Authors
An enthusiastic journalist, researcher and fact-checker, Shubham believes in maintaining the sanctity of facts and wants to create awareness about misinformation and its perils. Shubham has studied Mathematics at the Banaras Hindu University and holds a diploma in Hindi Journalism from the Indian Institute of Mass Communication. He has worked in The Print, UNI and Inshorts before joining Newschecker.
सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर कर दावा किया जा रहा कि अखिलेश यादव ने कहा, ‘जो राम को लाए हैं हम उनको लाएंगे।’ वायरल तस्वीर में सपा प्रमुख अखिलेश यादव एक पोस्टर लेकर खड़े हैं जिसमें लिखा है, ‘यूपी फिर मांगे भाजपा सरकार।’
समाचार चैनल Times Now नवभारत की एंकर श्वेता भट्टाचार्य ने अखिलेश यादव की वायरल तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, “इस तस्वीर को देखकर आप क्या कहेंगे?”
(उपरोक्त ट्वीट का आर्काइव लिंक आप यहां देख सकते हैं।)
BJP Bahraich नामक ट्विटर हैंडल ने अखिलेश यादव की वायरल तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, “जो राम को लाए हैं हम उनको लाएंगे।”
वहीं, इंस्टाग्राम पर thefrustratedpatriot नामक पेज ने भी अखिलेश यादव की वायरल तस्वीर शेयर की है।
इसके अलावा Newschecker के अधिकारिक WhatsApp नंबर पर भी कई पाठकों द्वारा वायरल तस्वीर का सच जानने की अपील की गई है।
यूपी में हो रहे विधानसभा चुनाव के मद्देनजर विभिन्न पार्टियों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। सत्तारुढ़ बीजेपी अपने पिछले पांच सालों के कामों का लेखा-जोखा जनता के सामने रख रही है। वहीं, अन्य राजनीतिक दल वोटरों को अपने पाले में करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाए हुए हैं। इसी कड़ी कई राजनीतिक दलों ने युवाओं को ध्यान में रखते हुए संकल्प पत्र और यूथ मेनिफेस्टो भी जारी किया है। बीते दिनों समाजवादी पार्टी ने अपना 10 सूत्रीय रोजगार संकल्प श्रृंखला पत्र जारी करते हुए आईटी सेक्टर में 22 लाख नौकरियां देने की घोषणा की है।
इससे पहले कांग्रेस ने भी अपना यूथ मेनिफेस्टो ‘भर्ती विधान’ जारी कर 20 लाख रोजगार देने समेत तमाम वादे किए थे। इसी बीच सोशल मीडिया पर अखिलेश यादव की एक तस्वीर शेयर कर दावा किया जा रहा कि अखिलेश यादव ने कहा, ‘जो राम को लाए हैं हम उनको लाएंगे।’
आपको बताते चलें कि इससे पहले भी राहुल और प्रियंका गांधी की एडिटेड तस्वीर वायरल हुई थी, जिसमें दावा किया गया था कि उन्होंने यूपी में योगी सरकार बनने की बात कही है। Newschecker की पड़ताल में वायरल दावा फेक निकला।
Fact Check/Verification
अखिलेश यादव ने कहा, ‘जो राम को लाए हैं हम उनको लाएंगे’ दावे के साथ सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर की सत्यता जानने के लिए हमने तस्वीर को गूगल रिवर्स की मदद से खोजना शुरू किया। इस दौरान हमें समाजवादी पार्टी के ट्विटर हैंडल से 22 जनवरी 2022 द्वारा किया गया एक ट्वीट प्राप्त हुआ। समाजवादी पार्टी ने अपने इस ट्वीट के साथ कैप्शन में लिखा, “समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने घोषणा की है कि 2022 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर ‘नौकरी-रोजगार संकल्प श्रृंखला‘ में आईटी सेक्टर में 22 लाख नौजवानों को नौकरी दी जाएगी।”
समाजवादी पार्टी द्वारा किए गए ट्वीट में दो फोटो संलग्न हैं। जिनमें से एक फोटो वायरल तस्वीर से मिलती जुलती है।
हमने वायरल तस्वीर और समाजवादी पार्टी द्वारा किए गए ट्वीट का तुलनात्मक विश्लेषण किया। दोनों तस्वीरों में अखिलेश यादव एक ही पोशाक पहने हुए समान मुद्रा में खड़े हैं। दोनों तस्वीरों में अखिलेश के पीछे का बैकग्राउंड एक जैसा है। दोनों तस्वीरों में अखिलेश के हाथों में घोषणा पत्र है।
हमने अपनी पड़ताल के दौरान कुछ कीवर्ड की मदद से गूगल पर सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें हिंदुस्तान लाइव वेबसाइट द्वारा 29 जनवरी 2022 को प्रकाशित एक रिपोर्ट प्राप्त हुई। बतौर रिपोर्ट, सपा ने अपना दस सूत्री संकल्प पत्र जारी किया। जिसमें युवाओं को लैपटॉप और रोजगार देने की घोषणा की गई है। रिपोर्ट में अखिलेश यादव की संकल्प पत्र लिए दूसरे एंगल से खींची तस्वी्र संलग्न है।
Conclusion
इस तरह हमारी पड़ताल में यह साफ़ हो गया कि अखिलेश यादव की एडिटेड तस्वीर गलत दावे के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
Result: Manipulated Media
Our Sources
Self Analysis
किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044 या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in
Authors
An enthusiastic journalist, researcher and fact-checker, Shubham believes in maintaining the sanctity of facts and wants to create awareness about misinformation and its perils. Shubham has studied Mathematics at the Banaras Hindu University and holds a diploma in Hindi Journalism from the Indian Institute of Mass Communication. He has worked in The Print, UNI and Inshorts before joining Newschecker.