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Fact Check
सोशल मीडिया पर 2 मिनट 10 सेकेंड की एक वीडियो वायरल हो रही है। इस वीडियो में कहा जा रहा है कि गरीब मोदी परिवार अब अमीर हो गया है। नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री होने के कारण उनके भाई-बहन और चचेरे भाइयों को बड़े पैमाने पर वित्तीय लाभ हुए हैं। वीडियो शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि रिश्तों के भी रूप बदलते हैं, बैंक बैलेंस में जीरो जुड़ते हैं… कल तक जो थे महज़ कबाड़ी, आज फॉर्च्यूनर में चलते हैं।
वायरल मैसेज में पीएम मोदी के परिवार वालों के बारे में अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं। पीएम के बड़े भाई सोमाभाई मोदी 75 वर्ष के हैं, और वो गुजरात भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष हैं। जबकि छोटे भाई पंकज मोदी 58 वर्ष के हैं और वो भर्ती बोर्ड के उपाध्यक्ष हैं। प्रहलाद मोदी 64 वर्ष के हैं और वो अहमदाबाद और वडोदरा में कार शोरूम के मालिक हैं।
वायरल पोस्ट के आर्काइव वर्ज़न को यहां और यहां देखा जा सकता है।
देखा जा सकता है कि इस दावे को ट्विटर पर कई यूज़र्स द्वारा शेयर किया जा रहा है।
देखा जा सकता है कि इस दावे को फेसबुक पर अलग-अलग यूज़र्स द्वारा शेयर किया जा रहा है।
https://www.facebook.com/ModiLiesOfficial/videos/699753110737477
पीएम नरेंद्र मोदी के भाइयों को लेकर किए जा रहे दावे की सत्यता जानने के लिए हमने पड़ताल शुरु की। Google Keywords Search की मदद से खोजने पर हमें अक्टूबर 2017 में फेसबुक पर मोदी नामक पेज से की गई एक पोस्ट मिली। इसके मुताबिक पीएम के बड़े भाई सोमाभाई मोदी 75 वर्ष के हैं और वो गुजरात भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष हैं। जबकि अमृत भाई एक निजी कंपनी में काम करते थे और अब अहमदाबाद में रहते हैं। प्रहलाद मोदी छोटी सी गल्ले की दुकान चलाते हैं और पंकज मोदी गुजरात सूचना विभाग में कार्यरत हैं।
दिसंबर 2016 में India Today द्वारा प्रकाशित की गई मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पीएम मोदी के चचरे भाई जिनमें भोगीलाल मोदी किराने की दुकान चलाते हैं, साथ ही अरविंद भाई मोदी एक स्क्रैप डीलर हैं। भरत भाई मोदी एक पेट्रोल पंप पर काम करते हैं। अशोक भाई मोदी पतंग और नाश्ते की दुकान चलाते हैं।
पड़ताल के दौरान हमें Radha Charan Das द्वारा किया गया ट्वीट मिला। जिसमें उदय माहुरकर के उस लेख को शेयर करते हुए उसे भ्रामक बताया था। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वायरल दावा पूरी तरह से भ्रामक है।
अधिक खोजने पर हमें दिसंबर, 2017 में The Lallantop द्वारा प्रकाशित की गई मीडिया रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट के मुताबिक नरेंद्र मोदी के भाई और उनके चचेरे भाई के अलग-अलग व्यवसाय हैं।
सोमाभाई मोदी 3 साल से सेवानिवृत्त स्वास्थ्य अधिकारी थे और वर्तमान में गुजरात भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष हैं।
