बुधवार, अप्रैल 24, 2024
बुधवार, अप्रैल 24, 2024

होमFact CheckViralअलका लाम्बा और जैनब सिकंदर ने शेयर किया भ्रामक वीडियो क्लिप,गणपति विसर्जन...

अलका लाम्बा और जैनब सिकंदर ने शेयर किया भ्रामक वीडियो क्लिप,गणपति विसर्जन से इसका नहीं है कोई ताल्लुक

Authors

Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

Claim

दिल्ली के चांदनी चौक से आम आदमी पार्टी की विधायक और अब कांग्रेस कार्यकर्ता अलका लाम्बा ने एक ट्वीट किया है। ट्वीट में गणपति बप्पा शब्द को टैग करते हुए सड़क के किनारे कुछ मूर्तियों को दिखाया गया है। सड़क किनारे बड़ी संख्या में मूर्तियों को देखा जा सकता है। लाम्बा का दावा है कि अब इन गणेश मूर्तियों को कोई नहीं पूछने वाला है।

Verification

गणेश चतुर्थी पर मूर्ति विसर्जन को लेकर सोशल मीडिया में एक नई बहस छिड़ गई है। कांग्रेस कार्यकर्ता और दिल्ली से विधायक अलका लाम्बा ने एक ट्वीट के माध्यम से गणेश मूर्तियों पर कटाक्ष करते हुए लिखा है कि, ‘अब इनको पूछने वाला कोई भी नहीं है।’ सड़क किनारे पानी में भीगी हुई मूर्तियां क्या वाकई गणपति बप्पा की ही हैं? इस बात की सत्यता प्रमाणित करने के लिए पड़ताल आरम्भ की। इस दौरान सोशल मीडिया पर ऐसे ही दावे करने वाले कई ट्वीट्स नज़र आये। इन सबमे सबसे दिलचस्प बात यह है कि जैनब सिकंदर ने भी अपने आधिकारिक आकउंट से इस वीडियो में दिख रही मूर्तियों को गणेश की मूर्ति बताते हुए पर्यावरण पर अपनी राय रखी है।

 

 

 

सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक पर भी सेम क्लेम करता हुआ एक वीडियो प्राप्त हुआ जिसमें सड़क के किनारे बड़ी संख्या में मूर्तियों को दिखाया गया है जो पानी से भीगी हुई हैं। 

 

 

गणपति पूजा एक ऐसा महोत्सव है जिसकी चमक गुजरात और महाराष्ट्र जैसे प्रांतों में कुछ खास ही दिखाई देती है। सड़क किनारे भीगी हुई मूर्तियों का सच जानने के लिए इस साल हुए गणपति महोत्सव और विसर्जन से सम्बंधित ख़बरों को खंगालना शुरू किया। इस दौरान कई ख़बरों के लिंक सामने आये। जनसत्ता की एक खबर के मुताबिक इस साल गणपति विसर्जन 12 सितम्बर को किया जाना है।

पड़ताल के दौरान एक ट्वीट प्राप्त हुआ जो जैनब सिकंदर को टैग करते हुए ट्वीट किया गया था। अंकुर सिंह नामक ट्विटर यूजर ने लिखा है कि वीडियो में दिख रही मूर्तियां गणेश की ना होकर दशामा विसर्जन की हैं और एक महीने पुरानी हैं। वीडियो में दिखाई गई जगह अहमदाबाद के साबरमती नदी के किनारे की है। 

 

 

इन्हीं तथ्यों के आधार पर खोज शुरू किया। इस दौरान 10 अगस्त 2019 को यूट्यूब पर अपलोड हुआ एक वीडियो प्राप्त हुआ। वीडियो में अहमदाबाद म्युनिसिपल कारपोरेशन के चेयरमैन विजय नेहरा ने अहमदाबाद वालों को थैंक्स कहा है, इसका कैप्शन दिया गया है। 

 

 

खोज के दौरान हमें विजय नेहरा का वह ट्वीट भी मिल गया जिसे उन्होंने करीब 1 महीने पहले शेयर किया था।

 

 

हमारी पड़ताल में यह साफ़ हो गया कि जैनब सिकंदर और अलका लाम्बा ने जिस वीडियो क्लिप को गणपति बप्पा का बताकर शेयर किया है असल में वह करीब एक माह पुराना दशामा माता विसर्जन के दौरान का है।

 

Tools Used

  • InVID
  • Google Reverse Image
  • Twitter Advanced Search
  • YouTube Search
  • Google Keywords
  • Facebook

 

Result: Misleading

Authors

Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

JP Tripathi
JP Tripathi
Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

Most Popular