Authors
Claim:
यूपी के बागपत के एक स्कूल की शिक्षिका वहां की कुछ छात्राओं को नमाज पढ़ने की ट्रेनिंग दे रही हैं।
Fact:
यह दावा भ्रामक है। वायरल वीडियो एक नाटक के रिहर्सल का हिस्सा है, जिसे बाद में हटा लिया गया था।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा कि बागपत के एक स्कूल की शिक्षिका वहां की कुछ छात्राओं को नमाज पढ़ने की ट्रेनिंग दे रही हैं। वीडियो में एक टीचर कुर्सी पर बैठी हुई नज़र आ रही हैं। वह स्कूल ड्रेस में मौजूद कुछ लड़कियों को प्रैक्टिस कराती दिखाई दे रही हैं। इस वीडियो को सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
Fact Check/Verification
दावे की सत्यता जानने के लिए हमने कुछ कीवर्ड की मदद से गूगल सर्च किया। हमें ABP Ganga के यूट्यूब चैनल पर 28 मई को अपलोड एक वीडियो रिपोर्ट प्राप्त हुई। इसमें वायरल वीडियो का हिस्सा मौजूद है। वीडियो में बताया गया है कि ये मामला यूपी के बागपत स्थित होशियारी देवी इंटर कॉलेज का है। रिपोर्ट में स्कूल की प्रिसिंपल मुनेश चौधरी की बाइट भी है। उन्होंने बताया कि ये मामला साल 2022 का है और वीडियो में नजर आ रहा पार्ट एक नाटक के रिहर्सल का हिस्सा है। मुनेश चौधरी ने कहा, “स्कूल में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। यह ‘अनेकता में एकता’ नाम से हमने एक नाटक का आयोजन किया था, जिसमें सभी धर्मों के बच्चों ने हिस्सा लिया था। उसमें यह एक सीन भी था, जैसे ही मुझे पता चला कि ये सीन क्रिएट किया जा रहा है तो मैंने तुरन्त इसको रोक दिया।”
इसकी मदद लेते हुए हमने ट्विटर पर सर्च किया। हमें बागपत पुलिस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से 29 मई को किया गया एक ट्वीट मिला। इस ट्वीट में पुलिस ने बागपत के एक स्कूल में नमाज की ट्रेनिंग दिए जाने के दावे का खंडन किया है। ट्वीट में लिखा है कि यह यूपी के बागपत जिले के रठौडा स्थित होश्यारी देवी गर्ल्स इण्टर कॉलेज का मामला है। पुलिस ने इस मामले की जांच की तो पता चला कि स्कूल में सांस्कृतिक कार्यक्रम की तैयारी चल रही थी, उसी के तहत विद्यालय की कुछ लड़कियों द्वारा कार्यक्रम में भाग लिया जाना था। इसी को लेकर स्कूल की एक टीचर द्वारा नाटक की तैयारी कराई जा रही थी।
पुलिस ने अपने ट्वीट में दावों को भ्रामक बताते हुए लोगों से भ्रामक खबरें न फैलाने की गुजारिश की है। साथ ही लिखा है कि ऐसी खबरों को फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस मामले को लेकर हमने बागपत जिले के बड़ौत थानाक्षेत्र के सीओ सवि रत्त गौतम से संपर्क किया। उन्होंने स्कूल में नमाज की ट्रेनिंग दिए जाने का खंडन किया। उन्होंने हमें बताया, “इस मामले की जांच हमने की तो पाया कि यह एक नाटक का हिस्सा है। इस वीडियो को लेकर हमने होशियारी देवी इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल, प्रबंधक से बात की है। जिससे यह साफ हुआ कि यह सांस्कृतिक कार्यक्रम का हिस्सा था।”
मामले की अधिक जानकारी के लिए Newschecker ने स्कूल की प्रिसिंपल मुनेश चौधरी से संपर्क किया। उन्होंने नमाज की ट्रेनिंग दिए जाने के दावे का खंडन किया है। उन्होंने हमें बताया, “यह एक नाटक के रिहर्सल का वीडियो है। मैंने इस वीडियो को मीडिया में 2022 का बता दिया था। लेकिन जब चेक किया तो पता चला कि यह डेढ़-दो महीने पुराना वीडियो है, जब हमने ‘अनेकता में एकता’ नामक एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया था। ये उसी के रिहर्सल का एक हिस्सा है। बाद में हमने इस पार्ट को नाटक से हटा दिया। वीडियो में नज़र आ रही शिक्षिका सलमा हैं और उन्होंने संस्कृत में एमए किया है। इसमें नज़र आ रही छात्राएं 6, 7 और 8 कक्षा की छात्राएं हैं। उनके इस वीडियो को गलत तरीके से शेयर किया जा रहा है।”
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Conclusion
इस तरह यह बात साबित हो जाती है कि यूपी के बागपत स्थित एक स्कूल में नाटक के रिहर्सल का वीडियो भ्रामक दावे के साथ वायरल किया गया है।
Result: Missing Context
Our Sources
Video Uploaded by ABP News on May 28, 2023
Tweet by Baghapat Police on May 28, 2023
Conversation with Barut CO Savi Gautam
Conversation with Hoshiyari Devi Inter Collage’s Principal Munesh Chaudhary
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