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AI/Deepfake
रूस में फंसे हरियाणा के युवक ने वीडियो जारी कर मदद की अपील की.
यह दावा भ्रामक है. ये वीडियो असल नहीं बल्कि AI जेनरेटेड है.
सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स और इंस्टाग्राम पर सेना की वर्दी में दिख रहे एक युवक का वीडियो वायरल है. 15 सेकेंड के इस वीडियो में सेना का जवान किसी खंडहर जैसी दिखने वाली जगह पर बैठकर मदद की गुहार लगाते और अपने साथियों के जान गंवाने की बात करते दिखता है. एक्स पर वीडियो को इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि हरियाणा से पढ़ाई के लिए रूस गए एक युवक को जबरन युद्ध करने कि लिए भेज दिया गया. और अब वह अपनी जान बचाने की अपील कर रहा है.
वायरल एक्स पोस्ट के कैप्शन में लिखा है, “भारत में पढ़ाई बहुत मंहगी है, तो हरियाणा के बच्चे रूस चले गए ! वहां युद्ध चल रहा है तो बच्चों को 10 दिन की ट्रेनिंग देकर युद्ध के मैदान में भेज दिया !! अब कुछ युवाओं का पार्थिक शरीर घर पहुंच गए है ,कुछ लापता है एक युवा बचा हुआ है तो भारत सरकार से सहायता मांग रहा है । देखना होगा सहायता पहुँचती है या फिर पार्थिक शरीर।”

हरियाणा के युवक को रूसी सेना द्वारा यूक्रेन के खिलाफ लड़ने के लिए मजबूर किए जाने के दावे के साथ शेयर किए जा रहे इस वीडियो की जांच के लिए हमने इसके एक कीफ्रेम को गूगल लेंस की सहायता से सर्च किया. हालांकि इस प्रक्रिया में हमें इस वीडियो से जुड़ी कोई विश्वसनीय रिपोर्ट नहीं मिली.
अपनी पड़ताल जारी रखते हुए हमने गूगल पर “रूस के युद्ध मैदान में फंसा हरियाणा का युवक” कीवर्ड्स को सर्च किया. इस दौरान हमें दैनिक भास्कर, ई टीवी भारत और दि प्रिंट द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट्स मिली.
इन रिपोर्ट्स के अनुसार, हरियाणा के कई युवकों को रूस-यूक्रेन युद्ध में फंसाया गया है. दरअसल इन युवकों को कथित तौर पर ट्रैवल एजेंटों ने धोखे से रूसी सेना में भर्ती कराया था. इन्हें शुरू में रूस में बेहतर नौकरी और पढ़ाई के बहाने ले जाया गया, लेकिन वहां पहुंचने पर उन्हें जबरन रूसी सेना में शामिल करा दिया गया. कुछ को तो केवल 10 दिन की ट्रेनिंग के बाद सीधे युद्ध के मैदान में भेज दिया गया. वहां फंसे कुछ युवकों ने बंकरों से वीडियो संदेश जारी कर भारत सरकार से अपने सुरक्षित वापसी की अपील भी की है. भारत सरकार ने इस मामले को रूसी अधिकारियों के साथ दिल्ली और मॉस्को में उठाया है. विदेश मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि की है कि 44 भारतीय वर्तमान में रूसी सेना में सेवारत हैं और उनकी रिहाई के प्रयास जारी हैं. हालांकि हमें अपनी जांच के दौरान किसी भी रिपोर्ट में वायरल वीडियो नहीं मिला.
पिछले कुछ दिनों में इंटरनेट पर एडिटेड और AI जेनरेटेड वीडियो की बाढ़ आ रखी है.
पढ़ें- फैक्ट चेक: बाइक सवार पर हमला करते टाइगर का यह वीडियो AI जेनरेटेड है
वायरल वीडियो को ध्यान से देखने पर हमें ये शक हुआ कि यह भी AI से बनाया गया हो सकता है. इसलिए हमने इसकी अलग-अलग टूल्स से जांच की. जांच परिणामों को आप नीचे देख सकते हैं.
Hive Moderation टूल ने इस इस वीडियो को 99.9 प्रतिशत AI जेटरेटेड बताया.

Is It AI टूल ने वायरल वीडियो के एक कीफ्रेम को 97 प्रतिशत AI जेटरेटेड होने की संभावना जताया.

Sightengine ने भी अपने विश्लेषण में वीडियो के एक फ्रेम को 99 प्रतिशत AI जेटरेटेड बताया.

इस तरह हमारी पड़ताल में मिले साक्ष्यों से यह स्पष्ट होता है कि हरियाणा के युवक को रूसी सेना द्वारा यूक्रेन के खिलाफ लड़ने के लिए मजबूर किए जाने के दावे के साथ शेयर किया जा रहा यह वीडियो असल नहीं, बल्कि AI जेनरेटेड है.
Our Sources
Analysis by Hive Moderation
Analysis by Is it AI
Analysis by Sightengine
JP Tripathi
August 19, 2025
Runjay Kumar
June 3, 2025
Arjun Deodia
February 28, 2022