Authors
Believing in the notion of 'live and let live’, Preeti feels it's important to counter and check misinformation and prevent people from falling for propaganda, hoaxes, and fake information. She holds a Master’s degree in Mass Communication from Guru Jambeshawar University and has been a journalist & producer for 10 years.
Common Myth
भारत में जूते-चप्पलों में BATA एक लोकप्रिय ब्रांड है। यहां तक की कई लोगों को लगता है कि BATA एक भारतीय ब्रांड है यहां तक कि संगीतकार अनु मलिक के एक गाने ‘ईस्ट और वेस्ट इंडिया इज़ द बेस्ट’ में BATA का जिक्र भी किया गया है। लेकिन हैरानी होगी आपको ये जानकर कि जिस ब्रांड को आप अभी तक भारतीय समझकर सरहाते आए हैं वो दरअसल भारतीय ब्रांड नहीं है।
In my whole entire life the most surprising thing I’ve found out is that Bata is a Canadian brand — Kajal. (@_kxjal) July 24, 2019
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Fact
तो फिर आखिर BATA किस देश का ब्रांड है?
इस ब्रांड की कहानी जानने के लिए आपको 100 साल पीछे जाना होगा, जब तीन भाई-बहनों, टॉमस, एन्ना और एनटोनियो बाटा, ने 1894 में अपनी कंपनी T & A BATA SHOE COMPANY की नींव रखी, जूते बनाने वाले बाटा परिवार की ये आठवीं पीढ़ी थी। 10 लोगों के साथ चेकोस्लोवाकिया में शुरू की गई इस कंपनी ने कम ही समय में जूते बनाने वाली मशहूर कंपनियों को पछाड़ दिया और देखते ही देखते बाटा यूरोप की पहली सबसे ज्यादा जूते बनाने वाली कंपनी बन गई।
बाटा का पहला शोरूम ज़िन, चेकोस्लोवाकिया में खुला था। बाटा ने अपने कर्मचारियों को बुनियादी सुविधाएं तक मुहैय्या करवाईं और आज की तारीख में बाटा न सिर्फ जूते बनाता है बल्कि कंपनी यूरोप, एशिया और अमेरिका में सड़कें और नहरें बनाने का भी काम करती है। कई देशों में तो बाटा के नाम से शहर भी हैं जैसे फ्रांस का बाटाविल, ब्राजील का बाटाटूबा, कनाडा का बाटावा और भारत का बाटानगर।
1990 में हुए वैश्विक आर्थिक परिवर्तन के बाद बाटा ने अपनी कई फैक्ट्रियां बंद कर दीं और धीरे-धीरे पूरी कंपनी को कनाडा ले गए। 2004 में कंपनी ने अपना हेडक्वाटर स्विट्जरलैंड में बनाया।
लगभग 70 देशों में बाटा एक बड़ा और लोकप्रिय ब्रांड है, भारत में बाटा 1931 से मौजूद है।
Sources
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Believing in the notion of 'live and let live’, Preeti feels it's important to counter and check misinformation and prevent people from falling for propaganda, hoaxes, and fake information. She holds a Master’s degree in Mass Communication from Guru Jambeshawar University and has been a journalist & producer for 10 years.