Authors
Claim
संभल में पुलिसकर्मियों ने सीसीटीवी कैमरे तोड़े.
Fact
यह वीडियो उत्तरप्रदेश के संभल का नहीं, बल्कि दिल्ली के खुरेजी इलाके का है.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें कुछ पुलिसकर्मी सीसीटीवी कैमरे को तोड़ते दिखाई दे रहे हैं. इस वीडियो को संभल में बीते दिनों हुई हिंसा का बताकर शेयर किया जा रहा है.
हालांकि हमने अपनी जांच में पाया कि यह वीडियो उत्तरप्रदेश में संभल का नहीं, बल्कि दिल्ली के खुरेजी इलाके के साल 2020 का है.
वायरल वीडियो करीब 20 सेकेंड का है, जिसमें कुछ पुलिसकर्मी एक खंभे पर लगे सीसीटीवी कैमरों को तोड़ते नजर आ रहे हैं. इस दौरान वीडियो के बैकग्राउंड में कुछ लोगों की आवाज भी सुनाई दे रही है, जो यह कह रहे हैं कि देख लो ये लोग कैमरे तोड़ रहे हैं.
वीडियो को वायरल दावे वाले कैप्शन के साथ शेयर किया गया है, जिसमें लिखा हुआ है “संभल में पुलिस ने खुद कैमरे तोड़े और मुसलमानो को कत्ल किया ना जाने कितने मुसलमानो को जेल में बंद किया भारत सरकार की मर्जी से यह सब हो रहा है”.
Fact Check/Verification
Newschecker ने वायरल वीडियो के कीफ्रेम की मदद से रिवर्स इमेज सर्च किया तो हमें एक X अकाउंट से 26 फरवरी 2020 को अपलोड किया गया यह वीडियो मिला. इस वीडियो के कैप्शन में इसे दिल्ली का बताया गया था.
इसके बाद हमने संबंधित कीवर्ड की मदद से गूगल सर्च किया तो हमें द क्विंट की वेबसाइट पर 26 फरवरी 2020 को प्रकाशित रिपोर्ट भी मिली. इस रिपोर्ट में वीडियो को खुरेजी इलाके के हिंदुस्तान पेट्रोलियम गैस स्टेशन का बताया गया था. इसके अलावा द क्विंट ने इस दौरान गैस स्टेशन के आसपास के दुकानदार से भी संपर्क किया था तो उन्होंने नाम न छापने की शर्त पर बताया था कि यह वीडियो खुरेजी का ही है और पुलिस ने उनके दुकानों में भी लगे सीसीटीवी को तोड़ दिया था.
रिपोर्ट में यह भी बताया गया था कि उस दौरान उत्तर-पूर्व दिल्ली के खुरेजी इलाके में एक प्रदर्शन चल रहा था. जब हमने इस प्रदर्शन से जुड़ी खबर खंगाली तो हमें पता चला कि उस दौरान खुरेजी में नागरिकता संशोधन विधेयक के विरुद्ध प्रदर्शन चल रहा था.
इसके अलावा हमें यह वीडियो ध्रुव राठी के फेसबुक अकाउंट से भी 27 फरवरी 2020 को अपलोड किया गया मिला. इस वीडियो के कैप्शन में भी इसे दिल्ली का ही बताया गया था.
Conclusion
हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से यह स्पष्ट है कि वायरल वीडियो संभल में भड़की हिंसा का नहीं, बल्कि दिल्ली के खुरेजी में साल 2020 में नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में हुए प्रदर्शन के दौरान का है.
Result: False
Our Sources
Video shared by an X account on 26th Feb 2020
Article Published by The Quint on 26th Feb 2020
Video Shared by Dhruv Rathee’s FB account
किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044 या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in
फैक्ट-चेक और लेटेस्ट अपडेट्स के लिए हमारा WhatsApp चैनल फॉलो करें: https://whatsapp.com/channel/0029Va23tYwLtOj7zEWzmC1Z