Authors
An Electronics & Communication engineer by training, Arjun switched to journalism to follow his passion. After completing a diploma in Broadcast Journalism at the India Today Media Institute, he has been debunking mis/disinformation for over three years. His areas of interest are politics and social media. Before joining Newschecker, he was working with the India Today Fact Check team.
Claim
पश्चिम बंगाल में मुस्लिमों ने ट्रेन रोककर रमजान की नमाज अदा की.
Fact
वीडियो दो साल से ज्यादा पुराना है, हाल फिलहाल का नहीं.
पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में रामनवमी पर जबरदस्त आगजनी हुई. राज्य का हावड़ा और इस्लामपुर इस सांप्रदायिक झड़प की चपेट में आया. हावड़ा से अभी भी पथराव और हिंसा की खबरें आ रही हैं.
इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें रेलवे प्लेटफार्म और पटरियों पर मुस्लिम समुदाय के लोगों का बड़ा जमावड़ा देखा जा सकता है. देखने में वीडियो किसी धार्मिक आयोजन का लग रहा है. वीडियो में कुछ पुलिसकर्मी भी दिख रहे हैं. वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल में मुस्लिमों ने ट्रेन रोककर रमजान की नमाज अदा की.
फेसबुक पर ट्विटर पर कई यूजर्स इस वीडियो को शेयर कर चुके हैं. वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा गया है, “ममता दीदी के पश्चिम बंगाल से आई सुंदर वीडियो, जहां माहे रमजान में भाईचारा कायम रखने के लिए रेलवे का आवागमन रोककर नमाज अदा की जा रही है।”.
Fact Check/Verification
वायरल वीडियो में प्लेटफॉर्म पर स्टेशन के नाम का बोर्ड लगा नजर आ रहा है. बोर्ड पर बांग्ला, हिंदी और अंग्रेजी में स्टेशन का नाम ‘आकड़ा’ लिखा है.
कुछ कीवर्ड्स की मदद से सर्च करने पर पता चला कि पश्चिम बंगाल में वाकई ‘आकड़ा‘ नाम का एक रेलवे स्टेशन है. यह स्टेशन दक्षिण 24 परगना जिले में आता है. इसके बाद दोबारा कीवर्ड सर्च करने पर सामने आया कि वीडियो 2021 में भी शेयर किया गया था. ज्यादातर लोगों ने इस वीडियो को मार्च-अप्रैल 2021 में शेयर किया था. हमें इस वीडियो का सबसे पुराना पोस्ट 22 मार्च 2021 का मिला.
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उस समय भी इस वीडियो को शेयर कर सवाल उठाए गए थे कि पटरियों पर नमाज पढ़कर कानून तोड़ा जा रहा है. हालांकि, यहां हम इस बात की पुष्टि नहीं करते कि क्या इस आयोजन के लिए पहले से इजाजत मांगी गई थी या फिर यह आयोजन क्यों और किन परिस्थितियों में किया गया था. लेकिन इतनी बात स्पष्ट है कि यह वीडियो दो साल से ज्यादा पुराना है, हाल फिलहाल का नहीं.
Conclusion
हमारी जांच में यह स्पष्ट हो जाता है कि रामनवमी पर बंगाल में शुरू हुई हिंसा के बीच पटरियों पर धार्मिक आयोजन का दो साल पुराना वीडियो अभी का बताकर शेयर किया जा रहा है.
Result: Missing Context
Our Sources
Self Analysis
Social media posts of March 2021
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An Electronics & Communication engineer by training, Arjun switched to journalism to follow his passion. After completing a diploma in Broadcast Journalism at the India Today Media Institute, he has been debunking mis/disinformation for over three years. His areas of interest are politics and social media. Before joining Newschecker, he was working with the India Today Fact Check team.