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फैक्ट चेक: ‘आरक्षण’ पर पूछे गए सवाल का जवाब देते राहुल गांधी का अधूरा वीडियो भ्रामक दावे के साथ वायरल

Authors

Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

Claim
वीडियो में आरक्षण ख़त्म करने की बात करते राहुल गांधी।
Fact
अधूरा वीडियो भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

आगामी हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर एक ओर जहाँ राजनीतिक पार्टियां चुनाव की तैयारी में लगी हैं, वहीं पार्टियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी जारी है। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा दोनों ने पांच-पांच सीटें जीती थीं ऐसे में इस विधानसभा चुनाव में दोनों पार्टियों के बीच टक्कर भी कांटे की है। इसी बीच सोशल मीडिया पर लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गाँधी की पांच सेकंड की क्लिप वायरल है। दावा है कि राहुल गाँधी आरक्षण ख़त्म करना चाहते और राहुल गांधी की आरक्षण हटाने की मंशा से स्पष्ट है कि कांग्रेस वर्षों से आरक्षण को खत्म करने के षडयंत्र में लगी है।

वायरल क्लिप को हरियाणा भाजपा के आधिकारिक एक्स हैंडल से शेयर करते हुए यह दावा किया गया है। 11 सितंबर 2024 को शेयर किये गए पोस्ट (आर्काइव) के कैप्शन में लिखा गया है, “आरक्षण खत्म करेगी कांग्रेस। राहुल गांधी की आरक्षण हटाने की मंशा से स्पष्ट है कि कांग्रेस वर्षों से आरक्षण को खत्म करने के षडयंत्र में लगी है। #आरक्षण_विरोधी_कांग्रेस”

आरक्षण
Courtesy:  X/@BJPHaryana

Fact Check/Verification

दावे की पड़ताल के लिए हमने वीडियो के की-फ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च किया। इस दौरान हमने पाया कि यह क्लिप राहुल गांधी के हालिया अमेरिकी दौरे के दौरान जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी, वाशिंगटन डी सी में छात्रों के साथ हुई बातचीत के समय की है। 10 सितंबर, 2024 को राहुल गाँधी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल से स्ट्रीम हुए वीडियो में वायरल क्लिप वाला हिस्सा करीब 57 मिनट पर आता है जब वे एक छात्रा द्वारा आरक्षण के संबंध में पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे होते हैं।

अपूर्वा रामकृष्णन नामक एक छात्रा राहुल गाँधी से भारत में जाति आधारित आरक्षण को लेकर सवाल पूछती हैं, (अनुवादित)“आखिर किस बिंदु पर हम जाति आधारित आरक्षण के उस विचार से दूर चले जाएंगे जो जमीनी समस्या का एक मुख्य समाधान है। वह समस्या जिसके लिए ऐसी आरक्षण आधारित प्रणाली की आवश्यकता है?” वे आगे पूछती हैं कि “क्या हमारे पास जमीनी स्तर तक समान अवसर पहुँचाने के और बेहतर तरीके हैं?”

इसके जवाब में राहुल गाँधी कहते हैं (अनुवादित) “आइये आंकड़ों पर नजर डालते हैं … अगर आप भारत सरकार को देखें तो इसे चलाने वाले लगभग 70 नौकरशाह हैं। सरकार के सचिव, ये वे लोग हैं जो सरकार के सभी महत्त्वपूर्ण वित्तीय फैसले लेते हैं। अगर आप दलितों, आदिवासियों और ओबीसी को जोड़ लें तो उनकी आबादी 73 प्रतिशत है। लेकिन इन 70 लोगों में केवल एक आदिवासी है, शायद तीन दलित, तीन ओबीसी और शायद एक अल्पसंख्यक है। तो भारत के 90 प्रतिशत लोगों की भारत के सारे वित्तीय फैसले लेने वाले पदों के 10 प्रतिशत से भी कम पदों तक पहुँच है। और अगर आप वित्तीय आंकड़ों पर गौर करें तो आदिवासियों को 100 रुपये में से 10 पैसे मिलते हैं, दलितों को 100 रुपये में से 5 रुपये मिलते हैं और ओबीसी को भी लगभग इतनी ही रकम मिलती है। इसलिए सच्चाई यह है कि उन्हें सही तरीके से भागीदारी नहीं मिल रही है। समस्या यह है कि 90 प्रतिशत भारत इस खेल का हिस्सा ही नहीं है। आप भारत के हर एक बिजनेस लीडर की सूची देखें..(मैंने देखी है) वहां मुझे आदिवासी, दलित और ओबीसी का नाम दिखाएं। शीर्ष 200 में शायद एक ओबीसी का नाम है, जबकि भारत में ओबीसी की आबादी 50 प्रतिशत है। इसलिए समस्या यह है कि हम लक्षण का इलाज नहीं कर रहे हैं। इसका मतलब है कि इस समस्या से निपटने का यह (आरक्षण) एकमात्र तरीका नहीं है, अन्य उपाय भी हैं। लेकिन हम आरक्षण को खत्म करने के बारे में तब ही सोचेंगे, जब भारत एक निष्पक्ष जगह होगी और भारत अभी एक निष्पक्ष जगह नहीं है।”

राहुल गाँधी का पूरा जवाब सुनने पर यह स्पष्ट होता है कि वे वंचितों का आरक्षण छीनने की नहीं, बल्कि भारत के निष्पक्ष जगह बनने तक आरक्षण को रखने की बात कर रहे थे।

इस विवाद के बढ़ने बाद राहुल गांधी ने नेशनल प्रेस क्लब में एक इंटरव्यू के दौरान जातिगत जनगणना की बात दोहराई और कहा कि ‘मैं आरक्षण के खिलाफ नहीं हूं। हम आरक्षण को 50 प्रतिशत की सीमा से आगे ले जाएंगे।’

कांग्रेस ने 11 सितंबर 2024 को अपने आधिकारिक एक्स हैंडल से राहुल गाँधी द्वारा इस विवाद पर दी गई गई प्रतिक्रिया का क्लिप शेयर किया है। वीडियो में राहुल गाँधी कहते दिख रहे हैं “कल किसी ने मेरे बयान को गलत तरीके से पेश किया कि मैं आरक्षण के खिलाफ हूं। लेकिन मैं साफ कर दूं- मैं आरक्षण के खिलाफ नहीं हूं। हम आरक्षण को 50% की सीमा से आगे लेकर जाएंगे।”

Conclusion

जांच से हम इस निष्कर्ष पर पहुँचते हैं कि राहुल गाँधी ने वंचितों का आरक्षण छीनने या आरक्षण को देश से ख़त्म करने की बात नहीं की थी। उनका अधूरा वीडियो भ्रामक दावे के साथ वायरल है।

Result: Missing Context

Sources
Video shared by official youtube channel of Rahul Gandhi on 10th September 2024.
X post shared by Congress’s official X handle.

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Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

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