Authors
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.
साल 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने उत्तर प्रदेश के लोगों से सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के साथ, कई स्मार्ट शहर देने का वादा किया था। साल 2022 में एक बार फिर सूबे में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, ऐसे में भाजपा अपने कार्यकाल के दौरान सूबे में हुए सभी कार्यों की सूची तैयार कर जनता के सामने पेश कर रही है।
इस बीच सोशल मीडिया पर एक जर्जर सड़क की तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें सड़क पर बने सैकड़ों गड्ढों को देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि यह तस्वीर यूपी के एक सड़क की है। इस तस्वीर को लेकर यूज़र्स द्वारा यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज करते हुए लिखा गया है, ‘योगी आदित्यनाथ जी को इस सड़क का नाम भी बदलकर स्मार्ट सड़क रख देना चाहिए कि नही?’
वायरल पोस्ट का लिंक यहाँ देखें।
लेख लिखे जाने तक उपरोक्त पोस्ट को 1 हजार से ज्यादा लाइक मिल चुके हैं। इसके आलावा कई अन्य यूज़र्स ने भी इस पोस्ट को शेयर किया है।
Facebook / Verification
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीर उत्तर प्रदेश की है, इस बात का सच जानने के लिए हमने पड़ताल शुरू की। इस दौरान सबसे पहले तस्वीर को गूगल पर रिवर्स इमेज टूल की सहायता से खोजना शुरू किया। इस प्रक्रिया में हमें वायरल तस्वीर, कांग्रेस नेता Srinivas BV के आधिकारिक ट्विटर हैंडल द्वारा हाल ही में 18 अगस्त को किए गए एक पोस्ट में मिली।
प्राप्त पोस्ट के मुताबिक, यह वायरल तस्वीर मध्य प्रदेश की है, जहां उज्जैन-आगरा-कोटा नेशनल हाइवे पर उज्जैन से तनोड़िया तक 52 किलोमीटर की सड़क पर करीब 427 गड्ढे मौजूद हैं।
तस्वीर की सटीक जानकारी के लिए हमने गूगल पर रिवर्स इमेज टूल की सहायता के साथ कुछ कीवर्ड्स की भी मदद ली। जिसके बाद हमें दैनिक भास्कर की वेबसाइट पर 5 दिन पहले प्रकाशित हुई एक रिपोर्ट मिली, जहां वायरल तस्वीर पोस्ट की गयी थी।
लेख के मुताबिक, यह तस्वीर मध्य प्रदेश उज्जैन-आगर-कोटा को जोड़ने वाले एकमात्र नेशनल हाईवे की है, जिसमें उज्जैन से तनोड़िया तक 52 किमी की सड़क पर करीब 427 गड्ढे हैं। जिसके कारण 40 मिनट का सफर डेढ़ घंटे का हो गया है। लेख में जानकारी दी गयी है कि 52 किमी सड़क दो सांसदों और पांच विधायकों के क्षेत्र में आती है, फिर भी इसकी हालत इतनी बदतर हो चुकी है।
Conclusion
पड़ताल के दौरान उपरोक्त मिले तथ्यों का अध्ययन करने पर पता चला कि जर्जर हालत वाली सड़क की यह तस्वीर, यूपी की नहीं बल्कि मध्य प्रदेश की है।
Result- Misleading
Our Sources
https://twitter.com/srinivasiyc/status/1427858569999708160
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A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.