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Fact Check: नहीं, कनाडा सरकार ने हालिया विवाद के बीच भारत को लेकर ट्रैवेल एडवाइजरी में नहीं किया बदलाव

Authors

Pankaj Menon is a fact-checker based out of Delhi who enjoys ‘digital sleuthing’ and calling out misinformation. He has completed his MA in International Relations from Madras University and has worked with organisations like NDTV, Times Now and Deccan Chronicle online in the past.

JP Tripathi

Claim
कनाडा सरकार ने हालिया विवाद के बीच भारत की यात्रा करने वाले अपने नागरिकों के लिए ट्रैवेल एडवाइजरी में किया बदलाव.

Fact
कनाडा सरकार की तरफ़ से ज़ारी की गई यह एडवाइजरी हालिया नहीं है, 2021 से ही जम्मू कश्मीर को लेकर यह एडवाइजरी वेबसाइट पर मौजूद है.

बीते 19 सितंबर को समाचार एजेंसी एएनआई ने अपने आधिकारिक X अकाउंट से एक पोस्ट शेयर कर यह दावा किया कि कनाडा सरकार ने भारत की यात्रा करने वाले अपने नागरिकों के लिए एक एडवाइजरी जारी की है. एडवाइजरी में उन्होंने अपने नागरिकों को जम्मू कश्मीर की यात्रा करने से बचने की सलाह दी है. एएनआई ने हालिया भारत-कनाडा राजनयिक संकट के बीच इसे शेयर किया है.

हालांकि, हमने अपनी जांच में पाया कि कनाडा सरकार की तरफ़ से ज़ारी की गई यह एडवाइजरी हालिया नहीं है. नई दिल्ली स्थित कनाडा दूतावास ने भी इसकी पुष्टि करते हुए कहा है कि 2021 से ही जम्मू कश्मीर को लेकर यह एडवाइजरी वेबसाइट पर मौजूद है.

बीते सोमवार को कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अपनी संसद में बयान देते हुए आरोप लगाया कि सिख नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के पीछे भारत सरकार हो सकती है और उनकी एजेंसिया पूरी सक्रियता से इसकी जांच कर रही हैं. इस बयान के कुछ समय बाद ही कनाडा ने भारत के शीर्ष राजनयिक पवन कुमार राय को निष्कासित कर दिया. भारत ने भी जवाबी कार्रवाई में कनाडाई उच्चायोग को समन भेजा और एक शीर्ष राजनयिक को बर्खास्त कर दिया.

समाचार एजेंसी एएनआई ने 19 सितंबर को यह दावा अपने आधिकारिक X अकाउंट पर अंग्रेज़ी कैप्शन के साथ शेयर किया.

Courtesy: X/ANI

एएनआई के इस ट्वीट के आधार पर कई अंग्रेज़ी न्यूज़ आउटलेट्स ने हालिया विवाद से जोड़कर यह दावा अपनी ख़बर में शेयर किया. इन आउटलेट्स में वियोन, इंडियन एक्सप्रेस, टाइम्स ऑफ़ इंडिया, हिंदुस्तान टाइम्स और इंडिया टुडे शामिल हैं.

इसके अलावा, टाइम्स नाउ, एनडीटीवी हिंदी, मोजो स्टोरी और सीएनएन न्यूज़18 ने भी इन दावों के आधार पर वीडियो रिपोर्ट्स प्रकाशित की.

Fact Check/Verification

Newschecker ने वायरल दावे की पड़ताल के लिए कनाडा सरकार की ट्रैवेल एडवाइजरी वाली वेबसाइट खंगाली खंगाली, तो हमें वहां भारत को लेकर ज़ारी की गई एडवाइजरी वाला पेज . इस पेज को 18 सितंबर 2023 को अपडेट किया गया था.

पेज पर जम्मू-कश्मीर को लेकर वह एडवाइजरी भी मौजूद थी, जो एएनआई के ट्वीट में भी मौजूद है. पेज पर अंग्रेज़ी में मौजूद एडवाइजरी का हिंदी अनुवाद है, “सुरक्षा कारणों की वजह से केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर की यात्रा करने से बचें. वहां आतंकवाद, उग्रवाद, नागरिक अशांति और अपहरण का खतरा है. इस सलाह में केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख की यात्रा शामिल नहीं है”.

इस वेबसाइट पर यह भी जानकारी दी गई थी कि 18 सितंबर 2023 को किस हिस्से को अपडेट किया गया है. वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार, 18 सितंबर 2023 को दोपहर 2 बजकर 48 मिनट पर स्वास्थ्य वाले सेक्शन को अपडेट किया गया था.

