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पश्चिम बंगाल में इन दिनों चारों तरफ चुनावी शोर मचा हुआ है। राजनीतिक दल लगातार रैलियां और चुनाव प्रचार कर रहे हैं। कांग्रेस–वाम-आईएसएफ गठबंधन, भाजपा ने अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है। ऐसे में फेसबुक पर पश्चिम बंगाल चुनाव से जोड़कर 45 सेकेंड की एक वीडियो क्लिप वायरल हो रही है। इस वीडियो में कुछ लोगों को बीजेपी के पोस्टर और बैनर फाड़ते हुए देखा जा सकता है। इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि सोनार बंगला के लोग चुनाव में खड़े अभियुक्तों को 200 सीटों का उपहार देने की व्यवस्था कर रहे हैं।
वायरल पोस्ट के आर्काइव वर्ज़न को यहां देखा जा सकता है।
Fact Check/Verification
चुनाव में बीजेपी के पोस्टर फाड़े जाने वाली वीडियो की सत्यता जानने के लिए हमने पड़ताल शुरू की। वीडियो क्लिप को ध्यान से देखने पर पता चला कि बीजेपी के पोस्टर पर असमिया भाषा में कुछ लिखा हुआ है। पोस्टर असम के भारतीय जनता पार्टी के नेता हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) और शिलादित्य देव (Shiladitya Dev) के लिए थे और उनके नाम लिखे हुए थे।
हिमंत बिस्वा सरमा ने शुरू में जलुकबारी क्षेत्र में कांग्रेस का प्रतिनिधित्व किया था। लेकिन 2016 में वो भाजपा में शामिल हो गए थे। वर्तमान में वह असम की राजनीति में एक बहुत लोकप्रिय नेता बन गए हैं।
पड़ताल के दौरान हमें अगस्त, 2020 में Business Standard और Times of India द्वारा प्रकाशित की गई रिपोर्ट्स मिली। इन रिपोर्ट्स के मुताबिक शिलादित्य देव भड़काऊ टिप्पणी देने के लिए भाजपा में प्रसिद्ध हैं और विपक्ष द्वारा उनकी बहुत निंदा भी की जाती है। पिछले साल अगस्त में असम के होजई निर्वाचन क्षेत्र (Hojai) के भाजपा विधायक शिलादित्य देव पर अपमानजनक टिप्पणी करने पर पुलिस द्वारा कार्रवाई की गई थी।
पड़ताल के दौरान हमें 11 मार्च, 2021 को NDTV और Indian Express द्वारा प्रकाशित की गई रिपोर्ट्स मिली। इन रिपोर्ट्स के मुताबिक असम के होजाई (Hojai) क्षेत्र से बीजेपी के नेता रामकृष्ण घोष को टिकट मिलने के बाद शिलादित्य ने अपना त्यागपत्र सौंप दिया था। इसके बाद उनके समर्थकों द्वारा बीजेपी के पोस्टर फाड़े गए थे।
असम चुनाव से पहले होजई सेंटर (Hojai) से विधायक शिलादित्य देव ने अपना त्याग पत्र सौंपा था। इसके बाद सोशल मीडिया पर बीजेपी के पोस्टर फाड़े गए थे और यही वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
The Northeast Today द्वारा प्रकाशित की गई रिपोर्ट के मुताबिक भाजपा नेता रामकृष्ण घोष को टिकट मिलने के बाद शिलादित्य ने होजई (Hojai) से इस्तीफा दे दिया था। इस घटना के बाद से असम राज्य को बड़ा झटका लगा। रिपोर्ट के मुताबिक शिलादित्य हुजई (Hojai) निर्वाचन क्षेत्र में काफी लोकप्रिय हैं और वहां के कई बंगाली समुदाय का एक बड़ा धड़ा उनका सपोर्ट करता है। ऐसे में अगर वो किसी अन्य पार्टी में शामिल हो जाते हैं तो अकेले शिलादित्य को बंगालियों से बहुत अधिक वोट मिलेंगे और राज्य में भाजपा हार जाएगी। इसलिए असम भाजपा उन्हें पार्टी में वापस लाने की कोशिश कर रही है।
The Shillong Times के अनुसार शिलादित्य ने उपचुनावों में भाग लेने के लिए इस्तीफा दिया था जिसके बाद उनके समर्थकों ने बीजेपी के पोस्टर फाड़े थे।
वहीं वायरल वीडियो में दायीं ओर ऊपर Time8 का लोगो नज़र आएगा। फेसबुक पर हमने वायरल वीडियो के बारे में अधिक जानकारी हासिल करने की कोशिश की। खोज के दौरान पता चला कि TIME8 Axom के फेसबुक पेज पर 10 मार्च को इस घटना की पूरी वीडियो पोस्ट की गई थी। यह वीडियो शिलादित्य के इस्तीफे के बाद अपलोड की गई थी। वीडियो में बताया गया है कि उनके समर्थकों द्वारा पहले भाजपा के खिलाफ नारे लगाए गए और बाद में बीजेपी के पोस्टर भी फाड़े गए।
Conclusion
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही वीडियो का बारीकी से अध्ययन करने पर हमने पाया कि बंगाल के लोग बीजेपी का पोस्टर नहीं फाड़ रहे हैं बल्कि यह वीडियो असम की है। पड़ताल में हमने पाया कि असम में भाजपा विधायक शिलादित्य देव के समर्थकों द्वारा भाजपा के पोस्टर फाड़े गए थे। इस वीडियो का पश्चिम बंगाल से कोई लेना-देना नहीं है।
Result: Misleading
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