Authors
Claim
अतीक और अशरफ को मारने वाले आरोपियों में से एक के संबंध अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी से हैं.
Fact
तस्वीर में अखिलेश यादव के साथ दिख रहा व्यक्ति अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या का आरोपी नहीं है.
गैंगस्टर से राजनेता बना अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की दिनदहाड़े हुई हत्या को लेकर विपक्ष योगी सरकार पर हमलावर है. लेकिन अब एक तस्वीर के जरिए कुछ लोग यह दावा कर रहे हैं कि अतीक और अशरफ को मारने वाले आरोपियों में से एक के संबंध अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी से हैं.
वायरल तस्वीर में सपा प्रमुख अखिलेश यादव कई लोगों से घिरे नजर आ रहे हैं, जिनमें से एक के चेहरे पर गोला बनाकर यह कहा गया है कि ये व्यक्ति अतीक-अशरफ का हत्यारा है. तस्वीर के जरिए यह दिखाने की कोशिश की जा रही है कि अतीक अहमद की हत्या में समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव का भी हाथ है.
बता दें कि 1996 में अतीक अहमद ने समाजवादी पार्टी के टिकट से ही इलाहाबाद पश्चिम लोकसभा सीट जीती थी. हालांकि, बाद में उन्होंने पार्टी छोड़ दी और ‘अपना दल’ में शामिल हो गए. अतीक दोबारा समाजवादी पार्टी में आए और 2004 में पार्टी के टिकट पर फूलपुर लोकसभा सीट जीते. 2005 में हुए राजू पाल मर्डर केस में सरेंडर करने के बाद उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था. 2014 में अतीक ने एक बार फिर सपा जॉइन की और 2014 लोकसभा चुनाव लड़े, लेकिन बीजेपी से हार गए.
Fact Check/Verification
सबसे पहले हमने वायरल तस्वीर को गूगल पर रिवर्स सर्च किया. हमें अखिलेश यादव का 13 अप्रैल 2023 का एक फेसबुक पोस्ट मिला, जिसमें वायरल तस्वीर सहित कुछ अन्य तस्वीरें हैं और कैप्शन में लिखा है, “आज मध्य प्रदेश में”.
सर्च करने पर पता चला कि पिछले हफ्ते दो दिन के दौरे पर अखिलेश यादव मध्यप्रदेश गए थे. इस दौरान उन्होंने खरगोन जिले में कांग्रेस नेता और एमपी के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुभाष यादव की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की थी.
पड़ताल में सामने आया कि एक वायरल पोस्ट पर एक यूजर ने कमेंट किया है कि फोटो में जिस तस्वीर पर गोला किया गया है वह सीहोर जिले के यूथ कांग्रेस प्रेसिडेंट राजकुमार यादव हैं.
कुछ हिंदी कीवर्ड्स की मदद से सर्च करने पर हमें राजकुमार यादव की फेसबुक प्रोफाइल मिली. प्रोफाइल पर मौजूद व्यक्ति की तस्वीरें वायरल तस्वीर में दिख रहे व्यक्ति से मेल खाती हैं. इसके बाद हमने राजकुमार यादव से संपर्क किया. उन्होंने इस बात की पुष्टि कर दी कि वायरल तस्वीर में दिख रहे व्यक्ति वही हैं. उन्होंने हमें बताया कि तस्वीर 13 अप्रैल को सुभाष यादव के श्रद्धांजलि सभा कार्यक्रम में ली गई थी.राजकुमार ने न्यूजचेकर को अपनी कुछ अन्य तस्वीरें भी भेजीं.
इसके अलावा, अतीक-अशरफ को मारने वाले तीनों आरोपी मोहित, लवलेश तिवारी और अरुण मौर्य की तस्वीरें इंटरनेट पर मौजूद तमाम रिपोर्ट्स में दिखी जा सकती हैं.
Conclusion
इस तरह हमारी जांच में स्पष्ट हो जाता है कि वायरल तस्वीर में अखिलेश यादव के साथ दिख रहा व्यक्ति अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या का आरोपी नहीं है.
Result: False
Our Sources
Facebook Post By @yadavakhilesh, Dated April 13, 2023
Facebook Profile Of @rajkumar.y.ii
Tweet By @Dineshy21, Dated April 16, 2023
Telephonic Conversation With Rajkumar Yadav On April 14, 2023
(With inputs from Saurabh Pandey)
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