Authors
Claim:
बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा पुलिसकर्मी की पिटाई का यह वीडियो कानपुर का है।
Fact:
यह दावा भ्रामक है। वीडियो पश्चिम बंगाल के कोलकाता में सितंबर 2022 में हुई घटना से संबंधित है।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है, जिसमें बीजेपी का झंडा लिए कुछ व्यक्ति एक पुलिसवाले को पीटते हुए नज़र आ रहे हैं। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यह घटना यूपी के कानपुर की है।
दरअसल, बीते सप्ताह यूपी के कानपुर में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बर्रा थाने में जाकर जमकर बवाल किया था। एबीपी न्यूज की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस दौरान कार्यकर्ताओं ने बर्रा इंस्पेक्टर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। यह मामला पांच जून को कानपुर में दो पक्षों के बीच हुए झगड़े से जुड़ा है। जिसके बाद दोनों पक्षों ने थाने में आकर समझौता कर लिया था, लेकिन समझौते के बाद एक पक्ष थाने आया और उसने मारपीट की शिकायत की। इस घटना के विरोध में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने थाने में पहुंचकर नारेबाजी की और पुलिस के खिलाफ फर्जी केस दर्ज करने का आरोप लगाया।
इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है, जिसमें बीजेपी के कार्यकर्ताओं और एक पुलिसवाले के बीच भिड़ंत देखी जा सकती है। इसे कानपुर की हालिया घटना का बताया जा रहा है।
Fact Check/Verification
दावे की सत्यता जानने के लिए हमने Invid टूल की मदद से वायरल वीडियो के कुछ कीफ्रेम बनाए। एक कीफ्रेम को रिवर्स सर्च करने पर हमें यह वीडियो ‘Editorji’ की वेबसाइट पर 13 सिंतबर 2022 को प्रकाशित एक रिपोर्ट में मिला। रिपोर्ट के अनुसार, वीडियो पश्चिम बंगाल के कोलकाता का है, जहां ‘नाबन्ना मार्च’ (Nabanna Cholo) के दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं और कोलकाता पुलिस के बीच जमकर झड़प हुई।
इसकी मदद लेते हुए हमने कुछ बांग्ला कीवर्ड्स को गूगल सर्च किया। हमें ‘ABP Bangla’ की वेबसाइट पर 17 सितंबर 2022 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के अनुसार, ‘नाबन्ना अभियान’ के दौरान एसीपी देवजीत चटर्जी पर हमले के मामले में कुल 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि इनके खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया है।
इसके अलावा, पत्रकार पूजा मेहता द्वारा 14 सितंबर 2022 को किए एक ट्वीट में वायरल वीडियो को देखा जा सकता है। वीडियो को कोलकाता का बताया गया है।
पड़ताल के दौरान हमें ‘UP Police Fact Check’ द्वारा 21 जून को किया गया एक ट्वीट मिला। इसमें बताया गया है कि वायरल वीडियो उत्तर प्रदेश का नहीं बल्कि कोलकाता में वर्ष 2022 की घटना से संबंधित है।
यह भी पढ़ें: Fact Check: स्तनपान कराती घायल महिला की ये फोटो मणिपुर हिंसा की नहीं है
Conclusion
कुल मिलाकर हमारी पड़ताल में यह स्पष्ट है कि पश्चिम बंगाल का लगभग 9 महीने पुराना वीडियो यूपी के कानपुर का बताकर भ्रामक दावे के साथ वायरल है।
Result: Partly False
Our Sources
Report Published at Editorji on September 13,2022
Report Published at ABP Bangla on September 14,2022
Tweet by UP Police Viral Fact Check on June 21,2023
किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044 या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in