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Fact Check
हिंदू समुदाय के खिलाफ भड़काऊ बयानों की होर्डिंग्स की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। साथ ही इन होर्डिंग्स पर मुस्लिम धर्मगुरु इमाम सैयद अहमद बुखारी, नूर उर रहमान बरकती और कथित मुस्लिम उपदेशक, मौलाना जाकिर नाइक की तस्वीर लगी हुई है। दावा है कि हिंदूओं को डराने के लिए पश्चिम बंगाल के एक मैदान में खुलेआम हिंदू विरोधी इन होर्डिंग्स को लगाया गया है। दरअसल कुछ दिनों पहले कानपुर में विश्व हिंदू परिषद के कुछ लोगों ने एक मुस्लिम रिक्शा चालक अफसर अहमद की पिटाई कर उससे जबरन जय श्री राम के नारे लगवाए थे। जिसका वीडियो सामने आने के बाद, पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन लोगों का गुस्सा शांत होने का नाम नहीं ले रहा है, लोग सोशल मीडिया पर विश्व हिंदू परिषद की जमकर आलोचन कर रहे हैं। इसी क्रम में,हिन्दू समुदाय को समर्थन करते हुए इस दावे को शेयर किया जा रहा है।
पोस्ट से जुड़े आर्काइव लिंक को यहां पर देखा जा सकता है।
वायरल दावे का सच जानने के लिए हमने गूगल पर कई कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल होर्डिंग से जुड़ा एक वीडियो विश्व विजेता टाइम्स नामक यूट्यूब चैनल पर मिला। वीडियो में दी गई जानकारी के मुताबिक, ये होर्डिंग्स बंगाल में नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में मोहर्रम से पहले लगाई गई थी। जिसकी जानकारी मिलते ही पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सभी होर्डिंग्स को हटवा दिया था।
पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने एक बार फिर से गूगल पर कुछ अन्य कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें दावे से जुड़ी एक मीडिया रिपोर्ट News Nation की वेबसाइट प्राप्त हुई। रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के विधायक राजा भैया के स्कूल की दीवार पर ये होर्डिंग्स लगी हुई मिली थी। जब स्थानीय लोगों ने इसे देखा तो उनमें आक्रोश फैल गया और पुलिस को बुलाया गया। जिसके बाद पुलिस इन पोस्टर्स को उतार कर अपने साथ ले गई। live Hindustan और Dainik Jagran ने भी इस रिपोर्ट को प्रकाशित किया था।
इस मामले के तूल पकड़ने के बाद 12 अगस्त को प्रतापगढ़ पुलिस ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से एक बयान जारी किया था। जिसमें एसपी को कहते हुए सुना जा सकता है कि प्रतापगढ़ के कुंडा में शरारती तत्वों ने होर्डिंग्स लगाई थी। जिसे जानकारी मिलते ही तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है और अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया था। मामले की पूरी सच्चाई जानने के लिए हमने खुद कुंडा पुलिस से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, “कुंडा कस्बे में स्थित टीपी इंटर कॉलेज की दीवार पर ये विवादीत होर्डिंग्स लगाई गई थी, जानकारी मिलते ही हमने तुरंत इन पोस्टरों को हटवा दिया था। अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 153 ए के तहत FIR दर्ज कर अपराधियों की तलाश की जा रही है। उन्हें जल्द से जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। मामले की कर्रवाई चल रही है, ऐसे में अभी यह बता पाना मुमकिन नहीं है कि हिंदू या फिर मुस्लिम, किस समुदाय के लोगों ने इन होर्डिंग्स को लगाया था।”
हमने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए पोस्टर पर लिखे बुखारी, बरकती और नाइक के बयानों की जांच करना शुरू किया। सबसे पहले हमने बुखारी के पोस्टर पर लिखे बयान को सर्च करना शुरू किया। बुखारी के पोस्टर पर बयान दिया गया है कि उत्तर प्रदेश, केरल, पश्चिम बंगाल, हैदराबाद और असम में मुस्लिम बहुसंख्यक हो चुके हैं। इस्लाम के अनुसार मुस्लिम बहुल इलाकों में गैर मुस्लिमों की मौजूदगी हराम है। हिंदूओं इस इलाके को छोड़ दो, वरना हम वही करेंगे, जो कश्मीरी पंडितों के साथ किया था। पड़ताल के दौरान हमने पाया कि HINDU HUN MAI नामक एक फेसबुक पेज ने जनवरी 2014 में इस बयान को बुखारी के नाम से सबसे पहले शेयर किया था, तभी से ये बयान वायरल है। इसके बाद हमने 2011 की जनगणना के अनुसार हिंदू-मुस्लिम आबादी की जांच की, तो हमने पाया कि उत्तर प्रदेश, केरल, पश्चिम बंगाल, हैदराबाद और असम में हिंदू आबादी बहुसंख्यक है।
मुस्लिम मौलवी बरकती के पोस्टर पर लिखा हुआ है कि मुसलमान गायों का वध करना जारी रखेंगे और मुस्लिम समुदाय किसी सरकार से नहीं डरता है, क्योंकि अब हमारी आबादी काफी ज्यादा बढ़ चुकी है। हम हिंदूओं की तरह बहस नहीं करते, सीधा काटते हैं। बरकती एक विवादास्पद शख्स हैं, वो अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। पड़ताल के दौरान हमने पाया कि बरकती के नाम से ये बयान साल 2012 से सोशल मीडिया पर वायरल है।
पोस्टर पर जाकिर नाइक के नाम से बयान लिखा हुआ है कि मुसलमानों ने मुस्लिम समुदाय ने 1100 वर्षों तक भारत और हिंदू समुदाय पर शासन किया है। यही कारण है कि हिंदू डरकर हिंदू और मुस्लिम एकता के नारे लगाते हैं। जाकिर नाइक अपने विवादित बयानों और कट्टरपंथी इस्लामिक उपदेशों को लेकर अक्सर ही चर्चा में रहते हैं। जाकिर नाइक ने साल 2016 में भारत छोड़ दिया था। जाकिर पर कथित मनी लॉन्ड्रिंग और भड़काऊ भाषण देने के मामले दर्ज हैं। जाकिर नाइक के नाम से कई तरह के बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो चुके हैं। जिनमें से एक ये वायरल बयान भी है। ये बयान जाकिर नाइक के नाम से साल 2014 से वायरल है। कई फेसबुक पेज, साल 2014 से इसे शेयर करते हुए आ रहे हैं। हालांकि हम स्वंतत्र रूप से इस बात की पुष्टि नहीं करते हैं कि होर्डिंग्स में लिखे विवादित बयान, इन व्यक्तियों द्वारा कभी दिए गए हैं या नहीं।
हमारी पड़ताल में मिले तथ्यों के मुताबिक, वायरल होर्डिंग्स को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। भड़काऊ होर्डिंग्स लगाने की ये घटना बंगाल की नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले की है।
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Claim Review: बंगाल में लगाई गई हिंदू विरोधी होर्डिंग्स। Claimed By: Viral social media post Fact Check: Misleading |
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Youtube –https://www.youtube.com/watch?v=ksOl7XHWo4A
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