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क्या किसान बिल पास होने के बाद हरियाणा में निकाली गई मोदी की शवयात्रा?

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Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

सोशल मीडिया पर एक वीडियो के जरिए दावा किया गया कि किसान बिल के विरोध में हरियाणा में मोदी की शवयात्रा निकाली गई है।

Viral Tweet

सोशल मीडिया पर एक वीडियो क्लिप शेयर करते हुए दावा किया गया है कि कृषक बिल पास होने के बाद किसानों ने हरियाणा में साहब यानि मोदी की शवयात्रा निकाली है। यह दावा ट्विटर के वेरिफाइड हैंडल ऑल इंडिया परिसंघ द्वारा शेयर किया गया है। बता दें कि इस संघठन की स्थापना पूर्व सांसद और वर्तमान में कांग्रेस के नेता उदितराज ने किया था। इस दावे को सोशल मीडिया के कई माध्यमों पर तेजी से शेयर किया जा रहा है। ट्वीट का आर्काइव यहाँ देखा जा सकता है।


ट्वीट का आर्काइव यहाँ देखा जा सकता है।

ट्विटर पर वायरल हो रही मोदी की शवयात्रा की वीडियो क्लिप से सम्बंधित कई अन्य दावों को यहाँ देखा जा सकता है।

Fact Check/Verification

केंद्र सरकार द्वारा नए कृषि कानून को पास किए जाने और उसपर राष्ट्रपति की मंजूरी मिलने के बाद सोशल मीडिया पर पीएम मोदी की शवयात्रा की एक वीडियो क्लिप वायरल हो रही है। कांग्रेस नेता उदितराज द्वारा स्थापित की गई एक संस्था के ट्विटर हैंडल द्वारा यह वीडियो शेयर किया गया है। दावा किया गया है कि हरियाणा में लोगों का किसान बिल के खिलाफ गुस्सा फूटा है। ट्वीट में देश की मीडिया पर भी कटाक्ष करते हुए कहा गया है कि मीडिया ऐसी ख़बरों को नहीं दिखाता।

ट्विटर पर शेयर की गई वीडियो को गौर से देखने ओर सुनने पर पता चला कि मोदी के साथ हरियाणा के मुख्यमंत्री खट्टर के खिलाफ भी नारे लगाए जा रहे हैं साथ ही बीजेपी नेता सुभाष बराला के लिए भी असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल ऑडियो में सुना जा सकता है। वीडियो को बारीकी से देखने पर पता चला कि किसी भी व्यक्ति के चेहरे पर मास्क नहीं है लिहाजा इस वीडियो के पुराना होने का संदेह हुआ। वीडियो कहाँ का है, कब का है या फिर इसका सम्बन्ध किस घटना से है।

इसकी पड़ताल के लिए invid टूल की मदद से क्लिप को कई कीफ्रेम्स में बदला। एक कीफ्रेम को गूगल रिवर्स की मदद से खोजने पर कोई भी ऐसा सकारात्मक परिणाम हासिल नहीं हुआ जिससे इस बात का पता लगाया जा सकता हो कि वीडियो का सम्बन्ध किस घटना से है।

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Google Reverse image

गूगल रिवर्स इमेज की मदद से वीडियो के बारे में खोजने पर हालिया प्रदर्शन की कुछ मीडिया रिपोर्ट्स मिली जिसमें बताया गया है कि विपक्ष सहित कई किसान संगठनों ने सड़कों पर कानून के खिलाफ प्रदर्शन किया। लेकिन कहीं भी वायरल क्लिप के बारे में जानकारी नहीं मिल पाई जहाँ पता चल सकता कि हरियाणा में किसानों या प्रदर्शनकारियों ने मोदी की शवयात्रा निकाली। खोज के दौरान एक कीफ्रेम को Yandex टूल की मदद से रिवर्स करने पर वायरल वीडियो से सम्बंधित कुछ लिंक्स मिलने शुरू हुए।

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Yandex search

Yandex सर्च के दौरान एक यूट्यूब लिंक मिला जिसे 1 सितम्बर साल 2017 में अपलोड किया गया था। साल 2017 में अपलोड किया गया वीडियो वायरल वीडियो ही है। वीडियो के कैप्शन में मोदी की शवयात्रा का जिक्र किया गया है। लेकिन इस बात की जानकारी नहीं दी गई है कि यह वीडियो किस प्रदर्शन का हिस्सा है।

केंद्र सरकार द्वारा पारित किये गए नए कृषि कानून के बाद हरियाणा में नहीं निकली मोदी की शवयात्रा।

वायरल वीडियो की पड़ताल के दौरान 29 अगस्त साल 2017 में यूट्यूब पर अपलोड किया गए एक अन्य वीडियो में भी वायरल वीडियो क्लिप को देखा जा सकता है। इस वीडियो में दावा किया गया है कि कथित बाबा राम रहीम के भक्तों ने मोदी और खट्टर के खिलाफ निकाला मोर्चा।

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4 जून साल 2018 में इसी वायरल वीडियो को समाचार माध्यम नेशनल दस्तक ने अपने यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया है। चैनल का दावा है कि मोदी सरकार से युवा और व्यापारी वर्ग ऊब चुका है। रोजगार सहित व्यापार के मुद्दे पर सरकार बुरी तरह फेल होने के चलते हरियाणा में व्यापारी वर्ग ने मोदी की शवयात्रा निकाल दी।

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Conclusion

केंद्र सरकार द्वारा नए कृषि कानून को पास किए जाने के बाद देशभर में किसान संगठनों सहित पूरा विपक्ष कानून के खिलाफ सड़कों पर उतर गया। इसी कड़ी में बीजेपी के सबसे पुराने साथी अकाली दल ने भी गठबंधन से नाता तोड़ दिया। हमारी पड़ताल में पता चला कि देशभर में कानून के खिलाफ प्रदर्शन किए गए लेकिन जिस वीडियो को फ़िलहाल मोदी की शवयात्रा का बताकर शेयर किया गया है उसका सम्बन्ध मौजूदा कृषक आंदोलन से नहीं है। यह वीडियो साल 2017 से इंटरनेट पर मौजूद है। कोई इसे व्यापारियों द्वारा प्रदर्शन का बता रहा है तो कोई राम रहीम के भक्तों द्वारा मोदी का विरोध किए जाने का। हमारी पड़ताल में साफ़ हो गया कि उदित राज द्वारा बनाई गई दलित संस्था के ट्विटर हैंडल से भ्रामक दावा शेयर किया गया है।

Result- Misleading

Sources

Nattional Dastak- https://www.youtube.com/watch?v=tQrm4-CJ17o

Youtube- https://www.youtube.com/watch?v=eHHnIbS_2yE

Authors

Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

JP Tripathi
Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

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