After completing his post-graduation, Yash worked with some of the most renowned newspapers such as like Lokmat, Dainik Bhaskar & Navbharat for the past 6 years. To make sure that no incorrect news reaches people and to maintain peace and harmony in society, he chose to become a fact-checker.
Claim–
कोरोना वायरस के डर से जर्मनी में जरुरी सामान खरीदने के लिए सुपरमार्केट में लोगों की बडे पैमाने पर भीड़ लगती है।
दावे का संक्षिप्त विवरण-
दुनियाभर के कई देशों में कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं। कई देशों में लाॅक डाउन की नौबत आ गई है। ऐसे में सोशल मीडिया में एक वीडियो शेयर हो रहा है, जिसमें दिख रहा है कि एक सुपर मार्केट के अंदर हजारों की संख्या में लोग घुस रहे हैं। इस वीडियो को लेकर दावा किया जा रहा है कि यह दृश्य जर्मनी का है। कोरोना वायरस के कारण लाॅक डाऊन होने के डर से जरुरी चीजें खरीदने के लिए लोगों की भीड़ सुपर मार्केट में घुस रही है।
Verification–
हमनें इस बारे में खोज की तो ट्विटर पर एक ट्विट मिला जिसमें यही वीडियो इसी दावे के साथ शेयर किया गया है कि कोरोना वायरस के डर से जरुरी सामान खरीदने के लिए इस तरह सुपरमार्केट के बाहर लोगों की भीड़ जुट रही है।
खोज के दौरान हमने पाया कि यह वीडियो कई सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर शेयर किया जा रहा है। खोज को आगे बढ़ाते हुए इस वीडियो की पड़ताल शुरू की। इस वीडियो से कुछ स्क्रीनशाॅटस निकाले और INVID और गूगस रिवर्स इमेज की सहायता से खोज की।
हमने पाया कि यह वीडियो विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर व्यापक रूप से साझा किया जा रहा है। हमने सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो की जांच शुरू की। हमने ‘INVID’ और गूगल रिवर्स इमेज सर्च की मदद से वायरल वीडियो को खोजने की कोशिश की। खोज के दौरान हमें steveway1988 नामक यूटंयब चैनल पर एक वीडियो मिला जिसे 30 जनवरी 2011 को अपलोड किया गया था। इस दस मिनट के वीडियो में आप कुछ हिस्सा वायरल वीडियो का भी देख सकते हैं। वीडियो के डिस्क्रिप्शन में बताया गया है कि 30 जनवरी 2011 को जर्मनी के कील शहर में ALD माॅल में खरीदारी के लिए उमड़ी भीड़ का है।
खोज के दौरान हमें netsrot11 यूट्यूब चैनल पर वायरल वीडियो मिला जिसे 31 जनवरी 2011 को अपलोड किया गया है। इस वीडियो के कैप्शन के अनुसार, जिसमें बताया गया है कि सिटी-पार्क स्थित ALDI मॉल में खरीदारी के लिए उमड़ी भीड़ का यह वीडियो है।
हमारी पड़ताल में हमने बारीकी से पड़ताल की। कुछ कीवर्ड्स का इस्तेमाल करने के बाद सामने आया कि वायरल वीडियो कोरोना के डर से जर्मनी के सुपरमार्केट में खरीदारी के लिए उमड़ी भीड़ का नहीं है बल्कि वर्षों पुराना है। जिसे अब भ्रामक दावे के साथ सोशल मीडिया मे वायरल किया जा रहा है।
Source
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Result- Misleading
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After completing his post-graduation, Yash worked with some of the most renowned newspapers such as like Lokmat, Dainik Bhaskar & Navbharat for the past 6 years. To make sure that no incorrect news reaches people and to maintain peace and harmony in society, he chose to become a fact-checker.