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Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.
बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने ट्विटर पर राहुल गांधी से सवाल करते हुए दावा किया कि आज इंदिरा गांधी के पति, राजीव गांधी के पिता, सोनिया के ससुर, राहुल-प्रियंका के दादा फिरोज़ खान की पुण्यतिथि है, क्या राहुल गांधी अपने दादा जी की कब्र पर फूल चढाने जायेंगे?
सोशल मीडिया पर आये दिन तमाम ऐसे दावे वायरल होते रहते हैं जिनका सच से कोई सरोकार नहीं होता है या जिन्हे काफी पहले ही फैक्ट-चेकर्स द्वारा गलत ठहराया जा चुका होता है। ऐसा ही एक दावा इंदिरा गांधी के पति फिरोज गांधी को लेकर समय-समय पर वायरल होता रहा है। इस दावे के मुताबिक फिरोज गांधी एक मुस्लिम थे जिनका असल नाम फिरोज खान था। हालांकि इस दावे का सच हम काफी पहले ही अपने पाठकों के सामने ला चुके हैं.
ऊपर दी गई रिपोर्ट में पढ़ा जा सकता है कि फिरोज गांधी मुस्लिम नहीं बल्कि एक पारसी थे और उनका असली नाम फिरोज खान नहीं बल्कि फिरोज जहांगीर ‘Ghandy’ था। हमारे इसी रिपोर्ट में हमने बताया है कि कैसे कई विद्वानों ने फिरोज गांधी के नाम को लेकर शोध किया और परिणामस्वरूप उनका नाम फिरोज जहांगीर घांदी बताया. रिपोर्ट का एक अंश कुछ इस प्रकार है, “अपनी पड़ताल के अगले चरण में हमने स्वीडन के एक लेखक बर्टिल फॉक की पुस्तक “ Feroze the Forgotten Gandhi” का अध्ययन किया, जिसमें फॉक ने उनके पिता का नाम जहांगीर ‘Ghandy’ एवं माता का नाम रतिमाई बताया है। यद्यपि कई लेखों में महात्मा गांधी के द्वारा फिरोज और इंदिरा का विवाह कार्य एवं उनको अपना उपनाम देने की बात कही गई है। कई लेख ये भी कहते हैं कि फिरोज़ गांधी, महात्मा गांधी से बेहद प्रभावित थे इसलिए उन्होने अपना नाम घांदी से गांधी कर लिया था। किन्तु उपनाम के उच्चारण में ये बदलाव कैसे हुआ, इसका कोई ठोस सबूत हमें नहीं मिला।”
आज हम अपने इस रिपोर्ट में फिरोज गांधी की कब्र और उनके नाम से जुड़े कुछ अन्य तथ्यों पर प्रकाश डालेंगे. कपिल मिश्रा द्वारा किये गए दावे में एक तस्वीर भी संलग्न है जिसको गूगल पर ढूंढने के बाद कई अन्य तथ्य सामने आते हैं मसलन उनकी कब्र प्रयागराज में स्थित है.
गूगल सर्च के परिणामों पर गौर करें तो आज तक द्वारा प्रकाशित एक लेख में उनकी कब्र पर कई तथ्यों को उजागर किया गया है जिनमे से एक तथ्य यह भी है वर्षों तक देश की सत्ता के शिखर पर बैठने के बावजूद भी गांधी परिवार ने फिरोज गांधी की कब्र के रखरखाव पर अधिक ध्यान नहीं दिया या यूं कहें कि फिरोज गांधी के कब्र की उपेक्षा की गई. अब अगर आप नेहरू-गांधी परिवार के अन्य सदस्यों की कब्र या स्मृति स्थल पर ध्यान दें तो पता चलता है कि फिरोज गांधी की कब्र को जस का तस छोड़ दिया गया. आज तक के इसी लेख में फिरोज गांधी के कब्र के बारे में यह बात भी कही गई है कि उनकी कब्र प्रयागराज में पारसी कब्रगाह के बीच बनी है, आज तक के इसी लेख के आधार पर इस निष्कर्ष पर पहुंचा जा सकता है कि वे मुस्लिम नहीं बल्कि एक पारसी थे. आज तक ने अपने इस लेख में कब्र की देखरेख करने वाले बाबूलाल का बयान भी प्रकाशित किया है जो कि यह इंगित करता है कि नेहरू-गांधी परिवार का कोई सदस्य मुश्किल से ही इस कब्र पर जाता है.
गूगल सर्च से प्राप्त परिणामों में दैनिक भास्कर में प्रकाशित एक लेख आज तक के लेख की तस्दीक करता है.
https://www.bhaskar.com/news/ut-del-hmu-new-grave-of-firoz-gandhi-5108734-pho.html
अन्य परिणामों में एक महत्वपूर्ण परिणाम राजीव गांधी और आदित्य बिरला की जीवनी लिख चुके दक्षिणपंथी विचारधारा के समर्थक पूर्व वरिष्ठ पत्रकार मिनहाज मर्चेंट द्वारा किया गया एक ट्वीट भी हैं जिसमे वे फ़िरोज गांधी के मुस्लिम होने का दावा सिरे से ख़ारिज करते हुए उन्हें एक पारसी बता रहे हैं.
हमारी पड़ताल से यह स्पष्ट होता है कि फिरोज गांधी एक पारसी थे जिनकी कब्र प्रयागराज के एक पारसी कब्रगाह में बनाई गई है तथा बीजेपी नेता कपिल मिश्रा द्वारा किया गया दावा भ्रामक है. हालांकि कपिल मिश्रा द्वारा किये गए ट्वीट के साथ संलग्न तस्वीर की गुणवत्ता काफी निम्न स्तर की होने की वजह से तस्वीर के बारे में हमें कोई ठोस जानकारी नहीं मिल पाई है.
Result: Misleading
Sources: Aaj Tak: https://www.aajtak.in/india/story/prayagraj-feroze-gandhi-cemetery-congress-rahul-gandhi-dinesh-sharma-atrc-636158-2019-01-04
Dainik Bhaskar: https://www.bhaskar.com/news/ut-del-hmu-new-grave-of-firoz-gandhi-5108734-pho.html
Minhaz Merchant’s tweet: https://twitter.com/MinhazMerchant/status/1067395198236454912
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