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Fact Check: क्या अयोध्या स्थित राम मंदिर के 14 किमी के दायरे में पिछड़े और दलित चप्पल पहनकर नहीं चल सकेंगे?

Authors

Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

Claim
अयोध्या राम मंदिर के 14 किमी के दायरे में पिछड़े और दलित चप्पल पहनकर नहीं चल सकेंगे.

Fact
नहीं, वायरल दावा गलत है.

सोशल मीडिया पर अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की मूर्ति के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद एक दावा काफ़ी वायरल हो रहा है. वायरल दावे में कहा जा रहा है कि अयोध्या के राम मंदिर के 14 किमी के दायरे में पिछड़े और अनुसूचित जाति एवं जनजाति समुदाय के लोग पैर में चप्पल पहनकर नहीं चल सकेंगे

वायरल दावे को सोशल मीडिया पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीर के साथ शेयर किया गया है. तस्वीर के नीचे मौजूद टेक्स्ट में लिखा हुआ है, “उत्तर प्रदेश अयोध्या राम मंदिर के 14 किलोमीटर के दायरे मै SC/ST/OBC समाज के लोग पैर मै चप्पल पहन कर नहीं चलेंगे बल्कि नंगे पैर रहेंगे”.

हालांकि, हमने अपनी जांच में पाया कि यह वायरल दावा गलत है. अयोध्या पुलिस ने भी इस दावे को गलत बताया है.

   Courtesy: FB/Balraj Singh

यह दावा हमें हमारे व्हाट्सएप टिपलाइन नंबर पर भी प्राप्त हुआ है.  

Fact Check/Verification

Newschecker ने वायरल दावे की पड़ताल के लिए सबसे पहले संबंधित कीवर्ड को गूगल सर्च कर न्यूज़ रिपोर्ट्स खंगाली. लेकिन हमें ऐसी कोई भी न्यूज़ रिपोर्ट्स नहीं मिली, जिसमें वायरल दावे का ज़िक्र किया गया हो.

इसके बाद हमने अयोध्या सदर के सीओ अरुण कुमार सिंह से संपर्क किया. उन्होंने भी वायरल दावे का खंडन करते हुए साफ़ कहा कि “यह दावा गलत है और अभी तक हमें इस तरह की कोई जानकारी नहीं मिली है”.

जांच में हमने दलितों से जुड़े मुद्दे उठाने वाली आजाद समाज पार्टी के अयोध्या जिला अध्यक्ष देवेश कुमार पिंटू से भी संपर्क किया. देवेश ने भी कहा, “यह दावा सही नहीं है. अगर इस तरह की कोई बात सामने आती तो हमारी तरफ से अभी तक विरोध प्रदर्शन जरूर किया गया होता.”

Conclusion

हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से यह साफ़ है कि राम मंदिर के आसपास पिछड़े और अनुसूचित जाति एवं जनजाति समुदाय के लोगों द्वारा पैर में चप्पल पहनकर नहीं चलने का वायरल दावा गलत है.

Result: False

Our Sources
Telephonic Conversation with Ayodhya Sadar CO
Telephonic Conversation with Aazad Samaj Party District Head

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Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

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