Fact Check
क्या बांग्लादेश में एक हिंदू बच्चे से जबरन पढ़वाया गया कलमा? जानिए सच
Claim
बांग्लादेश में एक हिंदू बच्चे से जबरदस्ती कलमा पढ़वाया जा रहा है.
Fact
वीडियो में दिख रहा बच्चा हिंदू नहीं है.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो इस दावे से शेयर किया जा रहा है कि बांग्लादेश में एक हिंदू बच्चे से जबरदस्ती कलमा पढ़वाया जा रहा है.
हालांकि हमने अपनी जांच में पाया कि यह वीडियो बांग्लादेश के चपाईनवाबगंज इलाके का है, जहां पुलिस ने 6 जुलाई 2025 को नशीली दवा का सेवन करते हुए एक बच्चे को पकड़ा था. वहीं, सदर पुलिस स्टेशन के ओसी मतीउर रहमान ने यह स्पष्ट किया कि बच्चा हिंदू नहीं है.
वायरल वीडियो 18 सेकेंड का है, जिसमें नीले रंग की वर्दी पहने कुछ पुलिसकर्मी एक बच्चे को पकड़े हुए दिखाई दे रहे हैं. इसके अलावा, वीडियो के बैकग्राउंड में एक ऑडियो भी मौजूद है और पीछे ला-इलाहा भी सुनाई दे रहा है.
वीडियो को X पर वायरल दावे वाले एक लंबे कैप्शन के साथ शेयर किया गया है, जिसमें लिखा हुआ है “ये जबरन नहीं तो और क्या है? बांग्लादेश में एक छोटे हिंदू बच्चे से ज़बरदस्ती कलमा बुलवाया जा रहा है. पीछे से आवाज़ आ रही है – “ला इलाहा” और सामने पुलिस खड़ी है. मौलवी की आज्ञा पर सब कुछ हो रहा है”.

यह वीडियो इसी तरह के कैप्शन के साथ फेसबुक पर भी शेयर किया गया है.

Fact Check/Verification
बांग्लादेश में एक हिंदू बच्चे से जबरदस्ती कलमा पढ़वाये जाने के दावे से वायरल इस वीडियो की पड़ताल में, हमें कीफ्रेम की मदद से रिवर्स इमेज सर्च करने पर 18 जुलाई 2025 को एक बांग्लादेशी न्यूज आउटलेट की वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में वायरल वीडियो से जुड़े दृश्य मौजूद थे.

रिपोर्ट में बताया गया था कि बीते दिनों एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें चपाईनवाबगंज सदर पुलिस स्टेशन के ओसी मतीउर रहमान एक बच्चे का हाथ पकड़े नजर आ रहे थे. इसके अलावा अन्य अधिकारी बच्चे के बाल खींचते नजर आ रहे थे. वीडियो वायरल होने के बाद सदर पुलिस स्टेशन के ओसी मतीउर रहमान ने घटना की जानकारी देते हुए बताया था कि यह घटना 6 जुलाई 2025 को नेशनल सिटिजन पार्टी (एनसीपी) की पदयात्रा के दौरान हुई थी और इस दौरान बच्चे को नशीली दवा रखने हुए पकड़ा गया था. वह एनसीपी नेताओं के पास जाने की कोशिश कर रहा था, इसलिए उन्होंने बच्चे को हटा दिया था.
जांच में हमें एक अन्य बांग्लादेशी न्यूज आउटलेट की वेबसाइट पर भी प्रकाशित रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में भी बताया गया था कि चपाईनवाबगंज इलाके में नेशनल सिटिजन पार्टी (एनसीपी) नेताओं की पदयात्रा के दौरान एक बच्चे को नशीली दवा रखे हुए पकड़ा गया था. जिसके बाद पुलिसकर्मियों ने बच्चे को वहां से हटा दिया था. घटना का वीडियो वायरल होने के बाद अतिरिक्त पुलिस सुपरिंटेंडेंट वासिम फिरोज ने भी बच्चे को हटाने के तरीके पर खेद जताते हुए कहा था कि बच्चा नशे में था.

हमने अपनी जांच में चपाईनवाबगंज सदर थाने के ओसी मतीउर रहमान से भी संपर्क किया. उन्होंने वायरल दावे का खंडन करते हुए कहा कि 13 वर्षीय उक्त बच्चा हिंदू नहीं, बल्कि मुस्लिम है और उसके पिता का नाम मोहम्मद जहांगीर है.
Conclusion
हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से यह स्पष्ट है कि बांग्लादेश में एक हिंदू बच्चे से जबरदस्ती कलमा पढ़वाये जाने का दावा भ्रामक है. इस घटना में शामिल बच्चा हिंदू नहीं है.
Our Sources
Article Published by Itvbd on 18th July 2025
Article Published by Nagorik on 18th July 2025
Telephonic Conversation With Chapainawabganj Sadar OC Matiur Rahman
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