Authors
An Electronics & Communication engineer by training, Arjun switched to journalism to follow his passion. After completing a diploma in Broadcast Journalism at the India Today Media Institute, he has been debunking mis/disinformation for over three years. His areas of interest are politics and social media. Before joining Newschecker, he was working with the India Today Fact Check team.
बीते दिनों भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी को हिंदू धार्मिक लिवास में पूजा अर्चना करते देखा गया था. अब सोशल मीडिया पर उनकी एक फोटो वायरल हो रही है जिसमें वो साधु संतों की वेश-भूषा में सड़क पर चलते नजर आ रहे हैं.
उनके साथ कांग्रेस नेता सचिन पायलट और दिग्विजय सिंह भी हैं. फोटो में राहुल ऊपर से नीचे तक सफेद वस्त्र ओढ़े हैं और उनके गले में अलग-अगल प्रकार की मालाएं हैं. यहां तक की उनके सिर पर बालों का जूड़ा भी दिख रहा है.
इस फोटो को शेयर करते हुए एक ट्विटर यूजर ने कांग्रेस से सवाल किया है कि क्या इस तरह का दिखावा करने से लोग राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनने योग्य स्वीकार करेंगे. साथ ही यूजर का कहना है कि कांग्रेस के ही लोग जानबूझकर राहुल गांधी को जोकर बना रहे हैं. ऐसे ही कैप्शन्स के साथ ये फोटो फेसबुक और ट्विटर पर वायरल हो रही है.
Fact Check/Verification
वायरल फोटो को गूगल पर रिवर्स सर्च करने पर हमें एनडीटीवी की एक रिपोर्ट मिली. इस खबर में मौजूद फोटो को देखने से कहानी साफ हो जाती है कि वायरल तस्वीर फर्जी है. NDTV की खबर में जो फोटो है उसमें साधु संतों की वेश-भूषा में एमपी के एक विवादित संत कम्प्यूटर बाबा (नामदेव दास त्यागी) हैं. साथ ही, इस फोटो में सचिन पायलट की जगह राहुल गांधी दिख रहे हैं.
3 दिसंबर को कम्प्यूटर बाबा एमपी के महुदिया गांव में भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए थे. इस दौरान उनकी मुलाकात राहुल गांधी से भी हुई थी. न्यूज एजेंसी ANI ने भी इस वीडियो को पोस्ट किया था. वायरल फोटो में चेहरों की अदलाबदली कर फर्जीवाड़ा किया गया है.
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आजतक की एक खबर के अनुसार, कम्प्यूटर बाबा का असली नाम नामदेव दास त्यागी है. ‘तेज दिमाग’ की वजह से दिग्विजय सिंह ने त्यागी को कंप्यूटर बाबा नाम दिया था. कम्प्यूटर बाबा एमपी की राजनीति में भी सक्रिय रह चुके हैं. शिवराज सरकार ने 2018 में कम्प्यूटर बाबा को राज्य मंत्री का दर्जा दिया था.
बाद में कंप्यूटर बाबा कांग्रेस के साथ हो गए. कमलनाथ सरकार ने भी उन्हें राज्य मंत्री का दर्जा दिया. शिवराज सरकार की वापसी के बाद नवंबर 2020 में इंदौर नगर निगम ने कंप्यूटर बाबा के कथित अवैध कब्जे पर कार्रवाई की थी.
Conclusion
इस तरह ये साबित हो जाता है कि वायरल फोटो के साथ छेड़छाड़ की गई है. एडिटिंग सॉफ्टवेयर की मदद से कंप्यूटर बाबा के चेहरे को बदलकर राहुल गांधी का चेहरा चिपका दिया गया है.
Result: Altered Photo
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An Electronics & Communication engineer by training, Arjun switched to journalism to follow his passion. After completing a diploma in Broadcast Journalism at the India Today Media Institute, he has been debunking mis/disinformation for over three years. His areas of interest are politics and social media. Before joining Newschecker, he was working with the India Today Fact Check team.