Authors
Claim
मुस्लिमों ने बरेली में एक दलित लड़की के साथ गैंगरेप कर उसका वीडियो वायरल कर दिया.
Fact
इस मामले में पीड़िता और दोनों आरोपी एक ही समुदाय से आते हैं.
सोशल मीडिया पर एक दावा काफी वायरल हो रहा है, जिसमें यह कहा जा रहा है कि मुस्लिमों ने बरेली में एक दलित लड़की के साथ गैंगरेप कर उसका वीडियो वायरल कर दिया.
हालांकि हमने अपनी जांच में पाया कि वायरल दावा गलत है. इस मामले में पीड़ित और आरोपी दोनों एक ही समुदाय से आते हैं.
वायरल दावे को एक कोलाज के साथ शेयर किया गया है. एक तस्वीर में एक व्यक्ति जालीदार टोपी पहने हुए है और दूसरे तस्वीर में ब्लर किए हुए दृश्य मौजूद हैं. दावे को लंबे कैप्शन के साथ X पर शेयर किया गया है, जिसमें लिखा हुआ है “मामला बरेली उत्तर प्रदेश है जहां कादिर, माजिद ने दलित बच्ची के साथ गैंगरेप करके वीडियो वायरल कर दिया”.
Fact Check/Verification
Newschecker ने वायरल दावे की पड़ताल के दौरान सबसे पहले बरेली पुलिस का X अकाउंट खंगाला तो हमें 9 दिसंबर को किया गया एक रिप्लाई मिला.
यह रिप्लाई बरेली पुलिस ने एक X पोस्ट पर किया था, जिसमें ऊपर मौजूद ट्वीट भी शामिल था. बरेली पुलिस ने अपने रिप्लाई में गिरफ्तार किए गए दो युवकों की तस्वीर और इस घटना से संबंधित प्रेस नोट साझा किया था. बरेली पुलिस ने रिप्लाई में लिखा था “थाना शीशगढ़ द्वारा दुष्कर्म, जान से मारने की धमकी देने से संबंधित मु0अ0सं0 339/24 धारा 70(1)/351(2) बीएनएस व 67 IT Act के वांछित दो अभियुक्तों को किया गया गिरफ्तार”.
इसके अलावा प्रेस नोट में लिखा गया था कि दुष्कर्म पीड़िता की तहरीर पर 8 दिसंबर 2024 को शीशगढ़ थाने में मुक़दमा दर्ज किया गया था. जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अब्दुल कादिर और नाजिद नाम के दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया था. साथ ही इस दौरान पुलिस ने उस मोबाइल को भी बरामद किया, जिससे वीडियो बनाकर वायरल किया गया था.
हालांकि ऊपर मौजूद पोस्ट में पीड़िता के दलित होने का जिक्र नहीं किया गया था. लेकिन इसी दौरान हमें बरेली पुलिस द्वारा 9 दिसंबर 2024 को किया गया एक और रिप्लाई मिला. यह रिप्लाई बरेली पुलिस ने एक अन्य X पोस्ट पर किया था, जिसमें यह दावा किया गया था कि अभियुक्त कादिर और नाजिद ने दलित लड़की के साथ गैंगरेप किया है.
बरेली पुलिस ने अपने रिप्लाई में वायरल दावे का खंडन करते हुए लिखा था, “कृपया मिथ्या/भ्रामक खबर को पोस्ट ना करें, प्रकरण में पीड़ित एवं आरोपीगण सजातीय है.” इसके अलावा रिप्लाई में बहेड़ी के सीओ का एक वीडियो भी मौजूद था, जिसमें उन्होंने शीशगढ़ थानाक्षेत्र में हुई इस घटना की जानकारी दी थी.
जांच में हमें इससे जुड़ी रिपोर्ट दैनिक भास्कर की वेबसाइट पर भी मिली. इस रिपोर्ट में बताया गया था कि यह घटना बरेली के शीशगढ़ थाना क्षेत्र की है, जहां 6 दिसम्बर शुक्रवार को दोपहर में पीड़िता अपनी चाची के साथ जंगल में घास काटने गई थी. तभी वहां पर गांव के ही दो युवक आए और उन लोगों ने चाची को पकड़कर दुपट्टे से पेड़ से बांध दिया. उसके बाद युवती को उठाकर पास के गन्ने के खेत में ले गए और जबरन गैंगरेप कर वीडियो बना लिया.
इसके बाद दोनों आरोपी जान से मारने की धमकी देकर वहां से फरार हो गए और वीडियो को वायरल कर दिया. बाद में पीड़िता ने घर पहुंचकर अपने पिता को फोन के माध्यम से जानकारी दी. उसके पिता बाहर ईट भट्ठे पर रहकर मजदूरी करते हैं. शनिवार को उसके पिता घर पहुंचे और फिर 8 दिसंबर रविवार को शीशगढ़ थाना क्षेत्र में मामला दर्ज किया गया.
अपनी जांच को पुख्ता करने के लिए हमने बरेली के एसपी नार्थ मुकेश चंद्र मिश्रा से संपर्क किया तो उन्होंने भी वायरल दावे का खंडन करते हुए कहा कि पीड़िता और अभियुक्त दोनों एक ही समुदाय के हैं.
Conclusion
हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से यह स्पष्ट है कि बरेली की इस घटना में पीड़ित और दोनों अभियुक्त एक ही समुदाय के हैं.
Result: False
Our Sources
Several Replies by Bareilly Police X account
Telephonic Conversation with Bareilly SP North Mukesh Chandra Mishra
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