चूंकि, दुनिया भर के देश नियमित रूप से अपने नागरिकों के लिए ट्रैवेल एडवाइजरी अपडेट करते रहते हैं, इसलिए हमने Archive.org पर कनाडा सरकार की इस वेबसाइट को खंगाला तो पाया कि पहले भी कई बार इस पेज को आर्काइव किया गया है.

19 जुलाई, 2023 को आर्काइव किए गए वेब पेज पर हमें जम्मू कश्मीर को लेकर वही एडवाइजरी मिली. इस एडवाइजरी में भी लिखा था, “सुरक्षा कारणों की वजह से केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर की यात्रा करने से बचें. वहां आतंकवाद, उग्रवाद, नागरिक अशांति और अपहरण का खतरा है. इस सलाह में केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख की यात्रा शामिल नहीं है”. 

इसके अलावा, हमें 29 जुलाई 2021 को आर्काइव किए गए पेज पर जम्मू कश्मीर के संबंध में वही एडवाइजरी मिली, जो वर्तमान में भी मौजूद है.

इतना ही नहीं हमने यह भी पाया कि साल 2023 में अबतक करीब 13 बार कनाडा सरकार की वेबसाइट को आर्काइव किया गया है, लेकिन किसी भी पेज पर जम्मू कश्मीर वाले शीर्षक के नीच मौजूद टेक्स्ट में कोई बदलाव नहीं पाया गया है.

वहीं, हमने यह भी पाया कि साल 2022 में इस वेबसाइट को करीब 24 बार अपडेट किया गया था, लेकिन जम्मू-कश्मीर वाले सेक्शन को ज्यों का त्यों रखा गया.

जांच में हमने इस वेबसाइट के अलग अलग आर्काइव पेज को देखने पर यह पाया कि आखिरी बार 27 जुलाई 2021 को जम्मू कश्मीर समेत अन्य सेक्शन में बदलाव किया गया था, क्योंकि इससे पहले 10 जुलाई 2021 को आर्काइव किए गए पेज पर जम्मू कश्मीर वाले सेक्शन में कुछ और टेक्स्ट मौजूद था.

10 जुलाई 2021 को आर्काइव किए गए पेज पर जम्मू कश्मीर वाले सेक्शन के नीचे लिखा हुआ था, “छिटपुट आतंकवादी गतिविधि और हिंसक प्रदर्शनों के कारण, जम्मू और कश्मीर राज्यों की यात्रा से बचें. इस सलाह में मनाली के रास्ते लद्दाख की यात्रा और लेह की हवाई यात्रा शामिल नहीं है. इस सावधानी का सबसे पहला ज़िक्र हमें 19 नवंबर, 2017 को आर्काइव किए गए पेज में मिला, जिसमें लिखा हुआ है “देशभर में आतंकवादी हमलों के खतरे के कारण भारत में उच्च स्तर की सावधानी बरतें”.

अपनी जांच को पुख्ता बनाने के लिए हमने नई दिल्ली स्थित कनाडाई उच्चायोग से भी संपर्क किया. उच्चायोग ने न्यूज़चेकर को बताया कि जम्मू-कश्मीर को लेकर किया गया अपडेट हाल का नहीं है. 18 सितंबर को केवल स्वास्थ्य वाले सेक्शन को अपडेट किया गया था. जोख़िम और क्षेत्रीय सलाह वाले सेक्शन में बदलाव नहीं किया गया है.

Conclusion

हमारी जांच में यह साफ़ है कि समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा भारत-कनाडा राजनयिक विवाद के बीच ट्रैवेल एडवाइजरी में बदलाव को लेकर किया गया दावा फ़र्ज़ी है. कनाडा सरकार की वेबसाइट पर 27 जुलाई 2021 से ही यह जानकारी मौजूद है.

Result: False

Our Sources
Archive.org page of Canadian travel advisory to India dated September 19, 2023
Archive.org page of Canadian travel advisory to India dated July 19, 2023
Archive.org page of Canadian travel advisory to India dated July 27, 2021
Archive.org page of Canadian travel advisory to India dated July 10, 2021
Archive.org page of Canadian travel advisory to India dated November 19, 2017
Communication with officials of the Canadian High Commission in New Delhi

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Pankaj Menon is a fact-checker based out of Delhi who enjoys ‘digital sleuthing’ and calling out misinformation. He has completed his MA in International Relations from Madras University and has worked with organisations like NDTV, Times Now and Deccan Chronicle online in the past.

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