प्रधानमंत्री के बड़े भाई 75 वर्षीय सोमभाई मोदी हैं। तस्वीर में उनको वडनगर में अपने वृद्धाश्रम के लोगों के साथ देखा जा सकता है। इसके अलावा गूगल पर उन्हें किसी भी भर्ती बोर्ड का अधिकारी नहीं बताया गया है।
अमृतभाई मोदी 3 साल से एक निजी कारखाने में काम करते थे और अब अहमदाबाद और गांधीनगर में सबसे बड़े रियल एस्टेट व्यवसायी हैं।
पड़ताल में हमने पाया कि अमृतभाई मोदी 2005 तक 10,000 रुपये के वेतन पर एक निजी कंपनी में काम कर रहे थे। जबकि अब वे अपने बेटे के साथ अहमदाबाद में रहते हैं। लेकिन किसी रियल एस्टेट कारोबार से जुड़े हुए नहीं हैं।
प्रह्लाद मोदी तीन साल तक रेहड़ी पटरी पर खाने की दुकान लगाते थे। लेकिन अब उनका हुंडई, मारुति और होंडा का फोर व्हीलर शोरूम अहमदाबाद और वडोदरा में है।
हमारी पड़ताल में हमने पाया कि प्रह्लाद मोदी एक सस्ते भोजन की दुकान चला रहे हैं और वे गुजरात राज्य सस्ता गल्ला दुकान मालिक संगठन के अध्यक्ष हैं।
पंकज मोदी तीन साल पहले सूचना विभाग में थे लेकिन आज सोमभाई भर्ती बोर्ड में उपाध्यक्ष हैं।
हमारी पड़ताल में पाया गया कि पंकज मोदी वर्तमान में गुजरात सूचना विभाग में काम कर रहे हैं, लेकिन सोमाभाई भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष नहीं हैं। साथ ही पंकज मोदी गुजरात भर्ती बोर्ड में काम नहीं कर रहे हैं।
भोगीलाल मोदी के पास 3 साल से किराने की दुकान थी और आज वो अहमदाबाद, सूरत और वडोदरा में रिलायंस मॉल के मालिक हैं।
हमारी पड़ताल में हमने पाया कि भोगीलाल मोदी पीएम मोदी के चचेरे भाई हैं। Business Today द्वारा प्रकाशित की गई रिपोर्ट के मुताबिक रिलायंस की ऐसे कोई फ्रैंचाइज़ी नहीं ले सकता है।
अरविंद मोदी तीन सालों से एक स्क्रैप डीलर थे लेकिन अब वे रियल एस्टेट और बड़ी इमारत निर्माण कंपनियों के लिए एक स्टील ठेकेदार है।
हमारी पड़ताल में हमने पाया कि अरविंद मोदी वर्तमान में वडनगर में रहते हैं और वह एक स्क्रैप डीलर हैं। वे आसपास के गांवों में स्क्रैप खरीदते हैं और उन्हें बड़े केंद्रों पर बेचते हैं।
भरत मोदी तीन साल से एक पेट्रोल पंप पर काम कर रहे था। लेकिन आज उनके पास अहमदाबाद में ग्यारह पेट्रोल पंप हैं।
हमारी पड़ताल में हमने पाया कि भरत मोदी पालनपुर में एक पेट्रोल पंप पर काम करते हैं, जो कि 6,000 रुपये की सैलरी के साथ वडनगर में रहते हैं। उनकी पत्नी रामिलाबेन गांव में किराने का सामान बेचती हैं।
अशोक मोदी की 21 सालों से पतंग और किराने की दुकान थी। लेकिन आज वह भोगीलाल मोदी के साथ रिलायंस में भागीदार हैं।
हमारी पड़ताल में हमने पाया कि अशोक मोदी वडनगर के घिकांता बाजार में पतंग और नमकीन की दुकान चलाते हैं। पिछली जानकारी के अनुसार रिलायंस फ्रैंचाइज़ी का कारोबार नहीं करता है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रही वीडियो का बारीकी से अध्ययन करने पर हमने पाया कि नरेंद्र मोदी के भाईयों के व्यवसाय को लेकर किया जा रहा दावा पूरी तरह भ्रामक है। पीएम मोदी के भाई किसी भी ऐसे पद पर काम नहीं करते हैं जैसा वायरल दावे में कहा गया है। जबकि पीएम के किसी भी भाई के पास रिलायंस मॉल या फिर मारूति, हुंडई का शोरूम नहीं है।
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