Authors
Claim
सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर यह दावा किया जा रहा है कि राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा से पहले जटायु अयोध्या पहुंचने लगे हैं.
Fact
राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा से पहले जटायु के अयोध्या पहुंचने के नाम पर शेयर किए जा रहे इस वीडियो की पड़ताल के लिए हमने इसके एक की-फ्रेम को गूगल पर ढूंढा. इस प्रक्रिया में हमें यह जानकारी मिली कि वायरल वीडियो साल 2021 के अक्टूबर माह से ही इंटरनेट पर मौजूद है.
गूगल सर्च से प्राप्त परिणामों में हमें Dooz دوز नामक फेसबुक पेज द्वारा 8 अक्टूबर 2021 को शेयर किया गया एक फेसबुक पोस्ट प्राप्त हुआ, जिसमे वायरल वीडियो मौजूद है.
उपरोक्त फेसबुक वीडियो के की-फ्रेम्स को Yandex पर ढूंढने पर हमें वायरल वीडियो के साथ साल 2021 में ही शेयर किए गए कई अन्य पोस्ट्स भी प्राप्त हुए.
यांडेक्स सर्च से प्राप्त परिणामों में हमें कुछ इंस्टाग्राम पोस्ट्स तथा एक यूट्यूब वीडियो भी प्राप्त हुए, जिन्हे साल 2021 के दिसंबर माह में शेयर किया गया है.
वायरल वीडियो में दिख रहे पक्षी के बारे में अधिक जानकारी के लिए हमने वन्य जीवन विशेषज्ञ, लेखक, स्तंभकार और फोटोग्राफर आनंद बनर्जी से संपर्क किया. उन्होंने Newschecker को बताया कि वीडियो में दिख रहा पक्षी यूरेशियन ग्रिफॉन गिद्ध (Eurasian Griffon Vulture) है, जो भारत में बहुत ही दुर्लभता से दिखता है. उन्होंने हमें यह भी बताया कि वर्तमान में जटायु नामक किसी पक्षी के होने के कोई वैज्ञानिक साक्ष्य मौजूद नहीं हैं.
इसके अतिरिक्त हमने अयोध्या तथा आस-पास के जिलों से प्रकाशित खबरों में भी यह ढूंढने का प्रयास किया कि क्या इन क्षेत्रों में कोई दुर्लभ पक्षी देखा गया है. बता दें कि, इस प्रक्रिया में हमें कोई भी ऐसी विश्वसनीय रिपोर्ट नहीं मिली जिससे इस बात की पुष्टि की जा सके कि अयोध्या या उसके आस-पास के जिलों में कोई दुर्लभ प्रजाति का पक्षी देखा गया हो.
इस प्रकार हमारी पड़ताल में यह बात साफ हो जाती है कि राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा से पहले जटायु के अयोध्या पहुंचने के नाम पर शेयर किया जा रहा यह दावा भ्रामक है. असल में वायरल वीडियो साल 2023 के जुलाई माह से ही इंटरनेट पर मौजूद है और लेबनान का है, तथा इसमें दिख रहा पक्षी यूरेशियन ग्रिफॉन गिद्ध (Eurasian Griffon Vulture) है. बता दें कि वीडियो बनाए जाने की असल तारीख या स्थान को लेकर अभी हमारी पड़ताल जारी है तथा इस बारे में कोई विश्वसनीय जानकारी मिलने पर हम उसे अपने लेख में शामिल करेंगे.
Result: False
Our Sources
Facebook post shared by Dooz دوز on 8 October 2021
Newschecker’s telephonic conversation with Wildlife Expert, Author, Columnist & Photographer Ananda Banerjee
Media reports
अपडेट
इस लेख को 6 जनवरी 2023 को अपडेट कर इसमें नए स्रोत शामिल किए गए हैं.
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