Authors
16 अक्टूबर 2020 को मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए ‘नीट-2020’ (The National Eligibility Entrance Test) के नतीजे घोषित किए गए थे। नतीजे आने के बाद से सोशल मीडिया पर कई तरह के दावे शेयर किए जा रहे हैं जिनमें से एक है कि पहले 5 टॉपर्स मुसलमान हैं। जिसे एक सोची-समझी साजिश बताया जा रहा है।
वायरल पोस्ट के आर्काइव वर्ज़न को यहां, यहां और यहां देखा जा सकता है।
देखा जा सकता है कि इस दावे को ट्विटर पर अलग-अलग यूज़र्स द्वारा शेयर किया जा रहा है।
फेसबुक पर भी इस दावे को कई यूज़र्स द्वारा शेयर किया जा रहा है।
Fact Check/Verification
पहला दावा:
Google Keywords Search की मदद से हमने यह खंगालने की कोशिश की कि क्या ‘NEET-2020’ की परीक्षा के पहले 5 टॉपर्स मुसलमान हैं। पड़ताल के दौरान हमें कुछ परिणाम मिले। अमर उजाला और दैनिक भास्कर द्वारा प्रकाशित की गई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ओडिशा के शोएब आफताब ने 720 में से 720 अंक हासिल कर इतिहास रचा है।
इन दोनों रिपोर्ट्स के मुताबिक वायरल सूची में पहले नंबर पर शामिल शोएब आफताब का नाम सही है। वायरल सूची में रैंक 2 हासिल करने वाले कैंडिडेट का नाम जीशान अशरफ बताया गया है। Live हिंदुस्तान और Zee News द्वारा प्रकाशित मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक NEET 2020 में दूसरा स्थान हासिल करने वाली स्टूडेंट का नाम आकांक्षा सिंह है।
वायरल सूची में जिन टॉप 5 नामों की पुष्टि की गई है उसकी सत्यता जानने के लिए हमने NTA (National Testing Agency) की आधिकारिक वेबसाइट को खंगाला। पड़ताल के दौरान हमें टॉप 50 कैंडिडेट्स के नामों की लिस्ट मिली।
नीचे असली लिस्ट में देखा जा सकता है कि वायरल लिस्ट में केवल शोएब आफताब का नाम सही है। बाकी के 4 टॉपर के दिए गए नाम गलत हैं।
नीचे तस्वीर में असली लिस्ट और फेक लिस्ट में फर्क साफ देखा जा सकता है।
दूसरा दावा:
ट्विटर पर विवेक रंजन अगनीहोत्री (Vivek Ranjan Agnihotri) और mthn (spy) द्वारा किया एक ट्वीट बहुत ज्यादा वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि ‘नीट-2020’ (NEET 2020) में शोएब आफताब और आकांक्षा सिंह दोनों ने ही 720 में से 720 अंक हासिल किए हैं। लेकिन शोएब को टॉपर घोषित किया गया और आकांक्षा को दूसरा स्थान दिया गया है। कई लोगों ने इसे धार्मिक रंग देने की कोशिश की है तो कई इसे जेंडर डिस्क्रिमिनेशन बता रहे हैं।
कुछ अलग-अलग कीवर्ड्स की मदद से खोजने पर हमें Live हिंदुस्तान, नवभारत टाइम्स और Zee News द्वारा प्रकाशित की गई मीडिया रिपोर्ट्स मिली। इन रिपोर्ट्स के मुताबिक कुशीनगर की आकांक्षा सिंह और ओडिशा के शोएब ने फुल मार्क्स हासिल किए हैं, लेकिन रैंकिंग में वो दूसरे दंबर पर हैं।
आकांक्षा और शोएब के नंबर बराबर हैं लेकिन उम्र के आधार पर शोएब को पहला रैंक मिला। शोएब की उम्र 18 वर्ष है जबकि आकांशा 17 वर्ष की हैं। दरअसल जब दो स्टूडेंट्स के समान अंक आते हैं तो ज्यादा उम्र के नियम के आधार पर रैंकिंग तय की जाती है।
Conclusion
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रहे दावों का बारीकी से अध्ययन करने पर हमने पाया कि ‘नीट-2020’ परीक्षा में टॉप-5 कैंडिडेट्स की वायरल हो रही सूची फर्ज़ी है। पड़ताल में हमने पाया कि कुशीनगर की आकांक्षा सिंह को NEET-2020 में उम्र के आधार पर दूसरी रैंक मिली थी।
Result: False
Our Sources
Zee News https://zeenews.india.com/hindi/india/video/zee-exclusive-with-neet-second-topper-akanksha/767790
National Testing Agency https://www.nta.ac.in/?ref=inbound_article
किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044 या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in