सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया गया है कि अजमेर में पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले लोगों पर सेना ने डंडे बरसाए। वायरल वीडियो में कुछ वर्दीधारी लोग मुस्लिम युवकों को पीटते नज़र आ रहे हैं।
एक फेसबुक यूजर ने वायरल वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “अजमेर से पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले मोहम्मद यूनुस,अहमद मौलाना,और सद्दाम को सेना ने ढूंढ निकाला.”
(उपरोक्त पोस्ट को अक्षरश: लिखा गया है।)
इंस्टाग्राम यूजर bhagwadhari lalit ने वायरल वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “किशनगढ़ अजमेर से जासूसी के मामले, 3 आरोपी सद्दाम, यूनुस, अहमद गिरफ्तार।”
(उपरोक्त पोस्ट को अक्षरश: लिखा गया है। )
उपरोक्त पोस्ट का आर्काइव लिंक यहां देख सकते हैंं।
दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के अनुसार, बीते दिनों खुफिया विभाग ने राजस्थान के अजमेर से दो युवकों को पाकिस्तान तक खुफिया जानकारी पहुंचाने के आरोप में गिरफ्तार किया था। बतौर रिपोर्ट, दोनों युवक काफी वक्त से सरहद के पार देश से जुड़ी खुफिया जानकारी भेज रहे थे। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया गया कि अजमेर में पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले लोगों पर सेना ने डंडे बरसाए।
Fact Check/Verification
अजमेर में पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले लोगों पर सेना ने डंडे बरसाए, दावे के साथ सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो की सत्यता जांचने के लिए हमने इसे inVid टूल की मदद से कुछ की-फ्रेम्स में बदला। एक की-फ्रेम के साथ Yandex सर्च किया। इस दौरान हमें एक फेसबुक यूजर Mohit Santosh Verma द्वारा 18 मार्च, 2020 को अपलोड किया एक वीडियो प्राप्त हुआ। वीडियो के मुताबिक, मध्यप्रदेश के रतलाम जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद जिले में लॉकडाउन कर्फ्यू लगा दिया गया था। इसके बावजूद कुछ लोग नमाज पढ़ने मस्जिद पहुंच गए। इनमें से 11 लोगों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया था, जिनमें से सात लोग पुलिस के गिरफ्त में आ गए थे और चार लोग भागने में कामयाब हो गए थे।


पड़ताल के दौरान कुछ कीवर्ड की मदद से गूगल पर सर्च करना शुरू किया। इस प्रक्रिया में NDTV द्वारा 18 अप्रैल 2020 को प्रकाशित एक रिपोर्ट प्राप्त हुई। रिपोर्ट के अनुसार, मध्यप्रदेश के रतलाम स्थित एक मस्जिद में सामूहिक नमाज अदा करते कुछ व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक, सूचना के आधार पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों का दल मौके पर पंहुचा। पुलिस को देखकर कई नमाजी मौके से भाग गए और कुछ को पुलिस पीटते हुए अपने साथ ले गई। पुलिस ने इस संबंध में आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 188, 269, 270 के तहत मामला दर्ज किया था।
वीडियो की सत्यता जानने के लिए कुछ कीवर्ड की मदद से यूट्यूब पर सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें One India Hindi द्वारा 18 अप्रैल 2020 को प्रकाशित एक वीडियो रिपोर्ट प्राप्त हुई। बतौर रिपोर्ट, पुलिस ने रतलाम स्थित एक मस्जिद में सामूहिक नमाज अदा करते कुछ लोगों को गिरफ्तार किया था। One India Hindi द्वारा अपलोड किए वीडियो में 0:18 सेकेंड से वायरल वीडियो का हिस्सा देखा जा सकता है।
Conclusion
इस तरह हमारी पड़ताल में साफ है कि अजमेर में पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले लोगों पर सेना ने डंडे बरसाए, दावे के साथ सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो दो साल पुराना मध्यप्रदेश के रतलाम का है, जब पुलिस ने देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान नियमों का उल्लंघन करते लोगों को गिरफ्तार किया था।
Result: False Context/Missing Context
Our Sources
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