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AI/Deepfake
उन्नाव रेप कांड के अभियुक्त पूर्व बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर का जेल के बाहर माला पहनाकर स्वागत किया गया.
वायरल तस्वीर असली नहीं, बल्कि AI-जेनरेटेड है. पूर्व बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की सज़ा भले ही निलंबित हुई हो, लेकिन वह जेल से बाहर नहीं आए हैं.
उन्नाव रेप कांड में ट्रायल कोर्ट द्वारा सज़ा पाए पूर्व बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की सज़ा को दिल्ली हाई कोर्ट की एक बेंच ने निलंबित कर दिया है. इसी बीच सोशल मीडिया पर तिहाड़ जेल के सामने कुछ लोगों द्वारा कुलदीप सिंह सेंगर का माला पहनाकर स्वागत किए जाने की एक तस्वीर वायरल हो रही है. इस तस्वीर के ज़रिए दावा किया जा रहा है कि बलात्कार के आरोपी कुलदीप सिंह सेंगर का लोग फूल-मालाओं से स्वागत कर रहे हैं.
हालांकि, हमारी जांच में सामने आया कि वायरल तस्वीर असली नहीं है, बल्कि AI-जेनरेटेड है. वहीं, पूर्व बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की सज़ा भले ही निलंबित हुई हो, लेकिन वह जेल से बाहर नहीं आए हैं.
गौरतलब है कि बीते मंगलवार को दिल्ली हाई कोर्ट ने उन्नाव रेप कांड के अभियुक्त कुलदीप सेंगर की आजीवन कारावास की सज़ा को निलंबित कर दिया था. इसके बाद पीड़िता, उसकी मां और कई अन्य महिलाओं ने इस फ़ैसले के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन किया. पीड़िता ने अपने एक बयान में कहा है कि वह इस फ़ैसले के ख़िलाफ़ सुप्रीम कोर्ट जाएंगी. वहीं, हाई कोर्ट द्वारा कुलदीप सेंगर को दी गई ज़मानत के ख़िलाफ़ सीबीआई ने भी सुप्रीम कोर्ट जाने का फ़ैसला किया है.
फ़ेसबुक पर तस्वीर पोस्ट करते हुए एक यूज़र ने लिखा, “इसमें हैरान होने वाली बात नहीं है। भाजपा के संस्कार है ये, एक बलात्कारी जेल से बाहर आ रहा है तो स्वागत तो करेगी ही। इनके दम पर तो भारत देश की पहली सनातनी भाजपा चल रही है. #बलात्कारीजनता पार्टी.” इसी तरह के दावों के साथ वायरल अन्य पोस्ट यहां और यहां देखे जा सकते हैं.

वायरल तस्वीर के साथ किए जा रहे दावे की जांच में हमने पाया कि दिल्ली हाई कोर्ट ने 23 दिसंबर को उन्नाव रेप केस में कुलदीप सेंगर की उम्रकैद की सज़ा को निलंबित कर दिया था. हालांकि, पीड़िता के पिता की कस्टडी में मौत से जुड़े मामले में मिली 10 साल की सज़ा के कारण वह अब भी जेल में हैं, क्योंकि इस मामले में उन्हें ज़मानत नहीं मिली है.
25 दिसंबर 2025 को प्रकाशित बीबीसी हिंदी की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि कोर्ट ने कई शर्तों के साथ कुलदीप सेंगर को इस मामले में ज़मानत दी थी. रिपोर्ट में यह भी स्पष्ट किया गया है कि साल 2020 में पीड़िता के पिता की हत्या के मामले में मिली 10 साल की सज़ा के चलते कुलदीप सेंगर फिलहाल जेल से बाहर नहीं आ सकते.
कुलदीप सेंगर की रिहाई या ऐसे किसी स्वागत समारोह की कोई रिपोर्ट नहीं है. दिल्ली हाईकोर्ट का नया आदेश केवल पहले मामले यानी उन्नाव गैंगरेप से जुड़ा है. चूंकि दूसरे मामले में उनकी सज़ा कायम है, उसे निलंबित नहीं किया है और न ही जमानत मिली है, इसलिए सेंगर को अभी भी जेल में ही रहना होगा.
बारीकी से विश्लेषण करने पर वायरल तस्वीर में कई ऐसी विसंगतियां सामने आईं, जो इसके AI-जेनरेटेड होने की ओर इशारा करती हैं. गौर करने वाली बात यह है कि दिल्ली स्थित तिहाड़ जेल के गेट पर आमतौर पर “केंद्रीय कारागार” लिखा होता है, जबकि वायरल तस्वीर में “तिहाड़ जेल दिल्ली” लिखा दिखाई देता है. इसी तरह, तस्वीर में दिख रहे एक पोस्टर में भाषा स्तर पर कई गलतियां हैं, जो आमतौर पर AI-जेनरेटेड तस्वीरों में देखी जाती हैं. तस्वीर में आकृतियों का अनुपात और परछाइयां असामान्य प्रतीत होती हैं, और मालाओं व हाथों के आसपास ब्लेंडिंग असमान्य नज़र आती है.

इसके अलावा, तस्वीर में दाईं तरफ नीचे एक लोगो नज़र आता है, जो गूगल के AI मॉडल ‘Gemini’ का है. आमतौर पर यह लोगो केवल तभी दिखाई देता है जब कोई तस्वीर या वीडियो Gemini AI का इस्तेमाल करके बनाया गया हो. Gemini चैटबोट के ज़रिए इस तस्वीर को सर्च करने पर पुष्टि हो जाती है कि यह तस्वीर गूगल AI मॉडल से ही जनरेट की गई है.

हमने इस तस्वीर की जांच AI डिटेक्टर टूल्स के ज़रिये भी की. जांच के दौरान AI इमेज डिटेक्शन टूल Sightengine ने 96% संभावना के साथ इस तस्वीर को AI-जेनरेटेड बताया, जबकि Hive Moderation ने 99.9% स्कोर के साथ इसे AI-जेनरेटेड/डीपफेक करार दिया.

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स्पष्ट है कि वायरल दावा ग़लत है. कुलदीप सिंह सेंगर की जेल से रिहाई के बाद फूल-मालाओं से स्वागत किए जाने की वायरल तस्वीर AI-जेनरेटेड है.
Sources
Report by Bar and Bench, December 23, 2025
Report by News On Air, December 25, 2025
Report by BBC Hindi, December 25, 2025
Report by Jagran, December 25, 2025
Analysis by Hive Moderation Tool
Analysis by sightengine
Runjay Kumar
December 26, 2025
Salman
December 26, 2025
Runjay Kumar
December 24, 2025