Authors
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.
दिल्ली में पिछले दो-तीन दिनों से मसूलाधार बारिश हो रही है। जिसके चलते कई इलाकों में जलभराव जैसी स्थिति बनी हुई है। इसी को लेकर सोशल मीडिया एक तस्वीर शेयर की जा रही है। तस्वीर एक पुल के अंडरपास की है, जहां एक DTC बस और लोडर को पानी से भरी सड़क के बीच खड़े हुए देखा जा सकता है। सड़क पर पानी ज्यादा होने के चलते बस का आधा हिस्सा और लोडर का एक तिहाई हिस्सा पानी के अंदर डूबा हुआ है।
इसी तस्वीर को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यह दिल्ली के मिंटो ब्रिज के अंडरपास की तस्वीर है। पोस्ट के मुताबिक, अब दिल्ली में मानसून आ चुका है।
वायरल पोस्ट का आर्काइव लिंक यहाँ देखें।
M Shayin IAS द्वारा शेयर किए गए इस ट्विटर पोस्ट को लेख लिखे जाने तक 190 रीट्वीट तथा 1000 से अधिक लाइक मिल चुके हैं। इसके अलावा, जलभराव की इस तस्वीर को वायरल दावे के साथ कई अन्य यूज़र्स द्वारा भी शेयर किया गया है।
Fact Check / Verification
वायरल तस्वीर को देखने पर हमें इसके पुराना होने की आशंका हुई, जिसके बाद हमने पड़ताल शुरू की। पड़ताल के दौरान सबसे पहले वायरल तस्वीर को गूगल पर रिवर्स इमेज टूल के माध्यम से खोजना शुरू किया। इस दौरान हमें वायरल तस्वीर Hindustan Times की वेबसाइट पर 28 सितंबर साल 2020 को छपे एक लेख में मिली।
लेख के मुताबिक, यह तस्वीर साल 2020 की है, जब मिंटो ब्रिज पर बारिश के कारण हुए जलभराव के चलते 56 वर्षीय एक शख़्स की जान चली गयी थी। लेख में आगे जानकारी दी गयी है कि दिल्ली सरकार ने मिंटो ब्रिज अंडरपास में जलभराव की समस्या से निपटने के लिए, एक स्वतंत्र जल निकासी प्रणाली विकसित करने की योजना भी बनाई थी।
ज्यादा जानकारी के लिए, हमने वायरल तस्वीर को गूगल पर एक बार और बारीकी से खोजा। इस दौरान वायरल तस्वीर 24 जुलाई साल 2020 को Indian express द्वारा प्रकाशित एक लेख में मिली।
इसके अलावा ANI द्वारा 19 जुलाई साल 2020 को किए गए ट्वीट में भी वायरल तस्वीर प्राप्त हुई।
इसके बाद हमने मिंटो ब्रिज के अंडरपास की हालिया हालत की जानकारी प्राप्त करने के लिए भी खोजना शुरू किया। खोज के दौरान हमें Times of India का लेख मिला, जिसे आज यानि 14 जुलाई को ही प्रकाशित किया गया है।
लेख में मिंटो ब्रिज के अंडरपास की तस्वीर छपी है, जहां लोगों को बिना किसी जलभराव की समस्या के आते जाते हुए देखा जा सकता है। लेख में तस्वीर की जानकारी देते हुए बताया गया है कि दिल्ली में मानसून दस्तक दे चुका है, लेकिन इस बार मिंटो ब्रिज के अंडरपास में जलभराव जैसी कोई समस्या नहीं हुई।
इसके अलावा हमें आम आदमी पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल द्वारा 13 जुलाई साल 2021 को किया गया एक पोस्ट भी मिला। जहां मिंटो ब्रिज के अंडरपास का एक वीडियो अपलोड किया गया है। वीडियो में लोगों को अंडरपास से बिना किसी असुविधा के आते-जाते हुए देखा जा सकता है।
Conclusion
पड़ताल के दौरान उपरोक्त मिले तथ्यों से पता चला कि मिंटो ब्रिज के अंडरपास की वायरल तस्वीर मौजूदा दिनों की नहीं, बल्कि साल 2020 की है। जब अंडरपास में जलभराव के कारण 56 साल के एक व्यक्ति की मौत हो गयी थी।
Result- Misleading
Our Sources
http://cms.newindianexpress.com/cities/delhi/2020/jul/24/minto-bridge-underpass-to-be-monitored-24×7-to-prevent-waterlogging-2174152.html
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A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.