Fact Check
फैक्ट चेक: झारखंड के बोकारो में हुई मॉक ड्रिल का वीडियो गलत दावे से वायरल
Claim
पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों पर की गई कार्रवाई का वीडियो.
Fact
यह मॉक ड्रिल का वीडियो है.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है, जिसमें कुछ लोग सड़क पर इकट्ठा होकर प्रशासन के खिलाफ़ नारेबाज़ी करते दिख रहे हैं. इसके बाद पुलिस वहां खड़े लोगों पर आंसू गैस के गोले छोड़ती है. इस वीडियो को भारत में पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों पर की गई कार्रवाई का बताकर शेयर किया जा रहा है.
सोशल मीडिया यूजर्स वीडियो को इस तर्ज पर शेयर कर रहे हैं कि नेपाल के Gen-Z प्रोटेस्ट से प्रभावित होकर कुछ लोग भारत में प्रर्दशन कर रहे थे, जिनपर पुलिस ने कार्रवाई किया. एक्स पोस्ट के कैप्शन में लिखा है, “ये लोग विपक्ष के बहकावे में आकर भारत को नेपाल बनाने चले थे..पर भूल गए कि यहाँ प्रशासन वैसा नहीं है..! पुलिस के एक पटाखे ने ही इन चमचों की फट गई भाग निकले सारे की सारे..”
इस वीडियो को कई सोशल मीडिया यूजर्स ने इसी तरह के दावे के साथ शेयर किया है, जिसे आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.

Fact Check/Verification
पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों पर की गई कार्रवाई का बताकर वायरल हुए वीडियो की जांच के लिए हमने इसके कीफ्रेम्स को गूगल लेंस की मदद से खोजना शुरू किया. इस दौरान हमें बोकारो पुलिस के आधिकारिक एक्स हैंडल से 27 सितंबर, 2025 को पोस्ट किए गए कुछ वीडियो मिले. इन वीडियोज में वायरल वीडियो से मिलते-जुलते दृश्य मौजूद हैं.

बोकारो पुलिस द्वारा एक्स पोस्ट में दी गई जानकारी के अनुसार, ये वीडियो दशहरा से पहले की गई एक मॉक ड्रिल का है. इस मॉक ड्रिल के दौरान पुलिस के जवानों को आपातकालीन स्थिति से निपटने एवं दंगा विरोधी हालात पर काबू पाने का प्रशिक्षण दिया गया था. वायरल वीडियो की पुलिस द्वारा शेयर किए गए वीडियो से तुलना करने पर हमें इनमें काफी समानताएं मिलीं. वायरल और असल दोनों ही वीडियो में सड़क के पास से गुजरती एक ट्रक, एक इलेक्ट्रिक रिक्शा और एक पोजीशन में बैठे पुलिस के जवानों को देखा जा सकता है.
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झारखंड पुलिस के इस मॉक ड्रिल के बारे में अधिक जानकारी के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स, “बोकारो पुलिस मॉक ड्रिल” सर्च किया. इस दौरान हमें प्रभात खबर, हिंदुस्तान और दैनिक भास्कर द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट्स मिलीं. बतौर रिपोर्ट्स, 27 सितंबर को बोकारो में पुलिस ने दशहरा के मद्देनजर रितुडीह में एक मॉक ड्रिल आयोजित की थी, ताकि आपातकालीन स्थितियों से निपटने और दंगा नियंत्रण का अभ्यास किया जा सके.
Conclusion
इस तरह हमारी पड़ताल में यह स्पष्ट है कि बोकारो पुलिस द्वारा की गई मॉक ड्रिल का वीडियो गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है.
Sources
X Post by Bokaro Police, Jharkhand
Media Reports by Prabhat khabar, Hindustan & Dainik Bhakar