शुक्रवार, नवम्बर 22, 2024
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क्या मुस्लिम धर्म के लोग हिन्दुओं के ग्रंथों की कर रहे हैं गलत व्याख्या? सोशल मीडिया पर वायरल हुआ फेक दवा

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A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.

सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर कर यह दावा किया गया कि मुस्लिम धर्म को मानने वाले लोग हिन्दू वेद पुराणों, उपनिषदों और गीता आदि को फिर से लिख रहे हैं. इसी पोस्ट में आगे दावा किया गया है कि वेद पुराणों, उपनिषदों और गीता आदि को फिर से लिखने वाले इन मुस्लिमों का एक ही मकसद है और वो है सनातन धर्म की गलत व्याख्या करना.


सोशल मीडिया खासकर ट्विटर पर अक्सर एक धर्म के अनुयायियों द्वारा दूसरे धर्म के अनुयायियों पर अपने धर्म की आलोचना का आरोप लगाया जाता है कुछ मामलों में ये आरोप काफी हद तक सही होते हैं तो वहीं कुछ मामलों में काफी पोस्ट पोस्ट्स भ्रामक भी होते हैं. इसी क्रम में कई ट्विटर यूजर्स ने एक तस्वीर शेयर की। जिसमे एक प्रकाशन या पुस्तकालय जैसी दिखने वाली जगह पर बैठकर कुछ लोग मुस्लिम हिन्दू उपनिषदों एवं पुराणों का अध्यययन या लेखन करते प्रतीत होते हैं. तस्वीर शेयर कर दावा किया गया कि मुस्लिम धर्म को मानने वाले लोग हिन्दू वेद पुराणों, उपनिषदों और गीता आदि को फिर से लिख रहें हैं. वेद पुराणों, उपनिषदों और गीता आदि को फिर से लिखने वाले इन मुस्लिमों का एक ही मकसद है, और वो है सनातन धर्म की गलत व्याख्या करना.





Fact Check/Verification

वायरल तस्वीर की पड़ताल के लिए सबसे पहले तस्वीर को गूगल पर ढूंढा. तस्वीर को गूगल पर ढूंढने पर हमें यह जानकारी मिली कि यह तस्वीर पूर्व में भी वायरल हो चुकी है और इसी वजह से कई भारतीय फैक्ट चेकर्स ने इस दावे का फैक्ट चेक भी किया है. साथ ही साथ हमें यह जानकारी भी मिली कि वायरल तस्वीर को लेकर ‘The Hindu’ में एक लेख भी प्रकाशित किया गया है.


‘The Hindu’ ने अपने लेख में वायरल तस्वीर को हैदराबाद स्थित ‘Al Mahadul Aali Al Islami’ नामक एक संस्थान का बताया है जहां विभिन्न धर्मग्रंथों में लिखी बातों का अध्ययन किया जाता है.

https://www.thehindu.com/news/cities/Hyderabad/Best-of-both-worlds/article11332777.ece


‘The Hindu’ ने वायरल तस्वीर के बारे में जानकारी देते हुए लिखा है ‘Students at Al Mahadul Aali Al Islami studying the Vedas to understand the common attributes in Islam and Hinduism. This seminary has more than 1000 books on other religions at Hyderabad.” (हिंदी अनुवाद: Al Mahadul Aali Al Islami के छात्र इस्लाम और हिन्दू धर्म के बीच समानताओं के अध्ययन के लिए वेद पढ़ते हुए. हैदराबाद स्थित इस seminary में अन्य धर्मों को लेकर लगभग 1000 पुस्तकें हैं)


इसके बाद हमने उक्त संस्था में पदस्थ लोगों से बातचीत करने का प्रयास किया। लेकिन संपर्क स्थापित नहीं हो सका. गौरतलब है कि वायरल तस्वीर की पड़ताल के दौरान आजतक ने उक्त संस्था के डिप्टी डायरेक्टर ओमान आबिदीन से संपर्क किया था जहां उन्होंने तस्वीर को अपने संस्थान की बताते हुए कहा था “अल महादुल आली अल इस्लामी मदरसा एक इस्लामिक रिसर्च इंस्टीट्यूट है. हमारे यहां ‘स्टडीज ऑफ इंडियन स्क्रिप्चर’ नाम का एक विभाग है, जहां छात्रों को हिंदू धर्म के बारे में समझ प्रदान की जाती है. हम अपने छात्रों को पढ़ाने के लिए दूसरे धर्मों के विद्वानों को भी आमंत्रित करते हैं ताकि उन्हें हर धर्म की सबसे अच्छी समझ मिल सके.”

https://www.aajtak.in/fact-check/story/fact-check-no-change-in-hinduism-texts-these-muslim-students-studying-in-library-1104095-2020-07-26

इस तरह हमारी पड़ताल में यह बात साफ़ हो जाती है कि वायरल तस्वीर में दिख रहे मुस्लिम छात्र हिन्दू उपनिषद या पुराण नहीं लिख रहे बल्कि उनका अध्ययन कर इस्लाम और उनके बीच समानतायें ढूंढने का प्रयास कर रहें हैं.


Result: Misleading


Sources:

The Hindu: https://www.thehindu.com/news/cities/Hyderabad/Best-of-both-worlds/article11332777.ece

AajTak: https://www.aajtak.in/fact-check/story/fact-check-no-change-in-hinduism-texts-these-muslim-students-studying-in-library-1104095-2020-07-26


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A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.

Saurabh Pandey
A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.

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