंध में विदेश मंत्रालय से जानकारी मांगी गई थी. मंत्रालय ने इस वीडियो को फ़ेक बताया था.

वायरल वीडियो में कई विसंगतियां नज़र आती हैं

वीडियो को ध्यान से देखने पर कई गड़बड़ियां दिखती हैं. जैसे – होंठों की हरकतें ठीक से मेल नहीं खा रहीं, राष्ट्रपति इब्राहिम की बॉडी लैंग्वेज ठहरी हुई और अस्वाभाविक लगती है, लाल टोपी पर बना लोगो निशान बीच-बीच में बदलता रहता है और भाषण में उतार-चढ़ाव या ठहराव नहीं है. होंठों और गर्दन की हल्की मूवमेंट के अलावा पूरा शरीर स्थिर नज़र आता है. ऐसे संकेत आम तौर पर एआई से बनाए गए वीडियो में मिलते हैं.

इसके बाद, हमने वीडियो को एआई डिटेक्शन टूल्स से भी चेक किया. हाइव मॉडरेशन ने विश्लेषण में दिखाया कि वीडियो के 99.9% हिस्से के एआई से बने होने की संभावना है. यानि यह लगभग पूरी तरह एआई जनरेटेड है. हिया डीपफेक वॉयस डिटेक्टर ने वीडियो की आवाज़ का विश्लेषण कर बताया कि यह “संभवतः डीपफेक” है. रेसेम्बल एआई की जांच में वीडियो की आवाज़ को सीधे तौर पर “फ़ेक” बताया गया है. वहीं, इलेवन लैब्स के विश्लेषण में पाया गया कि 98% संभावना है कि यह ऑडियो उनके ही प्लेटफ़ॉर्म का इस्तेमाल करके तैयार किया गया था.

पढ़ें- क्या पंजाब में बाढ़ के दौरान मिट्टी से निकले अमेरिकी डॉलर? जानें सच

Screenshots from Hive Moderation, Hia Deepfake Voice Detector, and ElevenLabs showing that the viral video is AI-generated and the voice is deepfake.

इसके अलावा, हमने पाया कि इब्राहिम ट्रोरे के वायरल वीडियो जैसे कई और वीडियो यूट्यूब पर मौजूद हैं. इनमें कहीं भारत के साथ 15 अरब डॉलर की ऑयल डील, तो कहीं 56 अरब डॉलर के न्यूक्लियर प्लांट डील का दावा किया गया है। हूबहू वायरल वीडियो जैसे इन क्लिप्स में भी कई गड़बड़ियां नज़र आती हैं.

ऐसे ही एक यूट्यूब वीडियो, जिसमें भारत के साथ 14 बिलियन डॉलर की डील का दावा किया गया है, उसके डिस्क्रिप्शन में साफ़ तौर पर लिखा है कि यह वीडियो पूरी तरह काल्पनिक है और केवल मनोरंजन के उद्देश्य से बनाया गया है.

डिस्क्रिप्शन में यह भी स्पष्ट किया गया है कि हालांकि वीडियो वास्तविक घटनाओं से प्रेरित है, लेकिन इसमें दिखाए गए सभी हालात, संवाद और पात्र काल्पनिक हैं और पूरी तरह एआई से तैयार किए गए हैं. इसमें कहा गया है कि भले ही यह वीडियो इब्राहिम ट्रोरे के जीवन से प्रेरित हो, लेकिन इसमें दिखाई गई घटनाएं और संवाद असली नहीं हैं, बल्कि एक रचनात्मक प्रक्रिया का हिस्सा हैं. इस वीडियो का किसी वास्तविक व्यक्ति या संगठन से कोई सीधा संबंध नहीं है. इसका मकसद किसी राजनीतिक संदेश को बढ़ावा देना नहीं, बल्कि केवल मनोरंजन और कलात्मक अभिव्यक्ति है.

Courtesy: YouTube/Ibrahim Traore Africa

Conclusion

स्पष्ट है कि बुर्किना फासो के राष्ट्रपति इब्राहिम ट्रोरे द्वारा भारत के साथ 14 बिलियन डॉलर के व्यापार समझौते की घोषणा का दावा करने वाला वायरल वीडियो डीपफ़ेक है. दोनों देशों के बीच ऐसा कोई समझौता नहीं हुआ है.

Sources
Hive Moderation website
Resemble AI website
ElevenLabs website
Hia Deepfake Voice Detector
Ibrahim Traore Africa, YouTube video, 29 August 2025
Traore The Unbeatable, YouTube video, 2 September 2025
MEA Press Briefing, 25 March 2025

RESULT
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