After completing his post-graduation, Yash worked with some of the most renowned newspapers such as like Lokmat, Dainik Bhaskar & Navbharat for the past 6 years. To make sure that no incorrect news reaches people and to maintain peace and harmony in society, he chose to become a fact-checker.
Claim–
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुणे के फर्ग्यूसन काॅलेज के प्रिंसिपल को 31 मार्च तक काॅलेज बंद रखने की बिनती की।
दावे का संक्षिप्त विवरण-
कोरोना वायरस को लेकर सोशल मीडिया में कई पोस्ट वायरल हो रहे हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ट्विट का एक स्क्रीनशाॅट भी व्हाट्सएप्प पर वायरल हो रहा है। इस ट्विट में प्रधानमंत्री ने लिखा है कि मैं फर्ग्युसन काॅलेज के प्रिंसिपल से बिनती करता हूं की वे 31 मार्च तक छुट्टी घोषित करें। फर्गुसन देश का प्रतिष्ठित काॅलेज है। हम देश के भविष्य को खतरे में नहीं डाल सकते।
Verifiication–
हमने वायरल ट्विट के स्क्रीनशाॅट को लेकर पड़ताल शुरु कर दी। इसके लिए कुछ कीवर्ड्स की सहायता से गूगल खंगाला। लेकिन कोरोना वायरस से बचने के लिए महाराष्ट्र सरकार द्वारा 31 मार्च तक स्कूल-काॅलेज, माॅल और सिनेमाघर बंद रखने के आदेश की कई खबरें देखने को मिली।
नवभारत टाइम्स की खबर के मुताबिक कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए ठाकरे सरकार ने 31 मार्च तक राज्य के सभी सरकारी व गैर-सरकारी स्कूल-कॉलेज, व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र, आंगनवाड़ी केंद्रों और राज्य के सभी मॉल्स को बंद रखने का निर्णय लिया है। लेकिन, 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं पूर्व निर्धारित समय सारिणी के अनुसार जारी रहेंगी। इससे पहले शुक्रवार को सरकार ने सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित पुणे और पिंपरी-चिंचवड में स्कूल-कॉलेजों को बंद करने का फैसला लिया था।
इसके बाद हमनें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ट्विटर अकाउंट खंगाला। लेकिन वहां पर भी हमें इस तरह का कोई ट्वीट प्राप्त नहीं हुआ। नीचे प्रधानमंत्री द्वारा 15 मार्च को किये गए ट्वीट्स के स्क्रीनशॉट देखे जा सकते हैं। इसमें कहीं भी वायरल ट्वीट का कोई जिक्र नहीं किया गया है।
वहीं दूसरी तरफ हमनें फर्ग्यूसन काॅलेज के प्रिंसिपल रविंद्र परदेशी से संपर्क किया। ट्वीट के बारे में पूछने पर उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री के नाम पर वायरल हो रहा ट्विट फर्जी है। हम इस बारे में जल्द ही पुलिस में शिकायत करने वाले हैं।
पड़ताल के दौरान कई टूल्स और कीवर्ड्स का उपयोग करते हुए तथ्यों का बारीकी से अध्ययन किया। इस दौरान पता चला कि कोरोना के बढ़ते मामलों के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुणे के फर्ग्यूसन काॅलेज के प्रिसिंपल से कोई बिनती नहीं की है। सोशल मीडिया में भ्रामक दावा वायरल हो रहा है।
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Result- False
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After completing his post-graduation, Yash worked with some of the most renowned newspapers such as like Lokmat, Dainik Bhaskar & Navbharat for the past 6 years. To make sure that no incorrect news reaches people and to maintain peace and harmony in society, he chose to become a fact-checker.